माही की गूंज, अलीराजपुर
15 जनवरी को सर्राफा व्यापारी कमलेश पिता कुंदनलाल जैन की दुकान से एक फर्जी नायब तहसीलदार स्वयं सूरज सिंह खरगोन का होना बताया, नकली आई कार्ड दिखाकर पत्नी के जन्मदिन पर गिफ्ट देने के लिए 22 कैरेट का सोने का मंगलसूत्र वजन 11.320 मिलीग्राम कीमत 62 हजार 260 रुपए का खरीदकर आईडीएफसी का ब्लैंक चेक देकर वादा किया कि, एक-दो दिन में नगद रुपए देकर चेक वापस ले जाएगा, लेकिन फर्जी नायब तहसीलदार वापस नहीं आया।
इसी बीच कमलेश के मित्र सर्राफा व्यापारी हर्षित गुप्ता ने फोन पर इसी तरह के फर्जी नायब तहसीलदार द्वारा सोने का चेन ले जाना बताया कि, 26 जनवरी को प्रिंस पिता चंद्रकांत सोनी से भी पत्नी का जन्मदिन होने की बात बताकर फर्जी नायब तहसीलदार द्वारा एक सोने का मंगलसूत्र कीमत 50 हजार 850 रुपए का ले गया है । सर्राफा व्यापारी ने तुरंत थाने पर अलग-अलग लिखित आवेदन पत्र मय फर्जी नायब तहसीलदार के आईडी कार्ड व चेक दस्तावेज के साथ पुलिस कोतवाली को धोखा-धड़ी होने का मामला दर्ज करवाया।
फर्जी नायब तहसीलदार की घटना पर जिला पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बिटू सहगल को कार्रवाई के निर्देश दिए। जिस पर एसडीओपी धीरज बब्बर, थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी के नेतृत्व में फर्जी तहसीलदार का भंडाफोड़ किया गया।
शिकायतकर्ता के आवेदन पर थाने पर अलग-अलग अपराध धारा 420, 468, 467, 474 भारतीय दंड विधान तहत दर्ज कर आरोपी सूरज पिता कालू सिंह मंडलोई निवासी धरगांव थाना मंडलेश्वर जिला खरगोन को गिरफ्तार कर माल बरामद किया गया। उपनिरीक्षक योगेंद्र मंडलोई, उपनिरीक्षक धीरेश धारवाल, प्रधान आरक्षक दीपेश गोराना, प्रधान आरक्षक नरेंद्र हिरवे, प्रधान आरक्षक जयवीर सिंह भदोरिया, आरक्षक भवानीसिह कटारा, आरक्षक विशाल धारवाल की सराहनीय भूमिका के लिए पुलिस अधीक्षक ने पुरस्कृत किए जाने की घोषणा की।