
कहीं निर्दलीय भारी तो कहीं सत्ता बदल रही समीकरण, कांग्रेस साख बचाने के लिए मैदान में
वार्ड नम्बर 3, 4, 10, 13 और 15 कांग्रेस के निशाने पर
माही की गूंज, पेटलावद।
नगर परिषद पेटलावद के चुनावों का शोर-शराबे वाला प्रचार थमने का बाद अब प्रत्याशी माहौल अपने पक्ष में बनाने के लिए डोर टू डोर (घर-घर) जाकर मतदाताओं को रिझाने की अंतिम कोशिश कर रहे है। बाजार में मतदाताओ को अपने पक्ष में करने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन की चर्चा जोरों पर है। परिषद अध्यक्ष के चुनाव सीधे नही होने से वार्डो के मुकाबले रोचक हो गए है और ज्यादातर वार्डो में स्थिति साफ नही हो पा रही है। कोई भी दावे से किसी प्रत्याशी के जीत के दावे नही कर पा रहा है। मतदाता भी भारी असमंजस की स्थिति में पड़ गए जहा कई वार्डो में भाजपा और भाजपा से बागी के बीच मुकाबला है।
कहीं निर्दलीय भारी तो कहीं सत्ता बदल रही समीकरण, कांग्रेस साख बचाने के लिए मैदान में
बात करे मुख्य वार्डो के चुनाव की तो परिषद के कुल 15 वार्ड में से वार्ड नम्बर 7, 11 और 14 को छोड़ दिया जाए तो बाकी बचे 12 वार्डो में होने वाले चुनाव पर सब की नजर टिकी हुई है। वार्ड क्रमांक 1, 2, 3, 4, 8, 9, 10, 13 और 15 में त्रिकोणीय तो वार्ड क्रमांक 5, 6, 12 में सीधा मुकाबला है। कई वार्डो में निर्दलीय प्रत्याशी कड़ी चुनोती दे रहे है। लेकिन पिछले तीन दिनों में सत्तापक्षीय माहौल ने कई समीकरण बिगाड़ दिए। वही कांग्रेस ने चुनाव में कई वार्डो में केवल उपस्थित दर्ज करवाने के लिए प्रत्याशी मैदान में उतारे है।
वार्ड नम्बर 3, 4, 10, 13, 14 और 15 कांग्रेस के निशाने पर
तीन एसटी वार्डो के साथ साथ दो अन्य वार्ड कांग्रेस के निशाने पर है। वार्ड नम्बर 3, 13 और 15 में एसटी वार्ड के लिए लिए कांग्रेस मशक्कत कर रही है। वही पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित वार्ड में अब तक कांग्रेस प्रत्याशी की जीत को लेकर कांग्रेस आश्वस्त दिखाई दे रही थी, लेकिन कमजोर होते वार्ड में भाजपा ने पिछले दो दिन में अपनी ताकत झोंक कर मुकाबले को कड़ा बना दिया है। वार्ड नबंर 10 पिछले कई वर्षों से कांग्रेस के कब्जे रहा है इसलिए यहां भी भाजपा जी तोड़ मेहनत कर रही है। ये भाजपा के मुश्किल वार्डो में से एक है जहां जीत दर्ज करने के लिए हर सम्भव प्रयास भाजपा कर रही है। वार्ड नंबर 14 में कांग्रेस विधायक वालसिंह मैडा खुद इस वार्ड को कांग्रेस के प्रत्याशी के लिए काम कर रहे है। इस वार्ड में हिन्दू संगठन लगे हुए है जो विधायक की मेहनत पर पानी फेरते नजर आ रहे है।