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2 बार अतिक्रमण तोडने पहुचा नगर परिषद का अमला पर बिना अतिक्रमण तोडे बेरंग लौटे
मामलाः शुजालपुर में बस स्टैंड स्थित कछवाय ढाबा एवं उसके अतिक्रमण का...
माही की गूंज, शुजालपुर।
नगर परिषद से लेकर केंद्र तक भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार है। वहीं भाजपा सरकार द्वारा किसी भी तरह के माफियाओं को, भू-माफियाओ को, अतिक्रमण कर्ताओं को व अपराधियों को नहीं बख्सा जाएगा और उन पर त्वरित व सख्त कार्रवाई के दावे किये जाते रहे हैं। वहीं दूसरी ओर यह दावे महज ही खोखले ही साबित हो रहे हैं। जहां प्रदेश के साथ अन्य राज्य व केंद्र तक के प्रभावी नेताओं यानीकि विधायक, मुख्यमंत्री, तत्कालीन मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री तक को सोशल मीडिया पर उनकी मिमिक्री कर उनकी कमियों को जो व्यक्ति भाजपा को चुनौती देकर सोशल मीडिया पर भाजपाइयों को सीधे रूप से गालियां देकर उन्हें जूते मार रहा है। ऐसे व्यक्ति तक को ट्रिपल इंजन की भाजपा सरकार संरक्षण दे रही है। तथा माफिया उर्फ अपराधी उर्फ अतिक्रमण कर्ता, भाजपा सरकार में भाजपाईयो को ही जूते मार कर बाहुबली बने हुए हैं। वही भाजपा सरकार का सिस्टम पूरी तरह से माफीयाओ, दबंगो व अतिक्रमणकर्ताओं के आगे महज नतमस्तक ही दिखाई दे रहा है। सवाल करें ऐसा क्यों...? तो इसका जवाब तो भाजपा की ट्रिपल ईजन वाली सरकार को ही देना चाहिए।
मामला मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले की शुजालपुर नगर परिषद का है। जहां नवीन कछवाय एक दबंग उर्फ़ शराब माफिया, उर्फ अवैध अतिक्रमणकर्ता है। जिसके विरुद्ध स्थानीय निकाय से लेकर सीएम व सीएम हेल्पलाइन तक शिकायत की गई है।
शिकायत यह कि, स्थानीय बस स्टैंड पर नगर परिषद से प्राप्त दुकान पर कछवाय ढाबा संचालित हो रहा है। तथा उक्त दुकान के आगे दो गुना के लगभग अतिक्रमण कर मांसाहारी ढाबा संचालित कर बिच बस स्टैंड पर उक्त ढाबे पर शराब परोसी जाती है। प्रथम बात यह कि, किसी भी शासकीय संपत्ति को किराये या लिज पर लेकर उसमें अवैधानिक कार्य नहीं किया जा सकता है। वहीं दूसरी बात यह कि, उक्त दबंग उर्फ शराब माफिया ने दुकान के आगे बिना किसी परमिशन के अत्यधिक अतिक्रमण कर रखा है। जिसकी शिकायतों के बाद सीएमओ ने अतिक्रमण हटाने के लिये एक से अधिक नोटिस दिये। लेकिन कार्रवाई के नाम पर वही ढाक के तीन पात।
स्थानीय भाजपाई पैनल की यह नगर परिषद जिसकी अध्यक्ष बबीता बेनी प्रसाद परमार है। वही सीएमओ का प्रभाव राजेश कुमार सक्सेना के पास है। नोटिसो के बाद भी यथावत अतिक्रमण को हटाने के लिये नगर परिषद का अमला बुलडोजर मशीन लेकर भी दो-दो बार पहुंचा परंतु बिना अतिक्रमण हटाए ही वापस आ गए। जो नगर में बड़ी चर्चा का विषय बन भाजपा की नगर परिषद हासिया पर है। वही नायब तहसीलदार सोनल वर्मा व जिला खाद्य अधिकारी दीपा टटवाड़े भी कार्रवाई हेतु पहुचे पर कोई ठोस कार्रवाई नही की।
कार्रवाई नहीं होने पर लोगों ने खंगाला कछवाय का सोशल मीडिया अकाउंट
भाजपाई पैनल की नगर परिषद होने के बावजूद भाजपाई विरोधी उर्फ शराब माफिया उर्फ अतिक्रमणकर्ता के विरूद्ध नगर परिषद द्वारा कार्रवाई का ढकोसला कर लोगों को गुमराह कर जब अतिक्रमण नहीं हटाया गया। तो लोगों ने नवीन कछवाय के सोशल मीडिया के अकाउंट को खंगाला गया। तथा नवीन कछवाय द्वारा भाजपाई विरोधी पोस्ट जिसमें भाजपा के तात्कालिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विरुद्ध 24 फरवरी 2018 को एक पोस्ट की गई जिसमें शिवराज सिंह चौहान साइकिल पर जा रहे हैं और पेट्रोल- डीजल महंगाई पर उन्है नकली मामा का सरकारी ड्रामा बताया।
29 मार्च 2018 की पोस्ट में डीजल-पेट्रोल से लेकर उपयोगी चीजों की महंगाई पर एक नरेन्द्र मोदी के फोटो के साथ बैनर पोस्ट किया जिसने प्रधानमंत्री मोदी को बाबा जी का ठुल्लु कहा गया।
17 नवंबर 2017 को राजस्थान के भरतपुर के भाजपा विधायक विजय बंसल की एक अन्य महिला के साथ अश्लील फोटो के साथ अपनी बात में भाजपा का असली चेहरा यह है बताने का प्रयास किया।
वही 15 अक्टूबर 2017 को एक पोस्ट की जिसमें एक भाजपाई कटआउट लगा है और उस कटआउट में नरेंद्र मोदी के फोटो के सामने एक पागल (विक्षिप्त)महिला खड़ी होकर नरेंद्र मोदी का फोटो निहार रही थी। लेकिन नवीन कछवाय ने उपरोक्त कटआउट में नरेंद्र मोदी को पागलों के समान बताया गया आदि पोस्टे जो पुर्व वर्षों में नवीन कछवाय ने भाजपा के विरुद्ध पोस्ट की थी। इनके पुनः स्क्रीन शाट लेकर ट्रिपल इंजन की भाजपा सरकार को बताना चाह रहे हैं कि, जिस माफिया उर्फ अतिक्रमणकर्ता ने भाजपा के विरुद्ध पोस्ट कर भाजपाईयो के प्रभावी नेताओं को गालियां देकर जूते मार रहे हैं। वहीं भाजपा ऐसे माफियाओ को संरक्षण देकर पाल रही है। ऐसे में क्या खाक भाजपा अन्य माफिया एवं अतिक्रमण कर्ताओं के विरुद्ध कार्रवाई करेगी का संदेश देने का प्रयास लोग कर रहे हैं।
बस स्टैंड पर सौ मीटर की दूरी पर अतिक्रमण उर्फ ढाबा, शराब दुकान, मंदिर व यात्री प्रतीक्षालय
लोगों का कहना है कि, मोहन यादव ने मुख्यमंत्री के शपथ के बाद मंदिर के आज-पास व खुले में मांस व शराब नहीं बिकेगी के आदेश दिये थे। बतादे कि, शुजालपुर के उक्त बस स्टैंड पर नवीन कछवाय ने नगर परिषद की दुकान और उक्त दुकान के आगे दो गुना के करीब अतिक्रमण कर मांसाहारी ढाबा संचालित कर शराब भी पड़ोसी जाती है। उक्त ढाबे के ही करीब सौ मीटर की दूरी पर ही समानांतर रूप से केला माता का प्रसिद्ध व प्राचीन मंदिर, यात्री प्रतीक्षालय, उक्त ढाबा एवं नवीन कछवाय की ही निजी संपत्ति का मकान शराब ठेकेदार को किराये देकर शराब की दुकान संचालित हो रही है।
मोहन यादव के मंदिर एवं सार्वजनिक स्थानों पर शराब व मांस नहीं बेचने के आदेश के बाद कुछ समय तक मुख्यमंत्री से वाहवाही लूटने के लिये प्रशासन ने शराब व मांस कछवाय ढाबे पर बंद करवा दिया था। लेकिन अब इन सौ मीटर की दूरी में एक शराब की दुकान के साथ बस स्टैंड पर कछवाय ढाबे पर खुले रूप से मांस बेचने के साथ ही अद्यषोषित आहते के रूप में यहां शराब भी परोसी जाती है। और भाजपा सरकार में बैठे प्रशासनिक अधिकारी भाजपा को ही तमाचा मारने वाले नवीन कछवाय का संरक्षण कर न हीं अतिक्रमण को हटाया जा रहा है, और न ही शराब व मांस की बिक्री को बंद किया जा रहा है, जो कहीं ना कहीं भाजपा के दावो को खोखला कर रही है।
जान से मारने का प्रयास का मामला भी नवीन कछवाय के विरुद्ध हो चुका है दर्ज
नाम नहीं छापने की तर्ज पर लोगों द्वारा बताया जा रहा कि, पिछले वर्षों में शुजालपुर में कोई सागर कंपनी का शराब ठेकेदार था। और उस शराब ठेकेदार ने नवीन कछवाय को क्षेत्र में अवैध शराब बेचने के लिये देना बंद कर दिया था। जिसको लेकर तत्कालीन शराब ठेकेदार के एक से अधिक गुर्गों को जान से मारने तक का प्रयास किया और उन्हें नवीन कछवाय व उनके साथियों ने शराब ठेकेदार के गुर्गो को मार-मार कर मरने की हालत में पहुंचा दिया था। जिसके बाद शराब ठेकेदार के गुर्गो की रिपोर्ट पर नवीन कछवाय एवं उनके साथियों के विरुद्ध धारा 307 जान से मारने का प्रयास में मामला दर्ज हुआ था।
वर्तमान में नवीन कछवाय अपनी दबंगता के साथ शराब ठेकेदार से ऐसी तालमेल है कि, शराब ठेकेदार नवीन कछवाय के माध्यम से क्षेत्र से कोई एजेंट शराब लेने आता है तो नवीन कछवाय की डायरी पर ठेकेदार द्वारा नवीन कछवाय को अलग से कमीशन दिया जाता है।
चुकि दिन भर कई ऐसे व्यक्ति आते हैं जो सीधे शराब की पेटी लेने के लिये नवीन कछवाय के पास उक्त बस स्टैंड पर स्थित ढ़ाबे पर पहुंचते हैं और उनसे शराब की पेटी का पैसा कछवाय ले लेता है। और अन्य व्यक्ति को कछवाय अपनी डायरी देता है जिस पर शराब दुकान का सेल्समैन से इंट्री करवाकर कछवाय को डायरी दे दी जाती है। तथा दिनभर कछवाय के माध्यम से जाने वाली शराब की पेटियों का पेमेंट नवीन कछवाय दूसरे दिन सुबह शराब आफिस में पर्चा जाने के पूर्व अपना कमीशन काटकर अपना पैसा दे देता है।
आगे यह देखना दिलचस्प रहेगा कि, जो माफिया उर्फ दबंग उर्फ अतिक्रमणकर्ता सोशल मीडिया पर भाजपा को तमाचा मार रहा था उसके विरुद्ध कोई सख्त कार्रवाई होगी या फिर भ्रष्टाचार को शिष्टाचार बनाकर नवीन कछवाय को संरक्षण दिया जाएगा।
24 फरवरी 2018 को नवीन कछवाय ने की यह पोस्ट।
राजस्थान के भाजपा विधायक का अन्य महिला के साथ रंगरलीया मनाते हुए का अश्लिल फोटो 17 नवंबर 2017 को कछवाय ने किया पोस्ट।
नायब तहसीदार व जिला खाद्य अधिकारी भी बिना ठोस कार्रवाई के लोटे।
प्रधानमंत्री मोदी की पागल महिला के साथ की तुलना की पोस्ट 15 अक्टुंबर 2017 में कछवाय ने की।
प्रधानमंत्री को महंगाई पर बाबा जी का ठुल्लू दर्शाने वाली पोस्ट 29 मार्च 2018 को की पोस्ट।