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माही की गूंज, संजय भटेवरा
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एक और जहां पूरे देश में आक्रोश है और आम नागरिक तत्काल जवाबी कार्रवाई की मांग कर रहा है। वहीं दूसरी ओर सरकार पूरी गंभीरता के साथ फूक-फूक कर कदम रख रही है और तात्कालिक रूप से कुछ कठोर कूटनीति कदम उठाए हैं। जिसमें सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 29 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश भी दिया था। जिसके बाद से ही विभिन्न प्रांतो से पाकिस्तानी नागरिकों के देश छोड़ने की खबरें सामने आ रही है। ऐसे में आम नागरिकों का कहना है कि, पाकिस्तानियों के साथ ही अवैध रूप से बसे बांग्लादेशियों को भी देश से तत्काल बाहर किया जाना चाहिए। यही नहीं मध्य प्रदेश सहित देश के कई हिस्से में बसे अवैध बंगाली डॉक्टर की भी जांच की जानी चाहिए और बांग्लादेशी के प्रमाण होने पर उन्हें भी देश निकाला होना चाहिए। क्योंकि ये अवेध बांग्लादेशी चोर रास्तो से पश्चिम बंगाल आते है और पश्चिम बंगाल से पुरे भारत में प्रवेश करते हैं। तथा पश्चिम बंगाल में ही अपने फर्जी दस्तावेज तैयार करवा कर पूरे देश में पश्चिम बंगाल के निवासी बतलाकर अन्य प्रदेशों में अवैध रूप से बसे हुए हैं। यही नहीं इन तथाकथित स्वयंभू बंगालियो/बाग्लादेशियों का अपना मजबूत संगठन व नेटवर्क भी है। हाल ही में बांग्लादेश में भी भारत विरोधी हलचल के बाद आम भारतीय नागरिक भी यही चाहता है कि, इन बांग्लादेशियों को भी निकाला जाना चाहिए। क्योंकि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। पहलगाम की इस आतंकी घटना के बाद पाकिस्तान की ही भाति बांग्लादेशियों पर सख्त कार्रवाई की मांग आम भारतीय नागरिक कर रहा है। गुजरात व महाराष्ट्र में बांग्लादेशियो के विरूद्ध अपना बिगुल सरकार बजा चुकी हैैै। इसी तरह देश के अन्य राज्य के साथ म.प्र. की डा. मोहन सरकार को प्रदेश में रह रहै बांग्लादेशियो के विरूद्ध विशेष जाच व कार्रवाई के साथ पश्चिम बंगाल व उसके बाद म.प्र. के गांव-गाव में फर्जी दस्तावेज बनाकर बांग्लादेशी रह रहै हैै उन पर कार्रवाई होना चाहिए। इतना ही नही बांग्लादेशी आरक्षण का लाभ लेकर प्रदेश के स्थानिय निवासियो का हक भी छिन रहै है। बतादे कि, बांग्लादेश से किस तरह से चोर रास्ते से भारत में आए और मध्य प्रदेश व उसकेे अंतिम छोऱ तक आकर और किस तरह से फर्जी दस्तावेज बनाकर यहा के निवासी बन गए। यह पिछले वर्षो में माही की गूंज ने कई अंको में मय प्रमाण के समाचार प्रकाशित कर चुके है। यहा तक कि, माही की गूंज ने खुलासा किया था कि, यहा रहकर बांग्लादेश की लडकियो को चोर रास्ते से लाकर यहा शादी करते है। इतना ही नही जो परिवार बांग्लादेश में रह रहा है उसके दस्तावेज मध्यप्रदेश निवासी व भारत के अन्य राज्य तथा पश्चिम बंगाल के बने हुए है। ऐसे में खुलासे के बाद सरकार व सरकार के नुमाईंदोे द्वारा बांग्लादेशियो पर कार्रवाई कर देश निकाला कर दिया जाता तो आज हमें बांग्लादेशियो के साथ पाकिस्तानियो के लिए भी इतनी जद्दोजहद नही करना पड़ती यह तय है।
सोशल मीडिया पर जंग जारी
पाकिस्तान समर्थित इस आतंकी घटना के बाद से ही हर हिंदुस्तानी का खून खौल रहा है और लोग अपना आक्रोश सोशल साइटों पर प्रकट कर रहे हैं। तथा पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ने की अपील कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग पहलगाम आतंकी घटना के बाद प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरे पर भी कटाक्ष करते नजर आ रहे हैं और प्रधानमंत्री के इस दौर की निंदा करते हुए इसे लाशों पर राजनीति बतला रहे हैं।
कुछ लोगों का कहना है कि, यह आतंकी घटना पूरे देश के लिए एक ललकार है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसका माकूल जवाब देना ही चाहिए। हमारी सदाशयता को पूरे विश्व में हमारी कमजोरी साबित किया जा रहा है और समय रहते इस चुनौती का उचित प्रतिकार किया जाना आवश्यक है। वहीं इस हमले को लेकर देश में गजब की एकता दिखाई दे रही है। पूरे विपक्ष ने भी सरकार की किसी भी संभावित कदम को लेकर अपना पूरा समर्थन दिया है। विश्व के अनेक देशों ने भारत का समर्थन किया है। यही नहीं समय-समय पर सरकार की नीतियों के कटु आलोचक रहे ओवैसी व शशि थरूर ने भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की अपील सरकार से की है। ऐसे में पूरा देश छपन इंची छाती के साहसिक और निर्णायक फैसले का इंतजार कर रहा है। देशवासियों का कहना है कि, अभी नहीं तो कभी नहीं इससे ज्यादा अनुकूल परिस्थितिया भारत के लिए आने समय में संभव नहीं दिखाई दे सकती। क्योंकि इस समय 140 करोड़ देशवासियों सहित पूरा विपक्ष और विश्व के अधिकांश देश भारत के पक्ष में खड़े हैं और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक जंग में भारत के प्रति आशावादी नजरिया से देख रहे हैं।