
माही की गूंज, थांदला।
पुण्य सप्ताह के पवित्र गुरुवार को कैथोलिक चर्च थांदला में समाज द्वारा पवित्र धर्म विधियों में भाग लिया गया। पवित्र परमप्रसाद की स्थापना जिसमें प्रभु येशु ने स्वयं को मनुष्यों के लिए समर्पित कर दिया। दूसरा पवित्र पुरोहिति संस्कार जिसके द्वारा पुरोहितों का अभिषेक किया जाता हैं पर्व मनाया गया। अपने प्रवचन में मुख्य याजक पल्ली पुरोहित फादर पीटर कटारा ने कहा कि मनुष्य योजना बनाता है किन्तु उसकी सफलता ईश्वर पर निर्भर है। जिसको ईश्वर बुलाता है वह ईश्वर का कार्य करता है पुराने व्यवस्थान में ईश्वर नबियों को चुनता है। और उसे ईश्वरीय कार्य के लिए भेजता है। ईश्वर जिसको चुनता है वह लोगों की नजरों में कमजोर हो सकता है किन्तु ईश्वर उसे ही पुरोहिताई कार्य के लिए चुनता है। और वह ईश्वर का कार्य करता है। पवित्र पुरोहिताई संस्कार द्वारा ही पुरोहित अभिषेक किया जाता है। और वे ही कलीसिया के संस्कारों को प्रदान करता है। पवित्र परम प्रसादसंस्कार में प्रभु येशु स्वयं अपने आप को मनुष्यों के लिए समर्पित करते हैं। मिस्सा के दौरान 12 शिष्यों के पैर धोए गए जो कि प्रभु येशु के मनुष्यों के प्रति प्रेम की निशानी है प्रभु येशु ने पैर धोकर अपने शिष्यों सेकहा मैने ईश्वर और गुरु होते हुए भी तुम शिष्यों के पैर धोए है तुम भी दूसरों के साथ इसी प्रकार सेवा करते रहो। मिस्सा पूजा में मुख्य याजक फादर पीटर कटारा के अलावा फ्लॉवर लेट अंग्रेजी माध्यम के मैनेजर फादर जॉर्ज सहायक पल्ली पुरोहित फादर असीम मिंज फादर रोहित मचार फादर लुकास डामोर एवं ब्रदर राकेश डामोर ने भाग लिया। मिस्सा के कार्य क्रम का संचालन ब्रदर माजेश बारिया ने किया। मिस्सा पूजा के दौरान भक्ति मय गीतों का संचालन राजू कटारा एवं उसके दल द्वारा किया गया। मिस्सा समाप्ति पर पुरोहितों के पर्व के उपलक्ष में उनका सम्मान राजेंद्र बारिया पल्ली परिषद सचिव के संचालन में किया गया और पल्ली परिषद के सदस्यों द्वारा भेंट दी गई। अंत में फादर पीटर कटारा ने पल्ली परिषद के सदस्यों माता मारिया समिति युवाओं दोनों सिस्टर्स कॉवेंट की सिस्टर्स का आभार माना।

