
जितेंद्र की मौत हो गई है यह आश्वश्त होने के बाद गए हमलावर
माही के गूंज, खवासा।
बाजना मार्ग पर खवासा में जितेंद्र गेहलोत का मांसाहारी ढाबा संचालित है, बता दे कि, जितेंद्र गेहलोत पर दूसरी बार बड़ा हमला हुआ है। इस बार तो जितेंद्र गेहलोत की मौत हो जाने की पुष्टि हमलावरों ने की उसके बाद हमलावर, मृत स्थिति में बीच सड़क पर जितेंद्र को छोड़ बेखोफ गए।
व्यक्ति चाहे कोई भी हो अगर वह अपराधी है या किसी अपराध को अंजाम देता है तो माही की गूंज की हमारी कलम कभी लिखने में रुकती नहीं है।
शनिवार- रविवार की रात्रि करीब 12 बजे जितेंद्र गेहलोत जानकारी अनुसार अपना बाजना मार्ग स्थित ढाबे को बंद कर घर जा रहा था कि, ढाबे से गांव की और कुछ ही दूरी पर बलराम चौहान की खाद व सीमेंट सरिया की दुकान के आगे जैसे ही जितेंद्र गेहलोत अपनी बाइक से आ रहा था। वहीं गांव की ओर से स्कूटी पर सवार होकर अपराधी आए वहीं ढाबे की ओर से भी बाइक सवार आए और स्कूटी सवार एवं बाइक सवार ने जितेंद्र गेहलोत को किसी प्रकार का कोई मौका ही नहीं दिया और धारदार हथियार जानलेवा हमला कर दिया ।जिससे जितेंद्र गेहलोत के सिर पर धारदार हथियार से कई गहरी व जख्मी चोटे आई है। जितेंद्र गेहलोत के परिवारजनों को घटना की जानकारी जब देर रात्रि में लगी तो उपचार हेतु ले जाया गया। फिलहाल समाचार लिखे जाने के पूर्व जितेंद्र गेहलोत के परिजन से चर्चा हुई तो बताया, जितेंद्र पर जानलेवा हमला किया है यह हमला क्यों किया यह अभी पता नहीं है। जितेंद्र को सिर में कई गहरी चोटे आई है पचास से अधिक टाके लिए गए हैं। तथा सिर के अंदर ब्लड जम जाने के बाद डॉक्टर कह रहे हैं अभी स्थिति गंभीर है। अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है बस भगवान से प्रार्थना है कि जितेंद्र बच जाए। फिलहाल दाहोद के हाडा हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है। हो सकता है डॉक्टर की सलाह पर उपचार हेतु जितेंद्र को बड़ौदा ले जाया जाए।
घटना की पुख्ता जानकारी हेतु घटनास्थल पर प्रतिनिधि पहुंचा और देखा तो जितेंद्र के गाडे खून के धब्बे सड़क किनारे थे। वही बताया जा रहा है, जितेंद्र पर जानलेवा हमला करने के बाद स्कूटी व बाइक सवार एक बार चले गए लेकिन वास्तविक रूप से जितेंद्र मौत के घाट उतर गया कि नहीं यह देखने के लिए गांव की ओर से स्कूटी सवार फिर आए और जितेंद्र को देखने पर मृत स्थिति में पाया गया उसके बाद स्कूटी सवार अपने साथी के साथ गांव की ओर स्कूटी लेकर चला गया। वही बलराम चौहान का चौकीदार भी जग गया था व जितेंद्र के पास पहुचा व अन्य को फोन करने का प्रयास किया ऐसे मे हमलावर भाग कर गए।
दो व्यक्ति को पकड़ चुकी पुलिस
खवासा निवासी प्रीतेश और उसका छोटा भाई पंकज पिता हुकुम मालवीय जो की स्कूटी सवार थे बताया जा रहा है और पुलिस ने दोनों भाई जिन्होंने जितेंद्र पर जानलेवा हमला किया है को गिरफ्त में ले लिया है। परंतु पुलिस पुख्ता जानकारी देने से बच रही है। पुलिस का मानना है की घटना की पूरी जानकारी निकालने के बाद पूरी बात बताई जाएगी।
बता दे कि, प्रीतेश मालवीय सीएम राइस स्कूल परिसर के आगे बामनिया मार्ग पर अपना ढाबा संचालित करता है जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर जितेंद्र को जान से मारने की घटना को अंजाम दिया, पुलिस प्रितेश के अन्य सहयोगी साथियों की भी तलाश कर रही है। पुलिस को घटनास्थल का वीडियो तो मिल गया है लेकिन पुलिस बाजना मार्ग से लेकर बस स्टैंड तक जिन-जिन मकान के आगे सीसीटीवी कैमरे लगे हैं अगर वह खंगालेगी तो पुलिस के इस प्रकरण में मजबूती प्रदान करेगी। तथा बाइक व स्कूटी सवार के स्पष्ट चेहरों के खुलासे हो सकते हैं, ताकि न्यायालय में यह प्रूफ अपराधी को कड़ी सजा दिलाने में नीव का पत्थर साबित हो सकता है।
वैसे तो धुलेटी के दौरान भी जितेंद्र गेहलोत पर सेमलिया के कुछ लोगों ने हमला किया था । जिसका कारण यह सामने आया था कि, धुलेटी के दिन पुलिस की सख्ती के चलते ढाबा बंद था और जितेंद्र के ढाबे पर मिलने वाली सुविधा देने से मना कर दिया था जिसके चलते जितेंद्र पर हमला किया था लेकिन गत रात्रि में जितेंद्र पर हुआ यह जानलेवा हमले में अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है कि आखिर एक ढाबा संचालक प्रितेश मालवीय उसके भाई पंकज व उसके साथियों ने आखिर क्यों जितेंद्र गेहलोत के साथ यह जानलेवा हमले का प्रयास किया।
पुलिस मामले की गुत्थी सुलझाने में लगी है, पुलिस का खुलासा क्या सामने आता है यह तो पुलिस के खुलासे के बाद ही पता चलेगा।
जितेंद्र गेहलोत पर हुआ जानलेवा हमला