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पुलिस की पनाह ही अपराधों में कर रही बढ़ोतरी
02, May 2025 2 weeks ago

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क्षेत्र में आंतक का पर्याय बनी इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामवासी बडी संख्या में पहुचे पुलिस चौकी।

मामलाः दो भाइयों ने जान से मारने की रची साजिश, रेकी कर जितेंद्र गेहलोत पर किया जानलेवा हमला

दोनों भाइयों की रंजिश में अन्य बेगुनाह को भी बना दिया गुनहगार

माही की गूंज, खवासा।

    हमारी कलम सदैव किसी व्यक्ति या समाज का विरोध नहीं करती है। लेकिन हमारी कलम हर उस व्यक्ति का विरोध करती है जो क्षेत्र में भय का माहौल पैदा करता है, आतंक फैलाता है, अपराधों को अंजाम देता है। ऐसे अपराध व अपराधों को अंजाम देने वाले एवं माफिया का हमारी कलम विरोध करती रही है और आगे भी करती रहेगी। वहीं प्रशासनिक नुमाइंदो द्वारा जहां भी अपने दायित्व का निर्वहन नहीं कर माफियाओं व अपराधियों व अपराधों में अपना अर्थ लाभ को महत्व देकर बढ़ोतरी की जाती है। ऐसे में प्रशासन को जनहित में हमारी कलम सदैव आइना दिखाती है और दिखाती रहेगी।

    बात करें झाबुआ जिले के थांदला थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम खवासा की तो इसी गांव से माही की गूंज का प्रकाशन होता है। खवासा क्षेत्र राजस्थान सीमा से लगा है तो इसी क्षेत्र के सिवाडे़ से माही नदी अनविरल बहती है और नदी के उस पार रतलाम जिला सटा है। खवासा व क्षेत्र छूट-पुट घटनाओं को छोड़कर यह किसानी क्षेत्र होकर यह भाई-चारे का एक प्रतीक है एवं यह क्षेत्र पूरी तरह से शांत स्वभाव वाला है। लेकिन कुछ लोगों को यह शांत फिजा वाला क्षेत्र हजम नहीं होता है और अपराधों को अंजाम देकर क्षेत्र में भय का माहौल बनाकर अपने आतंक का परिचय दे रहे है। वही ऐसे होने वाले आंतक का विरोध क्षेत्र का प्रत्येक व्यक्ति कर रहा है। कुछ दिन पुर्व ही खवासा की एक मोबाईल दुकान पर जनप्रतिनिधियो व उनके साथियो ने जमकर उदमात मचाया था। व्यापारी के साथ मारपिट की थी। वह घटना लोगो के जहन में थी ही कि, हाल ही में 26-27 अप्रैल की रात्रि में दो भाइयों ने व्यक्तिगत रूप से रंजिश पाल एक युवक की रेकी कर उस पर जानलेवा हमला कर दिया। तथा इस बात से आश्वस्त हुए कि हमले में युवक की मौत हो गई है उसके बाद हमलावर दोनो भाई गए।

रेकी कर किया हमला

    मामला यह सामने आया कि, गाव बाहर बाजना मार्ग पर स्थित ढाबा संचालक जितेंद्र गेहलोत की शनिवार-रविवार की रात्रि करीब 8-9 बजे से षड्यंत्र के साथ सुनियोजित तरीके से पंकज व उसका बड़ा भाई प्रीतेश पिता कैलाश (होकम) मालवीय ने रेकी की ओर जितेंद्र गेहलोत जैसे ही एकांत में अकेला मिला वैसे ही उसे जान से मार देने की ठान ली। दोनों भाई के इस षड्यंत्र से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं क्रिर्तीश पिता मुकेश परमार व मनीष सिंगाड़ उन दो को भी पंकज व प्रितेश ने अपने गिनोने अपराध में सह आरोपी बना दिया। वही गोलु नाम के किसी युवक की पलसर गाड़ी का उक्त घटना में प्रयोग किया।

       बताया जा रहा है कि, पंकज मालवीय की दोस्ती 18 वर्षीय क्रिर्तीश से थी और फोन कर पंकज ने क्रिर्तीश ने बात की और बस स्टैंड से क्रिर्तीश को अपनी स्कूटी पर चल आते है कह कर बिठाकर ले गया। इसी प्रकार प्रीतेश मालवीय ने अपने ढ़ाबे पर कुछ माह से काम करने वाले मनीष सिंगाड़ को काम के बहाने पल्सर बाइक पर बिठाकर ले गया। बताया यहां तक जा रहा है कि, दोनों भाई ने जितेंद्र की रेकी थांदला मार्ग गैस गोदाम के आगे एवं बाजना मार्ग तक जहाँ-जहॉं जितेंद्र गया वहां दो गाड़ियों से अलग-अलग रेकी करते रहे। जितेंद्र करीब 10 से 10ः30 बजे पाकिस्तान के विरोध में किए गए आयोजन में शरीक हुआ जिसके बाद जितेंद्र अपने घर गया। जिसके बाद जितेंद्र अपने बाजना मार्ग स्थित ढाबे की ओर गया चूंकि ढाबे को बंद कर दिया था लेकिन उसका निरीक्षण कर रात 11ः54 मिनट के करीब अपने ढाबे से गांव की ओर अपने घर आ रहा था कि, बलराम चौहान की दुकान के सामने तक जितेंद्र आया और गांव की ओर से पंकज मालवीय स्कूटी से जीतू की बाइक के सामने आया और अपनी स्कूटी रोकने के पूर्व ही धारिया की तरह एक धारदार हथियार उस स्कूटी के आगे से निकालकर हाथ में लेकर सीधा हथियार से जितेंद्र के सर पर जानलेवा वार कर दिया ओर गिरा दिया पंकज के पिछे क्रिर्तीश बैठा था। इतना ही नहीं जैसे ही पहला वार पंकज ने किया इतने में ढाबे की ओर से प्रीतेश, मनीष के साथ पलसर बाईक से आया और प्रीतेश बाइक से उतरा। तथा मनीष सिंगाड़ व क्रिर्तीश परमार घटना को कुछ समझ पाए उसके पूर्व तो पंकज कुछ सेकंड में कई वार जितेंद्र गेहलोत को जान से मारने के लिए धारदार हथियार से एक के बाद एक जानलेवा वार सिर पर कर  डाले। ऐसे में पंकज के पीछे स्कूटी में बैठा क्रिर्तीश, मनीष के पीछे पलसर बाइक पर बैठकर दोनों देवगढ़ रोड होकर जैन मंदिर होते हुए अपने-अपने घर चले गए। बलराम चौहान के दुकान के आगे लगे सीसीटीवी कैमरे फुटेज में भी यही सामने आ रहा है कि, बाइक से जिस युवक के साथ प्रितेश आया उस बाईक पर युवक के साथ पंकज के पीछे स्कूटी पर बैठा क्रिर्तीश मौके से रफू चक्कर हो गए। वीडियो में यह भी स्पष्ट जो रफू चक्कर हुए इनका पुलिस अनुसार नाम मनीष व क्रिर्तीश बताया जा रहा है, जिन्होंने कोई हमला जितेंद्र पर नहीं किया। लेकिन धान के साथ धनेरिये के रूप में यह दोनों भी षड्यंत्रकारी प्रितेश व पंकज के जाल में फंस गए और सह आरोपी बन गए। पंकज मालवीय ने जितेंद्र पर कुछ सेकेंड तक एक राक्षक की मुद्रा में आकर हमला करता रहा और जितेंद्र मृत अवस्था में होकर सड़क व बाइक पर पड़ा रहा। जिसके बाद प्रितेश अपने भाई पंकज को स्कुटी पर बिठाकर ले गया और दोनो रफू चक्कर हो गए जो  सीसीटीवी फुटेज में भी स्पष्ट दिखाई दे रहा है। पुलिस ने मुख्य आरोपी पंकज व प्रितेश को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।

    चौकी प्रभारी एडमिरल तोमर ने बताया, चार आरोपी के विरुद्ध रेकी करने, गाली गुप्ता करने, धमकाने,  जान से मारने का प्रयास बीएनएस की धारा 126(2), 296, 109, 3(5) में मामला दर्ज किया है। बचे दोनों सहआरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।

लोगों में दिखा आक्रोश

    शांत फिजा को बिगाड़ने का प्रयास करने वाले अपराधियों व उक्त घटना को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा गया। वहीं स्थानीय लोग बड़ी संख्या में घटना के दूसरे दिन रविवार को पुलिस चौकी खवासा पहुंचे और पुलिस प्रशासन को सद्बुद्धि दे और अपनों कर्तव्य का पालन सही से करें जिसके लिए हनुमान चालीसा का पाठ पुलिस चौकी परिसर में ही किया। करीब 1 घंटे बाद थांदला से एसडीओपी रविंद्र राठी, थाना प्रभारी बृजेश मालवीय पहुंचे जिनको लोगों ने घटना की वस्तु स्थिति से अवगत कराया। तथा गांव में ढाबे, रेस्टोरेंट संचालित हो रहे हैं वहां प्रत्येक जगह शराब का अवैध कारोबार संचालित हो रहा है और यह कारोबार ही मुख्य रूप से अपराध है यह लोगों ने कहा। साथ ही लोगों ने इन ढाबे पर बिकने वाली अवैध शराब एवं ढाबे बंद करने की मांग के साथ आरोपी प्रीतेश व उसके पिता कैलाश मालवीय द्वारा सीएम राइज स्कूल के आगे बामनिया मार्ग पर ढाबा एवं अवैध शराब का अड्डा अतिक्रमण कर चलाया जा रहा है जिसे भी हटवाने की मांग की।

आखिर इस घटना को क्यों दिया अंजाम की चर्चा

    इतनी बड़ी घटना जिसमें बेखोफ होकर किसी व्यक्ति को जान से मार देने का प्रयास किया जाना, किसी भी छोटी बात को लेकर ऐसी घटना को अंजाम नहीं दिया जा सकता। आखिर क्यों पंकज और प्रीतेश मालवीय ने जितेंद्र गेहलोत को मौत के घाट उतारने का प्रयास किया...? यह हकीकत जानने की जिज्ञासा आज भी लोगो में है।

    माही की गूंज ने जब घटना की हकीकत जानना चाही तो कई तथ्य सामने आए, जिसमें प्रथम दृष्टिया यह सामने आया कि, पंकज तामसी प्रवृत्ति का है जिसने करीब एक माह पूर्व ही अपनी ही दादी को जान से मारने का प्रयास करते हुए लठ से सिर पर वार कर लहू लुहान कर दिया था। लेकिन पारिवारिक मामला होने के चलते यह मामला पुलिस तक नहीं पहुंचा। पुलिस की जानकारी अनुसार सामने आया कि, नवरात्रि के समय पंकज किसी लड़कियों से गरबा महोत्सव में छेड़खानी का प्रयास कर रहा था जिसको लेकर जितेंद्र गेहलोत ने आपत्ति ली थी और विवाद के साथ मन मुटाव था। वही कुछ माह पुर्व खवासा पेट्रोल पंप पर भी जितेंद्र व पंकज की कहा सुनी एवं गाली गलौज हुई जो देखी गई।

महिला के साथ अवैध संबंध भी रहा घटना का मुख्य कारण

    माही की गूंज की अपनी तस्दीक में इस जानलेवा हमले का मुख्य कारण जानने का प्रयास किया तो आम चर्चाओं में सामने आया कि, बाजना मार्ग पर एक कालोनी में रहने वाली एक महिला जो की एक बच्चे की मां है के साथ प्रीतेश मालवीय के अवैध संबंध होकर आपत्तिजनक बातें भी मोबाइल पर व सोशल मीडिया पर की जाती थी। उक्त महिला के पति से जितेंद्र गेहलोत की दोस्ती होना बताया जा रहा है, जिसके चलते जितेंद्र ने उसके दोस्त महिला के पति को समझाईस दी कि थोड़ा तू घर पर ध्यान दें। वही दोस्त के पक्ष में जितेंद्र ने कुछ दिन पूर्व प्रितेश को भी दोस्त की पत्नी से दूर रहने की बात कही थी जो चर्चा गाव में है। शायद यही बात प्रीतेश को हजम नहीं हुई और पूर्व में पंकज से भी जितेंद्र से कहा सुनी कुछ मामलों में हो चुकी थी। जिसके चलते शायद दोनों भाइयों ने एक मत होकर षडयंत्र पूर्वक दोनों भाई ने बिना किसी भय के सीसीटीवी कैमरे में कैद होकर जितेंद्र पर जानलेवा हमला किया जो चिंतनिय  व दुखद है।

पिता की दादागिरी पर पुलिस ने किया बंद

    मुख्य आरोपी पंकज व प्रितेश के पिता कैलाश (होकम) मालवीय जो की बामनिया मार्ग पर अपने पुत्र प्रीतेश के साथ मांसाहारी ढाबा व अवैध शराब का व्यवसाय करता है। पिता  अपने दोनों लड़कों की घिनौनी हरकत को सहमति देते दिखाई दिया। नतीजन बेटों द्वारा उक्त शर्मनाक व आंतक रूपी घटना करने के बाद भी पिता बेखोफ होकर ढाबे पर शराब बेचता रहा और ढाबे पर शराब पीने गए उनमें से कुछ ने गांव में व्यक्तियों को बताया कि, कैलाश के ढाबे पर जब हम शराब पीने गए तो कैलाश कह रहा था कि मेने  मेरे दोनो छोरो के साथ पांचो को कहा था कि, जितेंद्र को पूरा खत्म करके आना, पर सालों ने उसे जिंदा छोड़ दिया वह पाचवा कोन है वह केलाश ही बता सकता है या पुलिस खुलासा कर सकती है। वहीं जब गांव के लोग अपनी आक्रोश रैली निकाल कर चौकी पर पहुंचे तो कैलाश मालवीय भी चौकी पर पहुंचा और एसडीओपी व टीआई के समक्ष ही गांव वाले को धमकाने लगा कि, तुम गांव के लोग क्यों आए हमारी तो यह धंधे की लड़ाई थी, इसलिए जितेन्द्र को मारा बेतुकी बातें कैलाश द्वारा करने पर एसडीओपी व टीआई ने कैलाश को लताड़ लगाई और चौकी में बंद कर 151 में मामला दर्ज कर लिया । वही पुलिस की पनाह से ही गाव-गाव व ढाबो-ढाबो पर शराब बिक रही है। तथा पुलिस की पनाह के साथ ही अपराधियों मे ऐसे हासले बुंलन्द होते रहेगें और जितेंन्द्र गेहलोत की तरह लोगो की जान पर खतरा बना ही रहेगा। लेकिन माफियाओं के आगे अपना जमीर बेच चुकी पुलिस, ऐसे जानलेवा अपराधो के बाद भी शराब माफियाओं को सरंक्षण देना बन्द नही करेगी यह तय है। नतिजन जिले में गाव-गाव अवैध शराब के अड्डे संचालित होते रहैंगे और पुलिस की पनाह के साथ इस तरह के अपराधी पेदा होते रहेगेें तथा इस तरह के घिनोने व जानलेवा अपराध होते रहेगें और पुलिस सिर्फ अपने तमगे बड़ाने के लिए सिर्फ सोशल पुलिसिंग का कार्य कर अपनी वाहवाही लुटती व लुटवाती रहेंगी।

आज होगा आरोपियों का ढाबा जमीदोज

    मुख्य ओरोपी प्रितेश मालवीय का बामनिया रोड स्थित संचालित ढाबा व शराब का अड्डा जो की सीएम स्कूल के आगे बामनिया मार्ग पर शासकिय भूमी पर अतिक्रमण है। जिसे प्रशासन ने उक्त घटना के बाद नोटिस देकर आज जमीदोज़ किया जाएगा। उक्त जानकारी पटवारी दिनेश राणा द्वारा दि गई।

हत्या की नियत से आए पंकज व प्रितेश मालवीय हमला करने के बाद जितेन्द्र गेहलोत की मौत हो गई आश्वस्त के बाद आरोपी गए। घटना सीसी टीवी में कैद।

रंजिश रख हमलावर ने जितेन्द्र गेहलोत के पुरे सिर में धारदार हथियार से किये जानलेवा कई वार।

पुलिस की पनाह के साथ ही बामनिया मुख्य मार्ग पर आरोपी व उसके पिता शा.भूमि पर अतिक्रमण कर मांसाहारी ढाबे के साथ अवैध शराब परोसी जाती थी। अपराध होने के बाद अब प्रशासन को दिख रहा अतिक्रमण।



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