
माही की गूंज, पेटलावद।
नगर के बामनिया रोड पर सेंचा परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा का 8 दिवसीय आयोजन किया जा रहा है। जिंसमे कथा वाचक पंडित मनीष भैया (बदनावर वाले) के मुखारबिंद से किया जा रहा है। आज कथा के पांचवे दिन पंडित मनीष भैया ने भगवान के जन्म की लीलाओं का वृत्तान्त सुनाते हुए कहा कि, भगवान भाव का भूखा है और भगवान हमारे साथ ही बस उनके हनारे भाव की आवश्यकता है। आज भयंकर गर्मी का समय है और हम पंखे, कूलर, ऐसी आदि साधनों का प्रयोग करते है वही भगवान उनके स्थान पर गर्मी में बैठे रहते है। क्योंकि हम माने है कि, भगवान की सिर्फ मूर्ति जबकि भगवान स्वयं हमारे घर मे मौजूद है। हम घर मे कोई काम करे, कोई भी भोजन बनाये तो भगवान को पहले भोग लगाएं, गर्मी में उनके लिए ठंड की व्यवस्था करें, ठंड में भी उनको गर्मी की व्यवस्था करें, घर से बहार जाते समय साथ चलने और घर वापस आते समय भगवान को उनके स्थान पर बैठने का आह्वान करे। अगर भगवान आप स्वयं अपने साथ मानेंगे तो भगवान हमारे साथ ही है। पंडित जी ने भागवत कथा के महत्व को साझा किया और इस प्रकार के आयोजन जीवन मे हर किसी को एक बार अपने समर्थ अनुसार करने की बात कही। कथा श्रवण करने हेतु बड़ी संख्या में जजमान पहुँच कर धर्म लाभ ले रहे है। वही सेंचा परिवार द्वारा कथा स्थल पर पहुँचने के लिए वाहन की व्यवस्था के साथ साथ कथा स्थल पर भीषण गर्मी से बचने के लिए बड़े कूलर और पानी के फवारे की व्यवस्था भी की है।