सीएम धूप में भाषण देते रहे व पार्टी के पदाधिकारी मंच की छांव में रहे विराजित
माही की गूंज, झाबुआ।
नगरीय निकाय चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने जिला मुख्यालय पर भाजपा के पक्ष में चुनावी सभा को सम्बोधित किया। इसके पहले मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर काफी असमंजस वाली स्थिति देखने को मिली। मुख्यमंत्री के भोपाल से जारी कार्यक्रम अनुसार वे 24 सितम्बर 2022 रविवार को 11.:40 बजे झाबुआ हेलीपेड पर उतर कर झाबुआ में लोकल कार्यक्रम करने वाले थे। यहां से वे सीधे थांदला लोकल कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे। जिसके बाद शानिवार शाम झाबुआ जनसंपर्क कार्यालय एक प्रेसनोट जारी होता है जिसमें यह दर्शाया जाता है कि, मुख्यमंत्री ग्राम देवझिरी में जन सेवा अभियान शिविर में हिस्सा लेंगे। जबकि भोपाल से जारी कार्यक्रम में इस आयोजन का कोई जिक्र ही नहीं था। जिला जनसंपर्क कार्यालय से जारी पहले प्रेसनोट में कहीं भी चुनावी सभा का जिक्र नहीं था, मगर पीआरओ के अनुसार मुख्यमंत्री पहले झाबुआ में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे और उसके बाद ग्राम देवझिरी में जन सेवा अभियान शिविर में हिस्सा लेंगे। स्थिति ऐसी हो गई मानों कार्यक्रम का सही सेड्यूल जैसे किसी को पता ही नहीं हो। मुख्यमंत्री के दौरे के एक दिन पहले शाम तक यह तय नहीं हो पा रहा था कि मुख्यमंत्री झाबुआ पहुंचने के बाद पहले क्या करेंगे? रविवार सुबह सही खबर सामने आई कि मुख्यमंत्री पहले ग्राम देवझिरी में जन सेवा अभियान शिविर में हिस्सा लेंगे उसके बाद शहर के राजवाड़ा पर चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।
अपने सेड्यूल से करीब 45 मिनट देरी से झाबुआ में लैंड हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह का हेलीपेड पर प्रशासनिक अधिकारियों व भाजपा संगठन के नेताओं ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। यहां से मुख्यमंत्री का काफिला सीधे ग्राम देवझिरी के लिए रवाना हुआ। यहां मुख्यमंत्री को जन सेवा अभियान शिविर कार्यक्रम में हिस्सा लेना था। रास्ते में कई जगह-जगह मुख्यमंत्री का भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। ग्राम देवझिरी में आयोजित इस कर्यक्रम के बारे में यह भी बताया जा रहा है कि, नगरीय निकाय चुनावों के कारण और जिला मुख्यालय पर होने वाली चुनावी के कारण प्रशासनिक कार्य नहीं हो पाएंगे, जिला मुख्यालय पर अधिकारियों से मुलाकात व चर्चा होना संभव नहीं था, इसलिए ग्राम देवझिरी में इस तरह के आयोजन को अंजाम दिया गया। जन सेवा अभियान शिविर के रास्ते मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अधिकारियों से मुलाकात की। अब चुनावी माहौल में मुख्यमंत्री की अधिकारियों से इस तरह की मुलाकात क्या मायने रखती है यह तो कोई नहीं जानता?
खैर जो भी हो! लेकिन समय के सेड्यूल से पिछड़े मुख्यमंत्री देवझिरी का कार्यक्रम निपटाते हुए दोपहर 1:25 बजे झाबुआ चुनावी सभा को संबोधित करने राजवाड़ा पर पहुंचे। जबकि मुख्यमंत्री के जारी कार्यक्रम के अनुसार 1:25 बजे उन्हे थांदला पहुंचना था। राजवाड़ा पर चुनावी सभा को संबोधित करते हुए शिवराजसिंह चौहान ने नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा को विजय दिलाने की अपील की। उन्होने कहा कि जनता धूप में और जनप्रतिनिधि पंडाल में यह नहीं चलेगा। यहां जनता को धूप में बैठा देख मुख्यमंत्री मंच से उतर कर धूप में आए गए।
विडंबला यह कि मुख्यमंत्री जब जनता के बीच धूप में भाषण देने के लिए नीचे उतरे तो कई जनप्रतिनिधि व भाजपा के उम्मीदवार मंच पर ही छाव में बैठे या खड़े रहे, मुख्यमंत्री के साथ धूप में नहीं आए। सभा में जनता के सामने अधिकारियों को धमकाते हुए चौहान ने कहा कि खैर नहीं है जो जनता को परेशान किया तो। हालांकि मुख्यमंत्री ने मंच से कुछ खास घोषणाएं नहीं की। स्थानीय मुद्दों की बात रखते हुए कहा कि नल-जल योजना की पाइप लाइन पूरे शहर में बिछाई जाएगी। नए बस स्टेंड की सौगात दी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज की यह घोषणा कब और कैसे पूरी होंगी यह तो समय के गर्त में है। क्योंकि हमें याद है कि पिछले नगरपालिका चुनाव में यही राजवाड़ा इस बात का गवाह है कि मुख्यमंत्री ने घोषणा वीर बनकर झाबुआ में नर्मदा मैया को लाने की बात कही थी। नर्मदा मैया अब तक जिले में नहीं पहुंची लेकिन पांच साल पुरे होने के बाद चुनाव फिर से लौट आए। मामा शिवराज फिर आए छुट-पुट घोषणाएं की मगर मां नर्मदा को याद तक नहीं किया। वैसे भी मुख्यमंत्री की इस सभा में जिला मुख्यालय की जनता ने कोई उत्साह नहीं दिखाया। जिला मुख्यालय होने के बावजूद सभा में हजार-डेढ हजार लोग भी शामिल नहीं हो सके। इससे जिला मुख्यालय पर भाजपा की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। मुख्यमंत्री की आज हुई सभा भाजपा के लिए प्लस पाइंट बनती है या माइनस पाइंट यह तो ३० सिम्बर को ही पता चलेगा। मगर यह तय है कि हालात अच्छे नहीं है। इससे पहले जिले में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी चुनावी रोड-शो करने आए थे। उनके रोड शो की स्थिति भी ऐसी थी कि जनसंकर्प के नाम पर हुई नौटंकी का लोगों ने सोशल मीडिया पर खूब उपहास उड़ाया। लोगों का कहना था कि चुनाव कैलाश विजयवर्गीय लड़ रहे है या उम्मीदवार? खैर जो भी हो लेकिन स्थिति कहीं से भी स्पष्ट नहीं हो पा रही है। जनता अब तक खामौश ही नजर आ रही है। मैदान में बागियों और निर्दलियों का खासा बोलबाला दिखाई पड़ रहा है। चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान थांदला के लिए रवाना हो गए।