एक पिता ही बेटे को धकेल रहा सट्टा रूपी दलदल में
माही की गूंज, खवासा
कहते है पिता अगर अच्छे आचरण के साथ बेटे को सही राह दिखाएं तो, बेटा सही राह पर जा सकता है। परन्तु जब पिता ही अपने गलत कार्यो के साथ कार्य करता है और वह अपने बेटे को भी उसी गलत आचरण के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करता है तो, तय है कभी न कभी ऐसे बाप-बेटे एक साथ ही अपने गलत कार्यो के साथ जेल की सलाखों के पीछे जाए तो शायद कोई आश्चर्य की बात नही होगी।
खवासा निवासी कालूराम पिता शान्तिलाल पाटीदार गोपाल कॉलोनी एक लंबे समय से सटोरेबाज एवं जुआरी है। अपनी आदतों को सुधारने की बजाय अपने एक ही पुत्र भावेश पाटीदार को भी इसी राह पर ले जाकर खड़ा कर उसे भी सटोरिया एवं सट्टो का खाईवाल बनाकर उसके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का कार्य एक पिता होकर किया, नतीजन खवासा पुलिस को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि, कालूराम और उसका बेटा भावेश दोनों सट्टा चलाते हैं, पुलिस ने पूर्व में भी दबिश दी थी परंतु सफलता नहीं मिल पाई थी। आज खवासा चौकी प्रभारी सुशील पाठक, एएसआई महावीर वर्मा, बहादुरसिंह पवार, आरक्षक विजेंद्र यादव, महेश चौहान आदि ने दोनों बाप-बेटे कालूराम एवं भावेश पर पूरी सर्चिंग कर गोपाल कॉलोनी के तिराहे पर सट्टा लिखते हुए भावेश पिता कालूराम पाटीदार को पकड़ 5 हजार 100 रुपए नगद के साथ पर्चियों सहित पेन से लिखते पकड़ा, वही थोड़ा आगे उसके घर के पास वाले मकान में उसका पिता कालूराम पिता शांतिलाल भी सट्टा लिख रहा था उसे भी रंगे हाथ पकड़ कर 5 हजार 390 रुपये नगदी के साथ पर्चियां एवं पेन जप्त किए। दोनों के विरुद्ध सट्टा अधिनियम के तहत दो अलग-अलग मामले दर्ज किए।