माही की गूंज, बामनिया
महिला प्रताड़ना को लेकर सरकार ने लाख कदम उठाए हो लेकिन आदिवासी बाहुल्य जिले में महिलाएं आज भी घरेलू हिंसा और प्रताड़ना के शिकार हो रही हैं, खास कर ग्रामीण क्षेत्र में एक पत्नी के होते दूसरी पत्नी लाने की परम्परा आज भी जारी है, जिससे महिलाओं को प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा है और मासूम बच्चों का जीवन भी बर्बाद हो रहा है। बामनिया के कालजिया फलिये की महिला भुंडी पति सोनू गरवाल को उसके पति सोनू गरवाल निवासी रुनजी ने दो मासूम बेटियों सहित मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया ओर कारण वही दूसरी महिला को घर लाना। प्रताड़ित महिला ने करवड़ चैकी पर आवेदन देकर पति, ससुर, जेठ सहित दूसरी महिला पर मारपीट कर घर से निकालने का आरोप लगाया है। पीड़ित भुंडी पति सोनु गरवाल निवासी रुणजी ने बताया कि, उसका पति सोनु पिता लक्ष्मण गरवाल, जेठ प्रकाश पिता मोहन गरवाल, ससुर लक्ष्मण और पति की दूसरी पत्नी माना पिता रमेश भुरिया निवासी पोलारूण्डा ने मारपीट कर मासुम लड़कियो के साथ घर से निकाल दिया और पति द्वारा बीना मुझसे कानुनी रूप से अलग हुए दुसरा विवाह करने का कहकर प्रताड़ित कर जान से मारने की धमकी देकर घर से निकाल दिया। पीडित महिला ने बताया मेरी एक व दो वर्ष की दो मासुम लडकीया है और दोनो लडकियो के साथ मुझे घर से निकाल कर पीयर भेज दिया, मेरे पिता और मेरे भाई वापस मुझे समझा बुझाकर रूणजी मेरे सुसराल छोड़ने गए तो, मेरे सुसराल वालो ने मेरे साथ परिवार वालों के सामने मारपीट की गई, पीड़ित महिला के परिवार और ग्राम पचों द्वारा सुसराल वालो से सम्पर्क किया, लेकिन सुसराल वालो ने दूसरी महिला से बिना मुझे कानुनी तलाक लिए पत्नी बनाकर रख लिया है और अब मेरे परिवार को बोल रहे है कि, तुम्हारी लडकी तुम्हारे पास रखों यहाँ आई तो जान से मार देगे। पीड़ित महिला पर स्वयं के साथ दो मासुम लडकियो के पालन-पोषण करने की मुश्किल खड़ी हो गई है। अब ये देखना होगा कि, पुलिस महिला की शिकायत पर क्या कार्रवाई करते हैं या फिर एक और महिला प्रताड़ना का शिकार होकर फिर से गलत परंपरा की भेंट चढ़ जाएगी।
पीड़ित भुंडी और उसकी दो मासूम बेटिया जिसे सुसराल वालो ने मारपीट कर निकाल दिया।