पति-पत्नी का विवाद, किटनाशक से महिला के साथ गर्भ में पल रहा 7 माह का लड़का व 1 वर्षीय मासूम बच्ची की हुई मौत
निर्दयी, पति धर्म के साथ नही निभा पाया पिता धर्म भी
माही की गूंज, खवासा (झाबुआ)
रोज-रोज का गृह कलह व्यक्ति को किस बर्बादी की ओर ले जाता है यह झाबुआ जिले के थांदला थाने के खवासा चैकी क्षेत्र में देखने को मिला, जो चिंतनीय भी है व निंदनीय भी।
आए दिन कई तरह के मामले घटित होने के हमारे सामने आते हैं, पर कुछ मामले ऐसे घटित होते हैं जो कहीं न कहीं हर व्यक्ति के दिलों को झकझोर देता है।
ऐसा ही झकझोर कर देने वाला एक मामला बुधवार-गुरुवार को खवासा क्षेत्र की ग्राम पंचायत तलावड़ा के ग्राम सादेड़ा में देखने को मिला।
मामला कुछ इस तरह है कि, सादेड़ा निवासी भूरा कटारा की करीब तीन वर्ष पूर्व राजस्थान के ग्राम काछला पोस्ट बसी (कुशलगढ़) निवासी रैना के साथ शादी हुई थी, शादी के बाद से ही पति-पत्नी के बीच में किसी न किसी छोटी-बड़ी बात से घर में कलह चल रहा था। वही दोनों के सम्मोहन के साथ एक वर्ष पूर्व भूरा की पत्नी रैना ने एक लड़की को जन्म दिया, जिसका नाम रितिका रखा गया। पियर पक्ष के अनुसार लड़की के जन्म के बाद भी भुरा रैना के साथ इस बात को लेकर विवाद करता था कि, तूने बेटे को जन्म नहीं देकर बेटी को जन्म दिया और आए दिन किसी न किसी बात को लेकर रैना से भूरा विवाद करता ही रहता था, एक बार बामनिया में ही स्टेशन पर भूरा ने पत्नि से विवाद किया और रैना को स्टेशन पर ही छोड़कर बाहर-गांव मजदूरी के लिए चला गया।
जानकारीनुसार बुधवार के दिन भी भूरा का विवाद उसकी पत्नी के साथ होकर मारपीट भी की, पत्नी ने परेशान होकर पति के द्वारा किए गए विवाद व मारपीट की बात घर के पड़ोस में रह रहे काका ससुर को बताई, यह बात पति भूरा को पता चली तो यह बात उसे इतनी नागवार लगी कि आवेश में आकर भूरा ने अपनी गर्भवती पत्नी व अबोध 1 वर्षीय बेटी रितिका को कीटनाशक दवाई पिला दी। यह सारा नजारा भूरा की साली उर्फ रैना की छोटी बहन रेखा ने देखी जो फसल की नवाई पर अपने बहन व जीजा के घर आई थी, रेखा ने अपनी आंखो देखी पुलिस को भी बताई।
निर्दयी पति उर्फ पिता भूरा की निर्दयता यही नहीं रूकी, पत्नि से विवाद कर किटनाशक पिलाने के बाद अपने ससुराल पक्ष को बताया कि, रैना ने किटनाशक दवाई पी ली है, जिस पर पियर पक्ष के सदस्य ने कहा दवाई पी ली है तो, उसे तत्काल बाजना या किसी भी अस्पताल में ले जाकर उपचार करवाओ हम भी आ रहे हैं, लेकिन निर्दयी पिता उर्फ पति ने अपने पति धर्म के साथ पिता धर्म भी भूल गया और निर्दयी पिता उर्फ पति भूरा ने अपनी गर्भवती पत्नी रैना को घर में ही तो, अपनी अबोध एक वर्षिय बेटी को जो जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही थी को पड़ोसी सुगना बाई के घर छोड़कर फरार हो गया।
पियर पक्ष की सुचना पर मौके पर पहुची पुलिस ले गई उपचार हेतु
वहीं मायके पक्ष का परिवार राजस्थान से सादेडा पहुंचे जिसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई, सूचना के बाद खवासा पुलिस व एसडीओपी मनोहर गवली, टीआई के साथ पुलिस बल मौके पर पहुंचा जहा पुलिस ने देखा अबोध लड़की की सांसे जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही थी, वही रैना मृत अवस्था में पड़ी थी, पुलिस ने त्वरित दोनों को उपचार हेतु बामनिया हॉस्पिटल ले गई, जहां डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया और महिला के गर्भ में पल रहे 7 माह के लड़के को ऑपरेशन कर गर्भ से बहार निकाला, गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का था, जिसने दुनिया में आने के पूर्व ही अपने माता-पिता के विवाद एवं आवेश की बलि चढ़ मृत्यु को प्राप्त हो गया। मौके पर फॉरेंसिक विशेषज्ञ डॉक्टर आर एस मुजाल्दे भी पहुंचे और शव का परीक्षण भी किया। महिला के साथ बच्ची व गर्भ में पले सात माह के बच्चे का पोस्टमार्टम गुरुवार को किया गया।
मायके पक्ष ने रोते-बिलखते हुए वाहन में ही रखे शवो पर अंतिम क्रिया की, कि रस्म अदायगी
पुलिस बुधवार को उक्त मामले में कुछ भी कहने से बचती रही, वहीं मायके पक्ष का परिवार ही साथ में मौजूद रहा और बड़ी संख्या में मायके पक्ष परिवार मकोडिया फंटे व सेमलिया फंटे पर आकर शव का इंतजार करते रहे। मकोडिया फंटे पर मायके पक्ष के परिजनों ने विरोध दर्ज कर पुलिस को कहा उक्त मामले की निष्पक्ष जांच होकर अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही होना चाहिए। परिजनों ने एकमत होकर कहा, तीन हत्या का आरोपी उनका जमाई भूरा ही है, आज वह सलाखों के पीछे नहीं गया तो फिर कोई अन्य परिवार ऐसी घटना का शिकार होगा। मकोडिया फंटे पर थांदला एसडीओपी मनोहर गवली के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल उपस्थित था, पुलिस की समझाइश के बाद पियर पक्ष के परिजनों ने निर्णय लिया कि, अगर अंतिम संस्कार में सादेड़ा गए तो परिजनों का आवेश फूट सकता है जो बड़े विवाद का भी रूप ले सकता है, इसलिए मायके पक्ष वालों ने रोते-बिलखते हुए बेटी व नाती-नातीन के अंतिम संस्कार की रसम वाहन में रखें शवों पर कपड़े ओडाकर की गई तत्पश्चात वो अपने घर लौट गए।
तो वहीं पुलिस बल की उपस्थिति में निर्दयी पिता उर्फ पति के परिजनों ने सादेड़ा मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया।
घरेलू विवाद व आवेश पर नियंत्रण नहीं होने के कारण हुई इस दर्द विदारक घटना से खवासा सहित क्षेत्र में उक्त घटना के बाद हर किसी के दिल को झकझोर कर रख दिया है।
थान्दला एसडीओपी श्री गवली ने गूंज को बताया, मामले में फिलहाल मर्ग कायम कर लिया है, पीएम रिपोर्ट आने के बाद मामले का अनुसंधान कर आरोपी के विरुद्ध उचित कार्यवाही की जाएगी।