माही की गूंज, भामल
बारिश के मौसम की शुरुआत से ही इस बार तेज़ बारिश को लेकर इंतज़ार हो रहा था, पूरा सावन सूखा निकल गया और भादो माह में भी रिमझिम बारिश लगातार जारी थी लेकिन शुक्रवार शाम से हो रही लगातार बारिश ने अंचल को तरबतर कर दिया और सूखे पड़े नदी-तालाब उफान पर आ गए। गाँव के मध्य भूतिया खाल पर पानी ही पानी दिखा जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे।
लगातार बारिश होने के साथ-साथ बिजली ने भी रात भर परेशान किया, खवासा क्षेत्र के रन्नी फिटर के अंतर्गत आने वाले ग्राम भामल, परवाड़ा आदि क्षेत्रों में रातभर बिजली सप्लाई चालू नही हो पाई, जिस पर मेंटेनेंस के नाम पर सवाल उठ रहा है। रुकनाथ राठौड़, रामसिंह सोलंकी, कृष्णा सोलंकी, राहुल खेर, केशु डामर आदि ने बताया कि, रातभर बिजली नहीं आई तो वहीं रविवार को समाचार लिखे जाने तक बिजली चालू नही हो पाई आखिर मेन्टेन्स के नाम पर क्या किया जाता है? यह समझ से परे है। जब भी बारिश शुरु होती है विद्युत सप्लाई हमेशा परेशानी का सबब बनता जाता है, बिजली कंपनी हर साल मानसून से पहले सधारण कार्य करती है इस दौरान घंटों बिजली की कटौती की जाती है, मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन हल्की बारिश व तेज बारिश होने से आंधी में ही बिजली गुल हो जाती है, लगातार बारिश होने के कारण बिजली बन्द होने से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है, घंटों लोगों को इंतजार करने के बाद भी रात बिना बिजली से गुजारनी पड़ी, आखिर कंपनी किस तरह के साधारण कार्य करती है, इस पर भी सवाल उठ रहा है।
वही मामले को लेकर जब खवासा कनिष्ठ उपयंत्री मुकेश परमार से चर्चा की तो उनका कहना है कि, 33 केवी लाइन में कई फाल्ट होने के कारण परेशानी हो रही है, रातभर बिजली नहीं आई है तो मै इसे दिखवा देता हूं, वहीं परवाड़ा में कुछ फाल्ट हो गया तो अभी हमारी टीम काम कर रही है, अब देखते हैं कि, साहब के कहने के बाद कब तक बिजली सप्लाई चालू होती है।