माही की गूंज, करवड़।
ग्राम करवड़ का 9 वर्षीय मासूम 31 अक्टूबर को अपने घर के बाहर खेल रहा था तब वह डॉग बाइट का शिकार हो गया था। परिजन उसे इलाज के लिए करवड़, पेटलावद, उज्जैन सहित कई जगह भटके लेकिन उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ तो उसे रतलाम के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहा 6 दिनों भर्ती रहने के बाद 23 नवंबर की शाम को दम तोड़ दिया। आज सोमवार को मासूम की अन्त्येष्टि की गई।
ग्राम के गामड़ मोहल्ले में अरविंद खेल रहा था तब वह डॉग बाइट का शिकार हो गया। परिजन तत्काल उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए वहां रेबीज का वैक्सीन नहीं मिलने के चलते पेटलावद सिविल अस्पताल लाया गया था। इस बीच परिजन उसकी तबीयत में सुधार के लिए उज्जैन तक के गए इस दौरान क्या वेद्य क्या हकीम सब जगह गए लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।
दादा गोपाल कटारा ने बताया कि, पिछले 6 दिनों से रतलाम मेडिकल कॉलेज में इसका इलाज चल रहा था वहा भी डाक्टरों द्वारा तमाम प्रयास किए गए लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। आज उसकी अंत्येष्टि की गई इस दौरान पिता मजदूरी करने गए हुए थे जो अन्य राज्य में होने के कारण शामिल न हो सके। मृतक अरविंद को पहले निजी स्कूल में दाखिला दिलाया गया था परिजन गरीबी रेखा में जीवन व्यापन करने के चलते बाद उसे प्राथमिक विद्यालय करवड़ में भर्ती कराया गया।
राजू कटारा के पड़ोसी लूणचंद गामड़ ने बताया कि इस बच्चे को इलाज के लिए परिजन खूब भटके। वही ग्राम के सरपंच विकास गामड़ ने इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए इसे स्वास्थ्य विभाग की कमजोरी बताया। गामड़ ने बताया कि, स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोई सुविधा नहीं है। दयनीय हालत है, जिम्मेदार ध्यान देने के लिए तैयार नहीं है।
