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सरकारी भूमि ओर पट्टे पर बना मकान, फिर भी एक-दो नहीं, तीन जगह अतिक्रमण कर सरकारी भूमि पर कब्जा
21, Nov 2025 1 day ago

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मेला ग्राउंड स्थित सरकारी सर्वे नंबर 105 की भूमि पर अतिक्रमण, ग्राम पंचायत में बेटे के नाम से दर्ज करवाली सरकारी जमीन।

ग्राम पंचायत रिकॉड में दर्ज करवा कर बेटे और पत्नी के नाम करवा ली सरकारी भूमि की रजिस्ट्री

माही की गूंज, पेटलावद/बामनिया।

    बामनिया का अतिक्रमण माफिया जल्द ही शासन-प्रशासन के चंगुल में होगा। क्योंकि लगातार गूंज के खुलासे ओर ग्राम पंचायत के द्वारा की गई शिकायत के बाद प्रशासन हरकत में आया है और ग्राम पंचायत की शिकायत पर जांच के लिए एक दल गठित किया गया है। जो जाच दल ग्राम पंचायत की बिंदुवार शिकायत की जांच कर अपनी जांच रिपोर्ट पेश करेगा। इससे पूर्व ग्राम पंचायत की शिकायत के आधार पर हम एक अतिक्रमण का बड़ा खुलासा करते हैं। ग्राम की रतलाम रोड स्थित शासकीय भूमि एवं मेला ग्राउंड स्थित रोड मद की शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर कब्जा रामू नाथ ओर उसके परिवार द्वारा किया गया है। जिसमें से दो संपत्ति तो ग्राम पंचायत रिकॉड में भी दर्ज हो गई। फिर सरकारी भूमि के दर्ज ग्राम पंचायत के रिकॉड के आधार पर परिवार में आपस में ही रजिस्ट्री करवा कर दस्तावेज तैयार कर संपत्ति को निजी बताने की कोशिश की गई। हालांकि राजस्व रिकॉड में कोई हेरा-फेरी नहीं हो सकी और जांच में पूरा मामला सामने आने की उम्मीद है।

प्रशासन दो बार  हटा चुका है अतिक्रमण

    रामूनाथ की दबंगता के चलते ग्राम में कही भी खाली पड़ी सरकारी भूमि उसके लिए सबसे आसान टारगेट होता है और दादागिरी से उस जमीन पर कब्जा कर लेता है। ग्राम पंचायत की ओर से दर्ज शिकायत में इसका बड़ा खुलासा हुआ है। ग्राम पंचायत द्वारा की शिकायत के अनुसार बिंदु क्रमांक तीन, चार ओर पांच में इसका खुलासा करते हुए बताया कि, रामूनाथ द्वारा ग्राम पंचायत क्षेत्र में राजस्व रिकॉड में दर्ज शासकीय सर्वे नंबर 104 रतलाम रोड पक्का अतिक्रमण कर मकान बना लिया। सबसे बड़ी बात उक्त अतिक्रमण को प्रशासन एक बार खुद हटाने के आदेश देकर हटा चुका है। इस प्रकार मेला ग्राउंड में शासकीय सर्वे नंबर 105 पर भी अतिक्रमण किया हुआ है। ओर मेला ग्राउंड के शासकीय सर्वे नंबर 110/1 रोड मद की भूमि पर भी पक्का अतिक्रमण किया गया जो प्रशासन द्वारा गत वर्ष तोड़ा गया है। जिसका मलबा वर्तमान में मौके पर ही है और विवाद का कारण बना हुआ है।

सरकारी भूमियों की रजिस्ट्री आखिर कैसे...?

    रतलाम रोड स्थित कच्चे मकान को एक बार शिकायत के बाद शासकीय भूमि पर निर्माण पाते हुए हटाया गया। उसी स्थान को बाद में पूर्व की ग्राम पंचायत बाडी से मिली भगत कर स्वयं के नाम पर पंचायत में दर्ज करवा कर अपनी ही पत्नी रेशमबाई के नाम पर ग्राम पंचायत प्रमाण पत्र के आधार पर रजिस्ट्री करवा ली गई। ऐसे ही मेले ग्राउंड स्थित शासकीय भूमि की रजिस्ट्री बेटे रविकुवर के नाम पर करवा कर ग्राम पंचायत रिकॉड में दर्ज करवा लिया गया। ऐसा ही जादू शासकीय सर्वे नंबर 110/1 पर करने का प्रयास किया ओर अपने पट्टे पर बने मकान के कागज को इस अतिक्रमण पर लगा के अतिक्रमण को पट्टे की भूमि बताने का 420 प्रयास किया। लेकिन अतिक्रमण की गई भूमि रोड मद की निकली ओर पूर्व तहसीलदार हुकुमसिह निगवाल ने दल-बल के साथ पक्का अतिक्रमण धराशाई कर दिया। हालांकि मलबा आज भी नहीं हटाए जाने से शासकीय भूमि पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त नहीं है। वही ग्राम पंचायत या अतिक्रमण के पीछे वाली निजी भूमि वाले मलबे को हटाने की कोशिश करते हैं तो विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती हैं।

जांच के लिए दल गठित

    ग्राम पंचायत की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार अनिल कुमार बघेल द्वारा एक टीम बनाकर 5 से 6 सदस्यों का एक जांच दल गठित किया हैं। जो दल ग्राम पंचायत द्वारा की गई शिकायत के आधार पर बिंदुबार जांच कर पंचनामा बनाकर जांच रिपोर्ट पेश करेगी। हालांकि राजस्व विभाग खुद के ही रिकॉड खंगाले तो ये साफ होगा कि, ग्राम पंचायत द्वारा की गई शिकायत से पूर्व ही की गई शिकायतों पर कार्यवाही राजस्व विभाग द्वारा की जा कर दो बार शासकीय भूमि से रामूनाथ का अतिक्रमण तोड़ा गया है।

    ग्राम पंचायत सरपंच रामकन्या मखोड़ ने बताया कि, हमारे द्वारा लगभग एक माह पूर्व शिकायत की गई थी जिसकी जांच फिलहाल शुरू नहीं हुई है। लेकिन ऐसी जानकारी मिली है कि, तहसील न्यायालय की ओर से जांच दल गठित किया गया है जिसका इंतजार हम भी कर रहे है। ताकि ग्राम पंचायत की संपत्ति सहित राजस्व की संपत्ति अतिक्रमण मुक्त हो सके। माही की गूंज में, रामूनाथ द्वारा किस तरह लोगो की जमीन पर कब्जा करने के मामले लगातार खुलासे होने से रामूनाथ से पीड़ित परिवारों को अब हिम्मत आने लगी है और लोग अपनी जमीन छुड़ाने के लिए एसपी झाबुआ, कलेक्टर झाबुआ ओर तहसीलदार पेटलावद को गुहार लगा कर रामूनाथ के आतंक की शिकायत दर्ज करवा रहे है। जिसका खुलासा गूंज में हम सिलसिलेवार करते रहेंगे।

शासकीय सर्वे नंबर रोड मद की भूमि 110/1 की भूमि पर अतिक्रमण, प्रशासन द्वारा हटाया गया पर मलबे के नाम पर आज तक कब्जे की कोशिश।

शासकीय सर्वे नंबर 104 की भूमि जिस पर बना हुआ पक्का मकान, पूर्व में तहसील न्यायालय से अवैध निर्माण घोषित होकर तोड़ा जा चुका है।

ग्राम पंचायत द्वारा की गई शिकायत के बिंदु क्रमांक 1,2 ओर 3 में रामूनाथ के तीनों अतिक्रमण का उल्लेख।


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