
माही की गूंज, खवासा।
शासकीय कन्या स्कूल खवासा में दो अतिरिक्त कक्ष 10-10 लाख के नए भवन बनाए जा रहे हैं। लेकिन इन भवनों का जब से कार्य शुरू किया है तब से नीव खुदाई के साथ ही बीम कालम से लेकर छत भराई तक निम्न व घटिया स्तर का कार्य किया जा रहा है। ठेकेदार व इंजीनियर ने मिलकर मामले में लीपा पोती की तो वहीं भवन में कई कमियां अब भी दिखाई दे रही है। साइट पर विजिट करने वाले इंजीनियर साहब की मिली भगत के कारण ठेकेदार की बल्ले-बल्ले हो रही है। लेकिन फिर भी उच्च अधिकारी इस पर क्यों मौन साधे हुए हैं यह भी जांच का विषय है।
माही की गूंज पूर्व में भी दो समाचार प्रकाशित कर चुका है। बताने वाले बताते हैं कि, 10-10 लाख के दो नए भवन अलग-अलग बनाना था लेकिन निर्माण एजेंसी व ठेकेदार की मिली भगत से एक ही जगह पर दोनों भवनों को एक दिवाल के साथ बना दिया गया। हम पूर्व में भी इसका खुलासा कर चुके हैं। जबकि इस मामले में जवाबदार जांच करने में कतरा रहे है।
बताते हैं कि, बामनिया के ठेकेदार योगेश शर्मा द्वारा इन भवन का कार्य करवाया जा रहा है। पूर्व मे दो समाचार प्रकाशित होने के बाद ठेकेदार ने तत्काल इस पर प्लास्टर शुरू कर दिया गया ताकि अंदर कभी जांच हो तो कोई कमियां उजागर ना हो। ठेकेदार व निर्माण एजेंसी किस तरह से ग्रामीण अंचलों में बच्चों के भविष्य व आने वाली बिलिं्डगों में खिलवाड़ कर रहे हैं। इसका जीता जागता भ्रष्टाचार का यह एक सबूत है।
वही मामले को लेकर आरईएस विभाग थांदला के सब इंजीनियर गोविन्द चौहान से जब जानकारी ली और प्रश्न किया कि, समाचार प्रकाशित के बाद क्या कार्रवाई की गई।
तो साहब तो भड़क गए और कहने लगे कि, वहां तो कार्य सही चल रहा है, आपको क्या कमी लग रही है। मुझे कुछ पता नहीं चल रहा है। अगर आपको ऐसा कुछ लग रहा है तो आप झाबुआ ऑफिस मे ई साहब को लिखित शिकायत कर दें। लेकिन मेरी नजर में तो वहां कार्य अच्छा चल रहा है, क्योंकि हम भी शिक्षा के मंदिर से निकले हैं और हम वहां घटिया निर्माण नहीं होने देंगे। जब साहब से पूछा गया कि, एक ही जगह दोनों भवन बना दिए गए? तो उन्होंने कन्या स्कूल के पिं्रसिपल पर आरोप लगाते हुए कह दिया कि, उनके अनुसार ही कार्य हो रहा है, और आप उनसे पूछिए। क्योंकि उनके द्वारा ही हमको कहा गया कि, आप दोनों भवन एक ही जगह बना दो, तो बना दिया, इस विषय पर मैं तो कुछ नहीं बोल सकता क्रबाकि की जो है, वह आपके सामने है।
वही मामले को लेकर कन्या स्कूल के पिं्रसिपल मानसिंग राजपत से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि, यह विशेष तरीके से दो भवन आए हैं। यह लेब के लिए संचालित होंगे यह हायर सेकेंड्ररी के बच्चों के लिए है। और इन दोनों भवनो को विशेष करके कलेक्टर द्वारा स्वीकृति दी गईं है और कार्य तो अच्छा ही हो रहा है। क्योंकि हम इस पर लगातार निगरानी लगाकर रखे हुए हैं बाकी सब आपके सामने है। कहकर इन्होंने भी सवाल के जवाब को ही तोड़ मरोड़ कर पेश कर दिया।
जिससे कहीं ना कहीं लगता है कि, सबकी मिली भगत से भवन में गोलमाल हो रहा है।
