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माही की गूंज, खवासा
थांदला विधानसभा की सबसे महत्वपूर्ण पंचायत, ग्राम पंचायत खवासा के रहवासी विगत कई वर्षों से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि पेयजल समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस योजना बनाई जाए, ताकि उसका दीर्घकालीन लाभ मिल सके। यहां पिछली कई योजनाएं, जो बिना सोच-विचार के लागू की गई थीं और जिनमें जमकर भ्रष्टाचार हुआ, वे दम तोड़ चुकी हैं और समस्या न केवल जस की तस बनी हुई है, बल्कि बढ़ती ही जा रही है।
जल समस्या को लेकर मार्च में गांव की महिलाओं ने एक बड़ी एवं प्रभावी रैली (खाली बाल्टी और बर्तन लेकर) निकाली थी। महिलाओं की मांग थी कि पेयजल समस्या का तत्काल समाधान निकाला जाए, जिसके लिए उनकी मांग थी कि नर्मदा माई की उद्वहन परियोजना के एक आउटलेट को खवासा के तालाब क्रमांक 1 से जोड़ दिया जाए, ताकि खवासावासियों को बारहमासी जल संकट से मुक्ति मिल सके।
उक्त प्रभावी महिला आंदोलन के बाद क्षेत्र की सांसद श्रीमती अनीता चौहान ने भी खवासा पहुंचकर महिलाओं के साथ चर्चा की थी और जल्द ही उचित कार्यवाही करवाने का आश्वासन दिया था। लेकिन अप्रैल और मई की भीषण गर्मी निकलने के बावजूद कोई सार्थक हलचल नहीं दिखाई दी तो महिलाओं ने गत रविवार को रोग्यादेवी मंदिर पर एक विशेष बैठक रखकर आगे की रणनीति पर चर्चा की, जिसमें निर्णय लिया गया कि कल दिनांक 31-5-2025 को खवासा के बस स्टैंड पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसको लेकर नायब तहसीलदार एवं चौकी प्रभारी खवासा को पत्र के माध्यम से सूचना दी गई है। साथ ही यह भी चेतावनी दी गई है कि अगर इसके बाद भी समस्या का हल नहीं निकाला गया, तो नगर बंद एवं भूख हड़ताल की जाएगी।