
मेलिवार परिवार ने भरा मायरा, नई हुई आँखे, राधा-कृष्ण मंदिर जीर्णोद्धार की पहल
अगली बार आऊँगी तो राधा-कृष्ण का मकान पक्का बन देना- श्री सखी राधिकाजी
माही की गूंज, करवड़।
ग्राम करवड में मेलीवार परिवार द्वारा श्री सखी राधिका जी के मुखारविन्द से तीन दिवसीय नानी बाई के मायरे का आयोजन भव्य आयोजन के साथ सम्पन्न हुआ। मायरे के तीनों दिन समस्त ग्रामीण जनो एवं आसपास क्षेत्र के लोगों ने बढ चढ कर हिस्सा लिया एवं कथा का लाभ लिया। कथा समापन के दौरान समस्त मेलीवार परिवार एवं समस्त ग्रामीण जनो ने नानी बाई का मायरा भरा। इस दौरान मेलिवार परिवार ढोल के साथ मायरा लेकर पहुँचे जब पूरे नगर में नानी बाई के मायरे का माहौल बन गए और कथा स्थल पर मौजूद हर कोई नाचने झूमने लगा। मायरे के समय सभी की आँखे नम हो गई। श्रोताओं ने श्री राधिका जी के मुखारविन्द से भजनों का आनन्द लिया। कथा के दौरान सकल जैन समाज द्वारा श्री राधिका जी का सम्मान किया गया और श्री राधिका जी का आशीर्वाद लिया। इस दौरान गंगा खेडी के शैलेंद्र सिंह राठौर और उनके साथियों के द्वारा 51 किलो की फुलो की माला से सम्मान किया गया।
राधा-कृष्ण मंदिर की स्थिति देख भावुक हुई राधिकाजी कहा अगली बार आऊ तो भगवान का मकान बना देना
कथा के दौरान गाँव में स्थित राधे कृष्णा मंदिर के दर्शन करने पहुँची जहाँ मंदिर की स्थिति देख कर भावुक हो गई और नगरवासियों से श्री राधिका जी मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए प्रयास करने का आह्वान किया। राधिका जी ने कहा कि, जिन्होंने हमे पक्के मकान में बिठा रखा है वो भगवान खुद कुटिया में है और सभी ग्रामवासियों मिल कर भगवान का पक्का मकान बना देना, अगली बार आऊं तो भगवान पक्के मकान में मिलेंगे तो अच्छा लगेगा। श्री राधिका जी इस आह्वान के बाद लगभग डेढ से दो लाख रुपये की राशि की घोषणाएं ग्रामवासियों द्वारा की गई और मंदिर निर्माण हेतु प्रयास करने की बात कही। कथा समापन दौरान महाआरती कर महा प्रसादी वितरित की गई।
गड़ावड़िया बालाजी सरकार भी पहुँचे
कथा के दूसरे दिन गड़ावड़िया बालजी सरकार के मुख्य पंडित जी ने भी पहुँच कर मेलिवार परिवार और करवड़ वासियों को आशीर्वाद दिया और गड़ावड़िया बालाजी की महिमा ओर होने वाले भव्य मंदिर निर्माण की जानकारी दी।