Sunday, 22 ,June 2025
RNI No. MPHIN/2018/76422
: mahikigunj@gmail.com
Contact Info

HeadLines

कूप का पानी पीने से कई ग्रामीण उल्टी दस्त से पीड़ित | अनियंत्रित हुई गाड़ी ग्रामीण के मकान में घुसी | दो सगी बहनों की तालाब में डूबने से हुई मौत | मोहन राज में नौकरशाही बेलगाम | आखिर क्यों मजबूर हुए खवासावासी धरना प्रदर्शन के लिए | मुख्यमंत्री का हेलीपेड पर जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने किया स्वागत | लगातार बारिश और आंधी-तूफान से ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली संकट, गर्मी में लोग हो रहे परेशान | आकाशीय बिजली गिरने से चार घायल, दो गंभीर | आधार कार्ड धारको से 100-100 रूपये की अवैध वसूली के साथ अन्य जानकारी कैसे पहुंची की बात से परेशान है विनय गुप्ता | नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले जाने के आरोप में युवक की दुकान पर चला बुलडोजर | पुलिस की पनाह ही अपराधों में कर रही बढ़ोतरी | दिया तले अंधेरा... कुम्हार के लिए फूटी हांडी भी नहीं... | अवैध रूप से निवासरत बांग्लादेशियों का भी देश निकाला हो... | एक ढाबा संचालक एवं साथियों ने दूसरे ढाबा संचालक जितेंद्र गेहलोत को जान से मारने का किया प्रयास | कछुआ गति से चल रहा कार्य ग्रामीणों को कब मिलेगा शुद्ध जल | तेज रफ्तार कार बनी मौत का कारण | कड़ी निंदा नहीं, कठोर कार्रवाई की आवश्यकता | 101 किलोमीटर रतलाम-झाबुआ रोड को बनाने की कवायद शुरू | नवीन बेरागी की जादुगरीः कृषि भूमि पर बिना अनुमति काट चुका है कालोनी, निर्माण कार्य भी शुरू | लापता 6 बच्चे देर रात्रि में पुलिस को सह कुशल मिले |

शांतिलाल पडियार के सेवानिवृत्त होने पर अस्पताल स्टाफ ने दी विदाई
05, Oct 2024 8 months ago

image

माही की गूंज, थांदला।

         शासकीय अस्पताल में वाहन चालक के रूप में 33 वर्षों का अपना सेवाकाल समाप्त कर जब वह अपने घर लौट रहे थे। तब उनके चेहरे पर सकून था सफल सेवाकाल का, खुशी थी परिवार के साथ समय बिताने की, दुख भी था अपने सहकर्मी को छोड़कर जाने का।

           विदाई समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि 1991 में शासकीय सेवा में बतौर चालक के रूप में पदस्थ हुए शांतिलाल पडियार ने वाहन चालाक के रूप में अपनी सेवा ना केवल बखूबी निभाई। बल्कि अपनी जिम्मेदारियां से हटकर कई बार मानव सेवा की मिसाल भी पेश की। अपने सौम्य और सरल व्यवहार के कारण शांतिलाल अपने अधिकारियों के चहते बने हुए रहे। अपने सहयोगियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी हर परेशानी में उनके साथ खड़े रहना शांतिलाल पडियार का व्यक्तित्व रहा। शांतिलाल को अस्पताल स्टाप में प्यार से शातुभाई कहकर बुलाते थे चाहे चिकित्सक हो या स्टाप को कोई भी व्यक्ति हो। विदाई समारोह के बाद जब शांतिलाल पडियार को उनके अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा पैदल उनके निवास तक छोड़ा गया तो हर किसी की आंखें नम हो गई। विदाई समारोह में बीएमओ बीएस डावर, चिकित्सक प्रदीप भारती, मनीष दुबे, शांतिलाल पडियार के परिजन सहित अस्पताल स्टॉफ उपस्थित रहा।


माही की गूंज समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल की एजेंसी, समाचार व विज्ञापन के लिए संपर्क करे... मो. 9589882798 |