Wednesday, 16 ,October 2024
RNI No. MPHIN/2018/76422
: mahikigunj@gmail.com
Contact Info

HeadLines

बाईक दुर्घटना में 1 की मौत 1 गम्भीर | शांतिलाल पडियार के सेवानिवृत्त होने पर अस्पताल स्टाफ ने दी विदाई | गांधी जयंती पर विकास खंड अधिकारी ने छात्रावास का निरीक्षण कर दिए आवश्यक निर्देश | माही की गूंज के स्टिंग आपरेशन में भाजपा सदस्यता अभियान की खुली पोल... | प्रसाद में मिलावटः आस्था पर गहरा आघात | स्वच्छता ही सेवा 2024 | सामूहिक क्षमायाचना एवं थांदला स्पर्शना को लेकर अणु दर्शन यात्रा का आयोजन | सर्राफा व्यापारी उर्फ भाजपा नेता के यहां हुई चोरी की वारदात में आभूषण रखने वाले खाली बॉक्स एक माह बाद मिले खेत में .... | राहुल गांधीः यात्रा भारत जोड़ो... विदेश में बयान... वैमनस्यता बढ़ाने वाले | ये कैसा शिक्षक... और शिक्षक दिवस...? | मोदी की गारंटी... तो मोदी की माफी क्यों...? | सोयाबीन काटने के लिए मजदूरों को नीमच ले गई पिकअप, वापसी में 8 वे पर हुआ हादसा, चालक की मौत | उपचुनाव परिणाम हुए घोषित | हिंदी दिवस पर विशेष: स्वाभिमान और गर्व की भाषा है हिन्दी | तेजादशमी के अवसर पर निकली निशान यात्रा | सरकार कहती है हम रोजगार देंगे, ग्रामीण कह रहे हमे रोजगार नही रोड दे दो | महाराजा होटल पर आबकारी की दबिश, शराब जप्त | गणपति बप्पा मोरिया की गूंज के साथ विराजे श्री गणेश | पुलिस चौकी पर संपन्न हुई शांति समिति की बैठक | हमारी भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म मे "चार" अंक का महत्व |

शांतिलाल पडियार के सेवानिवृत्त होने पर अस्पताल स्टाफ ने दी विदाई
05, Oct 2024 1 week ago

image

माही की गूंज, थांदला।

         शासकीय अस्पताल में वाहन चालक के रूप में 33 वर्षों का अपना सेवाकाल समाप्त कर जब वह अपने घर लौट रहे थे। तब उनके चेहरे पर सकून था सफल सेवाकाल का, खुशी थी परिवार के साथ समय बिताने की, दुख भी था अपने सहकर्मी को छोड़कर जाने का।

           विदाई समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि 1991 में शासकीय सेवा में बतौर चालक के रूप में पदस्थ हुए शांतिलाल पडियार ने वाहन चालाक के रूप में अपनी सेवा ना केवल बखूबी निभाई। बल्कि अपनी जिम्मेदारियां से हटकर कई बार मानव सेवा की मिसाल भी पेश की। अपने सौम्य और सरल व्यवहार के कारण शांतिलाल अपने अधिकारियों के चहते बने हुए रहे। अपने सहयोगियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी हर परेशानी में उनके साथ खड़े रहना शांतिलाल पडियार का व्यक्तित्व रहा। शांतिलाल को अस्पताल स्टाप में प्यार से शातुभाई कहकर बुलाते थे चाहे चिकित्सक हो या स्टाप को कोई भी व्यक्ति हो। विदाई समारोह के बाद जब शांतिलाल पडियार को उनके अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा पैदल उनके निवास तक छोड़ा गया तो हर किसी की आंखें नम हो गई। विदाई समारोह में बीएमओ बीएस डावर, चिकित्सक प्रदीप भारती, मनीष दुबे, शांतिलाल पडियार के परिजन सहित अस्पताल स्टॉफ उपस्थित रहा।


माही की गूंज समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल की एजेंसी, समाचार व विज्ञापन के लिए संपर्क करे... मो. 9589882798 |