माही की गूंज, खवासा।
प्रदेश सरकार द्वारा जहां भवन नहीं है वहां नई-नई बिल्डिंग बनाई जा रही है। जिले के ग्रामीण अंचलों में जहां आज भी कई जगह एक ही भवन पर आंगनवाड़ी व उप स्वास्थ्य केंद्र एक जगह पर संचालित हो रहे हैं लेकिन जिम्मेदार कोई ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। जिससे यहां कार्य करने कर्मचारियों के साथ स्वास्थ्य संबंधित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को समस्याओं से गुजरना पड़ता है। लेकिन कोई भी संबंधित अधिकारी ने इस और कोई पहल ही नहीं करी जिससे आज भी यहां एक ही कमरे में उप स्वास्थ्य केंद्र व आंगनवाड़ी केंद्र संचालित हो रहा है।
कुछ ऐसा ही मामला थांदला जनपद की ग्राम पंचायत सागवा में सामने आया जहां काफी लंबे समय से एक ही भवन में आंगनवाड़ी व उप स्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रहा है। बताते दे कि, उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बिल्डिंग बनाई हुई है इसमें एक छोर पर अस्पताल संचालित होता है तो दूसरे कोने में आंगनवाड़ी भवन संचालित होता है। 2 साल पहले इसी भवन में रंगाई पुताई के साथ रिनोवेशन का काम स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया था। जिसमे सीएचओ के निवास का एक कमरा व साथ ही आसपास शौचालय आदि में रिनोवेशन का कार्य किया गया था। जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग से सीएचओ और एक एएनएम सागव में पदस्थ हैं यह प्रतिदिन आना-जाना करते हैं मुख्यालय पर कोई निवासी नहीं करता है। जिस साइड कमरे में आंगनबाड़ी भवन संचालित हो रहा है उसमें अधिक पानी गिरने से छत भी टपक रही है। माही की गूंज ने वहां जाकर मौके की जानकारी ली तो वास्तविकता में वहां धरातल पर काम करने वाले कर्मचारियों को परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। गूंज टीम जब मौके पर पहुंची तो आंगनवाड़ी कार्यालय पर दो बच्चे उपस्थित थे। वहां पदस्थ सहायिका व कार्यकर्ता ने बताया कि, काफी लंबे समय से इसी भवन में उप स्वास्थ्य केंद्र व आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहा है स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अभी नहीं आए हैं वह थांदला से प्रतिदिन आना-जाना करते हैं। यह जानकारी उन्होंने दी।
सबसे बड़ा विचारणीय प्रश्न यह है कि एक ही भवन में उप स्वास्थ्य केंद्र आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहा है तो वहां जगह कितनी बची होगी यह सहज ही अंदाज लगाया जा सकता है। भवन के आस-पास काफी लंबे समय से घास उगी हुई है, जिससे मुख्य गेट पर आने-जाने में भी परेशानियों से गुजरना पड़ता है लेकिन किसी भी कर्मचारियों ने इस और कोई ध्यान ही नहीं दिया। आसपास घास उगने से आंगनवाड़ी केंद्र पर छोटे बच्चे भी पहुंचते हैं कभी जहरीले जीव जंतु काटने का भी डर हमेशा बच्चो को सताता रहता है।
खवासा स्वास्थ्य विभाग के सेक्टर सुपरवाइजर अब्दुल सलाम से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि, काफी समय से सागवा में इसी तरह से उप स्वास्थ्य केंद्र व आंगनवाड़ी भवन संचालित हो रहा है। सागवा क्या तलवाड़ा आदि जगह इसी तरह से एक ही भवन पर दो उपस्वास्थ्य केंद्र में आंगनवाड़ी संचालित हो रहे हैं। अब भवन नहीं है तो क्या करें यह तो विभागीय मामला है।
महिला एवं बाल विकास के परियोजना अधिकारी थांदला बालूसिंह सस्तिया से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि, जो सागवा मे आंगनवाड़ी संचालित हो रही है वह मिनी आंगनवाड़ी केंद्र है अगर वहां इस तरह से संचालित हो रही है तो बहुत अच्छी बात है। क्योंकि जहां भवन नहीं है वहां किराए से लेकर आंगनवाड़ी संचालित करना पड़ता है। अगर वहां संचालित हो रही है तो अच्छी बात विभागीय तरफ से कुछ आंगनवाड़ी का नए भवनों का निर्माण हुआ है लेकिन कुछ बाकी है। हो सकता है जल्द ही दूसरी लिस्ट में सागवा का नाम आ जाए जैसे ही भवन स्वीकृत होगा तो नया भवन बनवाया जाएगा।
आंगनवाड़ी मे अधिक वर्षा होने से पानी टपक रहा हैं।
उप स्वास्थ्य केंद्र का अस्पताल का बोर्ड पर रंगाई पुताई भी नहीं हुई।