माही की गूंज, उज्जैन।
क्या स्कॉर्पियो की जिद किसी की जान भी ले सकती है...? अगर आप सोचते हैं कि ऐसा नहीं हो सकता तो जान लीजिए कि उज्जैन के सोडंग गांव में एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसमें स्कॉर्पियो ना दिलाने पर एक युवक ने जहरीला पदार्थ खा लिया। जिसकी तबीयत खराब होने पर परिजन उसे अस्पताल ले गए लेकिन, युवक की हालत गंभीर बनी हुई थी। जिसके कारण डॉक्टर उसे बचा नहीं सके और उपचार के दौरान ही उसकी मौत हो गई।
भैरवगढ़ थाना क्षेत्र स्थित सोडंग गांव में रहने वाला 19 वर्ष का अभिषेक पिता धर्मेंद्र आंजना नई स्कॉर्पियो का जैसे दीवाना था, उसके पिता धर्मेद्र ने कुछ माह पहले ही उसे लगभग 3 लाख 30 हजार रुपए में एक बाईक दिलवाई थी लेकिन अभी इस गाड़ी को खरीदे कुछ दिन ही बीते थे कि अभिषेक नई स्कॉर्पियो गाड़ी खरीदने के लिए जीद करने लगा। स्कॉर्पियो गाड़ी खरीदने की जिद धर्मेंद्र पूरी नहीं कर सकते थे इसीलिए उसने बेटे को स्कॉर्पियो दिलाने से मना कर दिया। बस इसी बात पर अभिषेक को इतना बुरा लगा कि उसने जहरीला पदार्थ खा लिया जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। भैरवगढ़ थाने के एएसआई ओमप्रकाश मालवीय ने बताया कि, अभिषेक की उपचार के दौरान मौत हो गई है। इस मामले मे मृतक अभिषेक के बयान तो लिए ही जा चुके हैं लेकिन अब परिजनों के भी बयान लिए जा रहे हैं।
हर ख्वाहिश करते थे पूरी
इस मामले में जब अभिषेक के पिता धीरज आंजना से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि, अभिषेक उनका इकलौता पुत्र था जिसे वे काफी प्यार करते थे। उन्होंने कुछ महीने पहले ही उसे एक नई बाइक भी दिलाई थी। लेकिन, बाइक लेने के बावजूद भी अभिषेक खुश नहीं था और लगातार नई स्कॉर्पियो दिलवाने के लिए उसके पिता पर दबाव बना रहा था। यही कारण था कि धीरे-धीरे उसे गाड़ी दिलाने से मना कर दिया था जिससे नाराज होकर उसने यह कदम उठा लिया।
बाइक से हुआ दो बार एक्सीडेंट
बताया जाता है कि, धर्मेंद्र आंजना मृतक अभिषेक को बड़े अच्छे तरीके से रखते थे और उसकी हर बात को पूरा भी करते थे। लेकिन स्कॉर्पियो दिलाने की बात पर धर्मेंद्र ने कुछ दिनों पहले बेटे अभिषेक को फटकार लगाई थी। इसी फटकार के बाद उसने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की थी। कुछ रिश्तेदारों ने बताया कि धर्मेंद्र अभिषेक को स्कॉर्पियो इसीलिए भी नहीं लेना चाहते थे क्योंकि अभी उसकी उम्र काफी कम थी। हाल ही में बाइक से अभिषेक का दो बार एक्सीडेंट हो चुका है।