गंभीर आरोपों के साथ आपराधिक सूची व सनसनी फैलाता वीडियो किया वायरल
माही की गूंज, झाबुआ।
शुक्रवार को झाबुआ विधायक और लोकसभा प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के पुत्र डॉ. विक्रांत भूरिया ने प्रदेश वनमंत्री नागरसिंह चौहान व भाजपा लोकसभा प्रत्याशी अनिता चौहान के खिलाफ एक प्रेसवार्ता कर गंभीर आरोप लगाते हुए नागरसिंह चौहान की आपराधिक सूची व सनसनी फैलाता एक वीडियो मीडिया के साथ साझा करते हुए सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वैसे तो लोकसभा चुनावों की घोषणा के बाद से ही विक्रांत लगातार नागरसिंह चौहान पर आरोप लगाते आए है, लेकिन शुक्रवार को की गई प्रेसवार्ता में उन्होने बड़ा खुलासा करते हुए अपने आरोपों को लगभग सिद्ध भी कर दिया। मतलब, अब तक नागरसिंह चौहान पर जितने भी आरोप लगे है वे लगभग सत्यता की ओर बढ़ चले है। शुक्रवार को जिला कांग्रेस के बेनर तले प्रेसवार्ता करते हुए झाबुआ विधायक व कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के पुत्र डॉ. विक्रांत भूरिया ने एक बार फिर भाजपा को घेरते हुए भाजपा लोकसभा प्रत्याशी अनिता चौहान व उनके पति प्रदेश वनमंत्री नागरसिंह चौहान की बखिया उधेड़कर रख दी है। लोकसभा चुनावों को लेकर चल रही आरोप-प्रत्यारोपों की झड़ी में कांग्रेस का भाजपा प्रत्याशी व उनके पति नागरसिंह चौहान पर यह अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए विक्रांत भूरिया ने पहले तो अनिता नागरसिंह चौहान पर कई आरोप लगाए जैसा कि वे पहले से ही लगाते आ रहे है। जिसके बाद उन्होने मीडिया के सामने एक वीडिया जारी किया जिसमें नागरसिंह चौहान खुद अपने गुनाहों का कबूलनामा देते नजर आ रहे है। प्रेसवार्ता में डॉ. विक्रांत द्वारा जारी किए गए इस 25 सेकंड के वीडियों में प्रदेश वन मंत्री नागरसिंह चौहान स्पष्ट व बेबाक तरीके से यह कहते सुने जा सकते है कि ‘‘ये एक साजिश है और वो सफल नहीं होगी यह बात सही है, क्योंकि मेरा परिवार इन चीजों से डरने वाला नहीं है। हम तो कई बार जेल भी जा चुके है, जेल भी जा चुके है (जोर देते हुए)। ये सोच रहे है कि मैं एसपी को लिख दूं ये डर जाएंगे, कलेक्टर को लिख दूं, हमे सीधा जिला बदर कर दे, डर रहे है क्या...? मेरे पिता जी को 20 साल की सजा हुई डर रहा है क्या वो। इससे डरने वाला कौन है, यार ये तो बताओ।‘‘
देखिए वह वीडियो जो प्रेसवार्ता में डॉ. विक्रांत भूरिया ने दिया.
हालांकि 25 सेंकड का यह वीडिया कहां का है और कब का है इस बात का कोई जिक्र विक्रांत भूरिया ने प्रेस के सामने नहीं किया। छोटे से इस वीडियो से यह अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है कि यह कब का और किस अवसर का वीडियो है। हां यह जरूर है कि, जिस लहजे में नागरसिंह चौहान यह बात कर रहे है उससे यह महसूस होता है कि मानों किन्ही डरे हुए कार्यकर्ताओं में फिर से हिम्मत भरने की कोशिश की जा रही है। इस वीडियो को देखते हुए यह भी अंदाजा होता है कि यह वीडिया नागरसिंह के किसी करीबी ने ही बनाया होगा। इसका सीधा सा मतलब यह भी निकाला जा सकता है कि भाजपाईयों में भीतरघातियों की कमी नहीं है।
हालंकि लोकसभा चुनावों को लेकर वैसे तो रतलाम-झाबुआ सीट पर कई विश्लेषण हो रहे है। इन्ही विश्लेषणों में यह बात हमेशा सामने आती रही है कि भाजपा प्रत्याशी अनिता चौहान को भाजपा कार्यकर्ताओं से वैसा फिडबैक नहीं मिल रहा है जैसा मिलना चाहिए। जिसमें झाबुआ के भाजपाई पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा फिटबैक ना देने को लेकर भी टिप्पणियां होती आ रही है। हांलाकि देखा जाए तो इस तरह के विश्लेषण अभी सत्यता से बहुत दूर दिखाई दे रहे है। क्योंकि पिछले विधानसभा चुनावों में हम देख चुके है कि बड़े-बड़े विश्लेषकों के गणित बिगड़ते दिखाई दिए थे। मगर इस बार इन विश्लेषणों को सही मान लिया जाए तो यह कहा जा सकता है कि इस बार भी झाबुआ विधानसभा की तरह लोसभा सीट पर भाजपा भीतरघात की शिकार होगी। माही की गूंज यह पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि, दल बदलकर भाजपा में शामिल हो रहे कांग्रेसी कहीं भाजपा का बंटाधार ना कर दे।
डॉ. विक्रांत भूरिया ने प्रेसवार्ता में इस वीडियो को जारी करने के बाद एक आपराधिक सूची भी मीडिया को देते हुए सोशल मीडिया पर भी वायरल की। इस सूची के पहले पैरा में यह लिखा है कि ‘‘आलिराजपुर पुलिस थाने का सन 2003 से निगरानीशुदा बदमाश नागरिया उर्फ नागरसिंह चौहान (विधायक) पिता भूवानसिंह का विभिन्न थाना क्षेत्रों में घटित किये अनेक अपराधों में से कुछ अपराधों का विवरण। (सिर्फ झाबुआ जिले में)‘‘। इस सूची का पहला पैरा यह दर्शाता है कि यह सिर्फ कुछ ही अपराधों का विवरण है, इसके अलावा भी और अपराधिक प्रकरण है जो नागरसिंह चौहान के नाम पर दर्ज हो सकते है। इस सूची में अविभाजित झाबुआ जिले के कई थानों में दर्ज करीब 10 गंभीर अपराधों का जिक्र किया गया है। जिसमें लूट, जानलेवा हमला, हत्या, जान से मारने की धमकी जैसे गंभीर अपराध नागरसिंह चौहान पर दर्ज बताए जा रहे है। इन सबमें मुख्य रूप से आलीराजपुर नगर के मध्य राजवाड़ा पर 13 जनवरी 1999 को रात 8 बजे चार लोगों की हत्या का मामला भी है।
नागरसिंह चौहान की अपराधिक सूची।
कुल मिलाकर लोकसभा चुनावों को लेकर चल रही यह नूराकुस्ती अब अपने अंतिम समय में चरम पर है। अब आरोप-प्रत्यारोप गंभीर से संगीन होते दिखाई दे रहे है। राजनीतिक दल पूरी तरह से एक दूसरे को नंगा करते जा रहे है। इस नंगेपन के खेल में रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर किस राजनीतिक दल को कितना नुकसान होगा यह अब भी समय के गर्त में है। 4 जून को आने वाले चुनावी परिणाम ही स्थिति को साफ व स्पष्ट कर पाएंगे।