माही की गूंज, झाबुआ।
3 मई को ग्राम भगौर में नेगड़ी नदी के पास खेत में अज्ञात महिला की लाश मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी। जिस पर थाना कल्याणपुरा की पुलिस टीम तत्काल घटना स्थल पर पहुंची। जहां पर एक अज्ञात महिला की लाश थी जिसको किसी अज्ञात व्यक्ति ने पत्थरों से मारपीट कर पत्थर से सिर कुचल रखा था। पीएम करवाया गया तो पीएम रिपोर्ट में मृतिका की मृत्यु सिर में आई प्राणघातक चोट होना लेख किया गया। जिस पर थाना कल्याणपुरा में मर्ग कायमी उपरांत अपराध क्रं. 235/2024 धारा 302 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
रोगंटे खड़े कर देने वाली निर्मम हत्या करने जैसी सनसनीखेज घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ पद्म विलोचन शुक्ल ने संपूर्ण घटना को गंभीरता से लेते हुए अति. पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे को विभिन्न टीमों के साथ तत्काल घटनास्थल पर रवाना किया गया। अति. पुलिस अधीक्षक झाबुआ प्रेमलाल कुर्वे, एसडीओपी पेटलावद सौरभ तोमर एवं उप पुलिस अधीक्षक कमलेश शर्मा के नेतृत्व में टीमें बनाकर संपूर्ण घटनाक्रम के खुलासे की जिम्मेदारी दी गई।
घटनास्थल पर अज्ञात महिला का शव प्राप्त हुआ था जो पुलिस के लिये काफी चुनोती पूर्ण था। मृतिका अज्ञात महिला की पहचान आसपास के लोगो से करवाई गई किंतु उसकी पहचान नहीं हो सकी। फिर अन्य लोगों से विस्तृत रूप से पहचान करवाई गई तो अज्ञात महिला कि पहचान सतुराबाई पति अपसिह सिंगाडिया निवासी बरोड कि होना पाई गई। उक्त मृतिका महिला के बारे में जानकारी निकाली गई कि वह घटना के समय से पहले कहा-कहा गई थी व किनके साथ थी...? इसी बीच जानकारी प्राप्त हुई कि, मृतिका महिला को एक व्यक्ति अन्नु भूरिया के साथ देखा गया था। जिसे तत्काल पुलिस गिरफ्त में लेकर पुछताछ करने पर पहले तो इधर–उधर की बाते कर घुमराह करने लगा। फिर पुलिस टीम द्वारा बड़ी ही सूझबूझ से पुछताछ करने पर आरोपी अन्नु भूरिया ने सारा राज उगल दिया।
आरोपी अन्नु भूरिया द्वारा बताया गया कि, उसकी मृतिका सतुराबाई से 6-7 साल पहले पहचान हुई थी। आरोपी अन्नु भूरिया का मृतिका सतुराबाई से प्रेम संबंध था। आरोपी अन्नु भूरिया ने मृतिका से रूपये उधार ले रखे थे एवं 3-4 माह पहले एक मामले में भांजगड़ी कराई थी। जिसमें 2 लाख रूपये आरोपी अन्नु को मृतिका की पार्टी को दिलवाना थे। उधार के रूपये के लिये बार-बार दबाव बनाने व परेशान करती थी। 2 मई को आरोपी अन्नु ने मृतक सतुराबाई को बहला फुसला कर चाँदी कि रकमे सुनार के पास गिरवी रखने के लिये मंगवाई थी, लेकिन रात हो जाने के कारण दुकान बंद हो गई थी। जिस कारण रकम गिरवे नही रख पाया। फिर दोनों खाना-पीना लेकर नेगड़ी नदी के पास खेत मे सुनसान जगह गये। जहां उन्होनें खाना-पीना कर सो गये। सुबह करीबन 4 बजे आरोपी अन्नु व सतुराबाई के बिच अन्नु द्वारा उधार लिये गये पैसे एंव भांजगड़ी के पैसे कि बात को लेकर बहुत अधिक विवाद हो गया। जिसके कारण अन्नु ने गुस्से मे आकर खेत के सेडे पर रखा पत्थर उठा कर सतुराबाई के सिर पर मार दिया तथा दुसरा पत्थर चैहरे पर मार कर सतुराबाई कि हत्या कर सतुराबाई के पास रखे चांदी के जेवर व मोबाईल लेकर नदी के रास्ते खुटाया जंगल मे मोबाईल कि सीम तोड कर फेक दी व मोबाईल खाखरे के पेड पर छुपा दिया व चाँदी अपने रिस्तेदार के घर प्रतापपुरा मे रख दी। आरोपी अन्नु पिता ननजी भूरिया निवासी बिजलपुर छोटी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चाँदी करीबन 2 किलो. व मृतिका का मोबाईल जप्त किया गया।
घटनाक्रम का खुलासा करने में थाना प्रभारी कल्याणपुरा निर्भय सिह भूरिया, सउनि. मुकेश वर्मा, सउनि. प्रेमचंद परमार, सउनि. राजेन्द्र राजपुत, सउनि. नरेन्द्र परमार, सउनि. हिरालाल गिरवाल, प्रआर. नरवेसिह, प्रआर. चंदरसिह, प्रआर. दीपसिह पारगी, आर. राजेन्द्र, आर. रविन्द्र, आर. सुरेन्द्र, आर. नारायण व आर. संदीप बघेल, आर. महेश प्रजापति, आर. सुरेश चौहान, आर. राकेश चौहान तथा एसआईटी टीम उनि. दिलीप सिह गोर, आर. गमतु किराडे, आर. रतन मोर्य, प्रआर. महेन्दसिह नायक, आर. मनोहर भूरिया का योगदान रहा।