आखिर किसने और क्यों की हत्या...? क्या भांजगड़ी प्रथा व शराब के अवैध अड्डे भी बने इस अपराध का कारण
माही की गूंज, थांदला/खवासा।
जिले में भांजगड़ी प्रथा ऐसी नासूर बन चुकी है कि, उक्त प्रथा के चलते असल अपराधी सलाखों के बाहर रहता है और बेगुनाह सलाखों के अंदर चला जाता है। उक्त भांजगड़ी प्रथा को मुख्य रूप से संरक्षण पुलिस प्रशासन का रहता है जिसमें कई असल मामले पुलिस चौकी व थाने पर पहुंचते हैं। लेकिन पुलिस अपराध दर्ज करने की बजाय भांजगड़ी प्रथा में विश्वास रखती है और चौकी व थाने पर दोनों गुट को मिलवाकर भांजगड़ी प्रथा को बढ़ावा देती है। वहीं भांजगड़ी के बाद भाजंगड़ी में शामिल हुए व्यक्ति अवैध शराब के उन अड्डो पर पहुंचते हैं जहां पर शराब पीने की तमाम व्यवस्थाएं व जगह रहती है। वहीं शराब ठेके से शराब लेकर खुले मे भी जाकर शराब पीने का लुफ्त उठाते हैं। ऐसे में भांजगड़ी प्रथा के दौरान हुई चर्चा भी होती है और कई बार शराब पीते समय कई ऐसी विवादित बात निकल जाती है और नए विवादों को जन्म दे देती है।
थांदला थाने की खवासा चौकी क्षेत्र की ग्राम पंचायत रतनाली सरपंच बबली बाई के पति राजू पिता बद्दा भूरिया की मंगलवार रात्रि में हुई हत्या से खवासा सहित क्षेत्र में सनसनी फैल गई। वहीं जैसे ही उक्त सनसनी वारदात की सूचना एक के बाद एक तक पहुंचने लगी तो हर कोई उक्त वारदात से स्तंभ रह गया और हर किसी को यह जानने की जिज्ञासा रही कि, आखिर राजू भूरिया को क्यों और किसने मौत के घाट उतार दिया ?
उक्त जिज्ञासा के साथ ही माही की गूंज ने भी उक्त हुई सनसनी खेज मामले की हकीकत जानना चाही। मामले में खवासा प्रभारी हीरालाल मालीवाड़ ने बताया, राजू भूरिया की हत्या बचपन स्कूल के आगे मुख्य सड़क के समीप कर दी है। राजू के भाई ने मामला दर्ज करवाया और बताया कि, तलवार से राजू पर हमला किया है। किस तरह की चोटे राजु को लगी है यह अभी नहीं बता सकते पीएम रिपोर्ट के बाद यह पूरा मामला बता पाएंगे। फरियादी ने नामजद रिपोर्ट दर्ज की है पर अभी आरोपियों के नाम भी हम उजागर नहीं करेंगे। वहीं चौकी प्रभारी ने मामले की पूरी जांच की जा रही है बताया।
पुलिस, हत्या के कई तथ्यो को नही बता पा रही
पुलिस, हत्या से जुडे तथ्यो को बताने में कतरा रही है तो माही की गूंज ने मामले की जानकारी अपने सूत्रों के माध्यम से निकालने का प्रयास किया। तो सामने आया कि, राजू भूरिया भी जिले में चल रही भाजगाडी प्रथा का एक अगुआ था यानी कि अपनी पंचायत में होने वाले किसी भी तरह के विवाद या अपराध होने पर मध्यस्थता कर पुलिस चौकी पर भाजंगडी का हिस्सा बन मामले को अक्सर निपटाता था।
वहीं मंगलवार को भी इसी कड़ी में गांव की दो लड़किया जो नाबालिक थी जिनकी अगवा हो जाने की रिपोर्ट पुलिस चौकी में पूर्व में की गई थी। पुलिस लड़कियों को लेकर आई, पुलिस ने पुलिस चौकी पर ही भांजगडी प्रथा के तहत मामले को निपटाने का कहा जिस पर कुछ घंटे तक पुलिस चौकी पर भीड़ रही और भांजगडी होती रही। वहीं पुलिस ने लड़की के बयान थांदला ले जाकर लिए व लड़की को माता-पिता के सुपुर्द की गई। भांजगडी के दौरान यह भी बताया जा रहा है कि, पुलिस की कार्य प्रणाली लड़की परिवार के पक्ष में कम होने पर राजू व पुलिस के मध्य किसी बात को लेकर आपसी झड़प भी हुई। वहीं मामले में और तह पर जाने पर पता चला कि, राजू ने अपने साथियों के साथ बैठकर शराब का सेवन भी खवासा के अलग-अलग अड्डों पर जाकर किया। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि, शाम 6 बजे के करीब थांदला मार्ग स्थित शराब ठेके की दुकान से बोकाडी रम का एक अद्दा लिया और मूल्य 540 के स्थान पर 500 देकर 40 उधार किया और करीब 8 बजे पुनः एक व्यक्ति को उक्त शराब ठेके की दुकान पर बोकाड़ी रम का अद्दा लेने पहुंचाया और सेल्समेन से फोन पर बात कर यह शराब भी उधार में ली गई और 580 रूपये सुबह देने की बात कही। रात्रि करीब 8 बजे घटनास्थल के आसपास ही किसी के खेत में राजु अपने साथियों के साथ बैठकर शराब सेवन करने की बात सामने आ रही है। वहीं उसके बाद यह भी सामने आ रहा है कि, थांदला मार्ग पर ही रवि चौहान के ढाबे व अवैध शराब अड्डे पर भी बैठे थे जहां से राजू अकेला अपनी बाइक से निकला, इसके करीब 10-15 मिनट बाद उसका भाई दिनेश व काका का लड़का अर्जुन दोनों निकले की, बचपन स्कूल के आगे सड़क किनारे राजू की बाइक पर राजू को उल्टे मुँह सोया देखा और सर में जख्मी चोट के साथ खून सड़क पर बह रहा था। जिसको देख दिनेश व अर्जुन ने अपने परिजनों को फोन कर घटना स्थल पर बुलाया और पुलिस को सूचना दी।
वहीं राजु के भाई ने नामजद मामला दर्ज करवाया लेकिन पुलिस नाम बताने से बच रही है। परंतु जानकारी अनुसार बताया जा रहा है कि, फरियादी ने दिन में भांजगड़ी हुई विपक्षी पार्टी रावटी थाना क्षेत्र के माही किनारे स्थित अजबगढ़ ग्राम के जीवणा, अनिल, सोमा व महेंद्र गामड़ के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज करवाया है।
पूरे मामले में यह जरूर सामने आया है कि, यह घटना भानजगडी के तहत उपजे विवाद के कारण हुआ है। वहीं शराब के अवैध अड्डे भी एक कारण रहे हैं जो पुलिस के संरक्षण से ही संचालित हो रहे है।ं अगर राजू जिले में चल रही भांजगड़ी प्रथा का एक अगुआ नहीं होता या अवैध अड्डो पर शराब का विक्रय नहीं होता तो हो सकता राजू अपने घर ही रहता या फिर समय पर घर पहुंच जाता तो आज राजू अपनी जान से नहीं जाता और नहीं आज राजू का हंसता-खेलता परिवार बेसहारा होता। मामले में अभी भी संशय बना हुआ है कि, आखिर नामजद आरोपितों ने ही अपराध को अंजाम दिया है तो आखिर क्यों...? क्योंकि दिन में ही पुलिस के समक्ष भांजगड़ी में मामला निपट सा गया था बताया जा रहा है। पुलिस को मामले में सही तथ्य सामने उजागर करना चाहिए। वहीं मृतक के परिजनो ने उक्त हत्या में दो पुलिस वालों का भी शामिल होना बता कर थांदला थाने पर इकट्ठे होकर पुलिस को अवगत करवाया। जिस पर पुलिस ने मामले की पुख्ता जांच निष्पक्ष रूप से कर असल अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी चाहे अपराधी कोई भी हो, आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजन थाने से बाहर हुए और पीएम के बाद राजू का अंतिम संस्कार रतनाली मुक्तिधाम पर किया गया।
मृतक राजु भूरिया।
सरपंच पति राजु भूरिया की धारदार हथियार व पत्थरो से की जघन्य हत्या।