
जल जीवन जल मिशन में क्या-क्या था कार्य 6 माह से बंद, ग्रामीण तरस रहे पानी के लिए
माही की गूंज, खवासा।
मामला: थांदला जनपद की ग्राम पंचायत सागवा का
इन दिनों कई ग्राम पंचायत में जल जीवन जल मिशन के तहत ठेकेदार के मार्फत से पीएचई विभाग काम करवा रहा है। लेकिन कई जगह कार्य घटिया व निम्न स्तर का कर अधिकारी व ठेकेदार शासन के पैसों की जमकर लीपापोती कर मालामाल हो रहे है। ऐसे कई उदाहरण ग्राम पंचायत में गर्मी के समय देखे जा सकते हैं, जहां कई जगह निर्माण के नाम पर भ्रष्टाचार को अधिकारी बढ़ावा दे रहे हैं तो शासन के पैसों का खुलेआम बर्बाद हो रहा है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी जिनका कार्य मोनिटरिंग करना भी है वह देख-रेख के नाम पर रस्मअदाई करके अपने आपको पाक साबित बता रहे है। और कहीं भी भ्रष्टाचार नहीं हो रहा है यह रिपोर्ट झाबुआ से लेकर भोपाल तक प्रेषित कर रहे हैं। लेकिन धरातल पर जिन्हें निरीक्षण करना चाहिए उन इंजीनियर साहब ने तो ठेकेदार को भ्रष्टाचार की पूरी छूट दे रखी की तर्ज पर कार्य हो रहा है।
कुछ ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत सागवा में सामने आया है जहाँ साल भर पहले गुजरात की देसाई कंस्ट्रक्शन कंपनी सूरत ने कार्य किया था, लेकिन कार्य अधूरा छोड़कर 6 माह से काम बंद है। जिससे की अभी तक पूरा कार्य ही नहीं हो पाया है। इसकी समय अवधि भी पूरी हो चुकी है और कार्य अधूरा होकर बंद पड़ा है। सागवा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को गर्मी में पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है लेकिन पीएचई विभाग के अधिकारी के कानों मे जु तक नही रेंग रही है। जहां भी निर्माण हो रहा है वह निम्न घटिया स्तर का कार्य करने के बाद अधिकारी मौन धारण करे हुए है।
सागवा के ग्रामीण प्रवेश सोलंकी, जीवन भूरिया, मदन पाटीदार, शुभम भगत आदि ने बताया कि, काफी समय से कार्य बंद है तो जहां देखो वहां नल के स्टैंड न लगाते हुए सिर्फ नली को ही छोड़ दिया है। इस्टीमेट के हिसाब से व लोकेशन के हिसाब से काम होना था, कंपनी ने उसमें भी लापरवाही की, जिससे आज भी काम बंद है। जिस कारण से ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है, साल भर पहले जब इसकी शुरुआत हुई थी तो ग्रामीणों को आस थी कि अब हमें पानी की समस्या से निजात मिलेगी। लेकिन ठेकेदार की हटधर्मिता वह विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह योजना भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। अब तो ठेकेदार के कर्मचारियों के कांटेक्ट नंबर भी नहीं है जिससे हम उनसे बात कर सके कि आखिर सागवा के ग्रामीणों को कब पानी नसीब हो पाएगा। यह विचरणीय प्रश्न है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सागवा में जो टंकी का निर्माण किया जा रहा है इसमें चार फलियों को पानी पूर्ति की जाएगी। जिसमें धनपुरा, छोटीजरिया, बड़ी जरिया व सागवा के ग्रामीणों को नल से पानी देने का प्रावधान है लेकिन यहां भरी गर्मी में ग्रामीणों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है फिर भी पीएचई विभाग के सब इंजीनियर कोई ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। विभागीय अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं। जबकि कलेक्टर के सख्त निर्देशक है कि, जहां भी पानी की समस्या हो वहां तत्काल निराकरण किया जाए। मामले में विभागीय सब इंजीनियर गौरीशंकर चौधरी से उनके मोबाइल नंबर से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन ही उठाना मुनासिब नहीं समझा।
इनका कहना है
मैने अभी ही यहां ज्वाइन किया है। वहां की क्या स्थिति है मैं देख कर बताता हूं। उसके बाद ही कुछ कह पाऊंगा।
राहुल सोलंकी एसडीओ पीएचई थांदला
6 माह से कार्य बंद है कोई भी ठेकेदार के कर्मचारी फोन ही नहीं उठाते हैं। कई बार कोशिश की के कार्य शुरू करें लेकिन उन्होंने कोई जवाब ही नहीं दिया। अभी भी काम बंद है भीषण गर्मी में ग्राम पंचायत सागवा के ग्रामीणों को परेशान होना पड़ रहा है। पीएचई विभाग के अधिकारियों को तत्काल संज्ञान में लेकर यहां पानी की व्यवस्था करवानी चाहिए।
दरियावरसिंह माल सचिव ग्राम पंचायत सागवा
थोड़ा बहुत काम बाकी है वहां पाइप वगैरा बिछाना है। बहुत ही जल्द कार्य शुरू कर दिया जाएगा। किसी कारणवश कार्य बंद था ग्रामीणों को समस्या नहीं होगी।
शिव (ऑनर, देसाई कंस्ट्रक्शन कंपनी सुरत)
मैं मामले को लेकर पीएचई विभाग ईई से जानकारी लेता हूँ उसके बाद ही कुछ कह पाऊंगा।
तरुण जैन, एसडीएम