माही की गूंज, उज्जैन।
महाकाल मंदिर में रुपए लेकर आरती दर्शन कराने का मामला सामने आने के बाद महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने राशि लेने वाले दो व्यक्तियों का मंदिर में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। इनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है, वहीं एसपी ने एक कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया है।
उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्म आरती के लिए आधिकारिक तौर पर ऑनलाइन और ऑफलाइन कोटा तय है, वहीं दर्शन की सशुल्क व्यवस्था है, लेकिन दलालों ने लोगों को दर्शन कराने का अपना अलग सिस्टम बना लिया है। दलाल रुपए लेकर दर्शन करा रहे हैं। इसमें ऑटो रिक्शा चलाने वाले, फूल बेचने वाले, सुरक्षाकर्मी और खुद को पंडित बताने वाले लोग शामिल हैं। महाकाल मंदिर में रुपए लेकर आरती दर्शन कराने का एक मामला सामने आने के बाद दर्शन और भस्म आरती के नाम पर राशि लेने के प्रकरण में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने प्रशासक महाकाल मंदिर मृणाल मीणा के दिशा निर्देशन में मंदिर समिति द्वारा हर्ष जोशी एवं ब्रजेश तिवारी का महाकाल मंदिर सहित मंदिर परिसर के मार्गों में प्रवेश पूर्णत: निषेध किया गया हैं।
हर्ष और ब्रजेश के विरुद्ध महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के दिनेश पिता बालमुकुन्द निवासी श्रीराम कॉलोनी की शिकायत पर महाकाल थाने में धारा 420 के तहत केस दर्ज किया गया। श्रद्धालुओं से भस्म आरती के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एसपी प्रदीप शर्मा ने कांस्टेबल अजीत राठौर को निलंबित किया है। बता दें कि हर्ष जोशी और ब्रजेश तिवारी नामक अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा अप्राधिकृत रूप से श्रद्धालुओं से तय राशि से अधिक राशि लेकर भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन एवं भस्म आरती दर्शन कराये गए थे जबकि भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन पूर्णत: नि:शुल्क है, साथ ही भस्म आरती पंजीयन के लिए 200 रुपए प्रति श्रद्धालु शुल्क निर्धारित है।
उक्त प्रकरण को प्रशासक श्री मीणा ने त्वरित संज्ञान में लेकर कार्यवाही की हैं। आगामी आदेश तक दोनों का प्रवेश महाकाल मंदिर के सभी विशेष मार्गों से प्रतिबंधित किया गया है। बता दें कि मंदिर में प्रवेश और दर्शन के लिए राशि लेने के पूर्व में भी कुछ मामले सामने आने के बाद मंदिर समिति द्वारा कार्रवाई की गई।