माही की गूंज, थांदला।
कैथोलिक चर्च परिसर में गुड फ्राइडे के अवसर पर समाजजनों ने क्रूस यात्रा के माध्यम से प्रभु येशु के दुःख भोग तथा मृत्यु और पुनरुत्थान को याद किया। शुक्रवार दोपहर एक बजे फादर सोनू वसुनिया मैनेजर फ्लावर लेट स्कूल मछलाई माता द्वारा क्रूस यात्रा प्रारंभ की। क्रूस यात्रा के पहले एवं दूसरे स्थान पर फादर सोनू वसुनिया एवं फादर पीटर कटारा ने भारी क्रूस को उठाया। शेष स्थानों पर पल्ली के सदस्यों द्वारा क्रूस को उठाया जाकर क्रूस यात्रा में भाग लिया। चर्च परिसर लगभग दो हजार से अधिक समाजजनों ने उपस्थित होकर व्यथित मन से प्रभु येशु के क्रूस यात्रा के 14स्थानों पर मनन चिंतन किया। अंतिम 14वें स्थान में प्रभु येशु के शरीर को कब्र में रखा जाता है जो कि अत्यंत मार्मिक चित्रण होता है। येशु की मां मरियम के गोद में रखे प्रभु येशु के शरीर को शिष्य उठाकर कब्र में रख देते हैं प्रभु येशु पुनः तीसरे दिनकब्र से जी उठने तक लाश कब्र में रहती है। यह कब्र हमे याद दिलाती है कि जो प्रभु येशु के दुख भोग और मृत्यु की याद करते हैं वे पुनरुत्थान की आशा और प्रतीक्षा में जीते हैं। क्रूस यात्रा का संचालन राजेंद्र बारिया पल्ली परिषद के सचिव द्वारा पल्ली परिषद के सदस्यों के सहयोग सेकिया गया। क्रूस यात्रा में गीतों का संचालन राजू कटारा एवं उसके दल द्वारा किया गया।