पेयजल की लाइन टूटी, ठेकेदार और ग्राम पंचायत बता रहे एक-दूसरे का कार्य, ग्रामीण परेशान
माही की गूंज, खवासा/भामल।
केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में एक योजना केंद्र पुनोउत्थान वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र में 24 घंटे विद्युत लाइन मिले इस उदेश्य के साथ विद्युत कार्य फीडर सेपरेशन व नई विद्युत लाइन इन दिनों झाबुआ सहित खवासा क्षेत्र के आस ग्रामीण अंचल किया जा रहा है। जिसमे मकोड़िया, भेरूगड, सेमलिया, नारेला, भामल, रन्नी आदि जगह विद्युत लाइन ठेकेदार द्वारा डाली जा रही है। उक्त ठेका बड़वानी के आरिफ शेख मेसर्स कंपनी को मिला हुआ है। उन्होंने खवासा क्षेत्र में लाइन डालने व खंबे खड़े करने के लिए पेटी कांट्रेक्टर के रूप में किसी दूसरी फर्म को कार्य दे रखा है और उनके द्वारा विद्युत लाइन डाली जा रही है। जिसमें कई जगह खंभे लगाने के साथ तारो की खींचाई भी की जा रही है, लेकिन खंबे लगाने के साथ ही तारों की खींचाई में सुरक्षा मापदंडों को सही इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। जो मजदूर काम कर रहे है उनका सुरक्षा के अनुसार कोई भी चीज मुहैया ठेकेदार द्वारा नहीं करवाई जा रही है जिसमे कभी कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है। वहीं ठेकेदार के सुपरवाइजर सही कार्य किया जा रहा है कहकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।
खंबे खड़े करने के दौरान टूटी पानी सप्लाई की लाइन
विद्युत लाइन डालने का कार्य भामल में भी बड़े जोर-शोर के साथ किया जा रहा है। जिसमें लाइन के खंभे ग्राम भामल में होते हुए रन्नी से परवाड़ा तक जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार ग्राम भामल में तीन ट्रांसफॉर्म लगेंगे, जिसमें 24 घंटे ग्रामीणों को विद्युत मिलेगी। इसका कार्य बड़ी ही तीव्र गति से पेटी कांट्रेक्टर के द्वारा किया जा रहा है। जिसमें गांव के मध्य मुख्य मार्ग पर बनी गांव में पेयजल सप्लाई की पाइपलाइन ठेकेदार ने खंबे लगाने के दौरान डैमेज कर दी, जिससे ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है। इन दिनों गर्मी चरम सीमा पर है और ठेकेदार द्वारा इस तरह से पाइपलाइन तोड़कर कहीं न कहीं लापरवाही की गईं है। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत में कहीं भी लाइन निकालनी होती है तो पंचायत से परमिशन लेनी होती है। लेकिन ठेकेदार के सुपरवाइजर ने बिना सरपंच व सचिव से परमिशन न लेते हुए मनमर्जी अनुसार लाइन निकालते हुए पाइप लाइन को डैमेज कर दिया, जिससे पाइपलाइन से अभी बड़ी ही आसानी से पानी बर्बाद हो रहा है।
ग्राम पंचायत के सरपंच पति बहादुर चरपोटा ने ठेकेदार से कहा कि, पाइपलाइन सुधार कर दे। जिस पर ठेकेदार का सुपर वाइजर पी राठी कहने लगा कि, हम सुधार कर क्यों दे, हमको किसी से कोई परमिशन नहीं लेनी रहती है, जहां ग्रामीणों ने बोला वहीं हमने खंबे लगाए हैं। अगर पाइपलाइन टूट गई है तो हम क्या करें। हमारे ऊपर भी ऊपर अधिकारी बैठे हैं, ग्रामीणों के कहे अनुसार ही खम्बा लगाया है।
ग्रामीण नानालाल जादव, धीरज जादव, दशरथ जादव, भीमसिंह नकुम आदि ने बताया कि, ठेकेदार मनमर्जी अनुसार कहीं भी खंबे लगा रहा है और जहां चाहे वहां गड्ढे खोद रहा है, देखने वाला कोई नहीं है। हमारी तरफ की पाइपलाइन डैमेज कर दी जिससे हमें पानी के लिए दो-चार होना पड़ रहा है। मामले में खवासा एमसीबी के जूनियर इंजीनियर मुकेश परमार से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
वहीं प्रोजेक्ट मैनेजर शेख मेसर्स कम्पनी बड़वानी वाहिद मंसूरी का कहना है कि, पाइपलाइन अगर क्षतिग्रस्त हुई है तो ग्राम पंचायत के पास अतिरिक्त फंड होता है उसे सुधार करवा दे। देख लो यह तो ग्राम पंचायत का मामला है मैं फिर भी सुपरवाइजर को कहकर मामला दिखवाता हूं।
मामले में डीई एमपीबी झाबुआ महेन्द्र पंवार का का कहना है कि, अगर पाइपलाइन डैमेज कर दी है तो ठेकेदार को सुधार कर देना है, कहां और कितनी लागत है यह तो अलग-अलग के हिसाब से लाइन डल रही है। इस मामले में आप ठेकेदार से ही चर्चा करें।