अगर मेडिकल संचालक फर्जी था तो उसे फोन कर कार्यालय पर बुलाने की क्या थी आवश्यकता...?
सांसद चुनाव के लिए 20 करोड़ इकट्ठा करना चाहते हैं विधायक डोडियार के भी लगे आरोप
पहले भी विधायको को फर्जी चिकित्सक देते रहे हैं पैसा-सैलाना विधायक डोडियार
माही की गूंज, बाजना (डेस्क न्यूज़)
अपने आप को मालिक का बंदा बताने वाले भारतीय आदिवासी पार्टी (बीएपी) सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार पर मेडिकल संचालक द्वारा एक करोड रुपए मांगने का आरोप लगने के बाद उक्त मामला रतलाम जिले के साथ प्रदेश स्तर तक उछल गया है। पूर्व में भी कमलेश्वर डोडियार अपने बयानों से सुर्खियों में रहे है।ं वहीं कमलेश्वर डोडियार सैलाना विधायक बनने के बाद रतलाम संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने का दावा भी कर चुके है। ।ऐसे में विधायक पर लगे आरोप की सत्यता कहां तक सही है यह तो निष्पक्ष जांच होने के बाद ही सामने आएगा। उक्त गंभीर मामला सामने आने के बाद माही की गूंज टीम ने मामले की हकीकत जानना चाही तो सामने यही आया कि 19 फरवरी को सैलाना विधायक ने बाजना के मॉ मेडिकल संचालक तपन राय को फोन लगाकर बुलाया और तपन राय को विधायक कमलेश्वर डोडियार ने क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित हो रहे फर्जी दवाखानों एवं डॉक्टरो का सरदार है तपन राय को माना। तथा अवैध मेडिकल व नकली दवाइयां बेचने पर एक कागज में लिखकर एक करोड रुपए की मांग तपन राय से सैलाना विधायक ने की।
एक करोड रुपए की मांग का कारण भी यह सामने आया कि, विधायक कमलेश्वर डोडियार सांसद का चुनाव लड़ने के लिए 20 करोड रुपये इकट्ठा करना चाहते हैं। लेकिन पूरी सत्यता जांच पर ही निर्भर है।
क्या अन्य विधायक भी ले रहे रिश्वत कमलेश्वर डोडियार के बयान के आधार पर हो जांच
वही सैलाना विधायक पर एक करोड रुपए रिश्वत मांगने का मामले के आरोप के साथ मामला गरमाने पर सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार मीडिया को बयान दे रहे हैं कि, एक मेडिकल या क्लीनिक चलाने के लिए डॉक्टर के पास डिग्री होना चाहिए और जो डिग्री है वो डिग्री के अनुसार ही संबंधित डिग्रीधारी डॉक्टर अपना क्लीनिक खोल सकता है। उक्त बयान तो विधि संपत व जनहितैषी बयान है और होना भी यह चाहिए। लेकिन हमारा पूरा सिस्टम भ्रष्टाचार व रिश्वत की मीनार पर खड़ा है नतीजन यह तो पूर्णतः सत्य है कि बाजना या रतलाम जिला ही नहीं बल्कि झाबुआ- अलीराजपुर आदि प्रदेश के प्रत्येक जिलों में स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर फर्जी डॉक्टरो, बंगालियों व बांग्लादेशियों द्वारा उपचार किया जाता रहा है और प्रशासन खानापूर्ति के साथ कार्रवाई की इतिश्री अक्सर करते रहे हैं और उक्त फर्जी क्लिनिक निरंतर बढ़ते क्रम में संचालित हो रहे हैं।
वहीं सैलाना विधायक पर रिश्वत का आरोप लगने के बाद खुले रूप से मीडिया को यह भी कह रहे हैं कि, अवैध कारोबार को चलाने के लिए अन्य विधायकों को ये लोग पैसा देते आए हैं और अवैध रूप से अपने क्लीनिक संचालित करते रहे हैं। वहीं अपने बचाव में डोडियार कह रहे हैं कि, एक करोड़ का आरोप लगाने वाला डॉक्टर तपन राय रिश्वत देने के नाम पर 20 लाख रुपए लेकर उनके पास आया था और विधायक साहब ने कह दिया कि एक करोड रुपए भी मुझे दोगे तो भी मैं नहीं लूंगा और तेरा अवैध कार्य में नहीं करने दूंगा का अपने बचाव में बयान दिया। लेकिन विधायक ने अपने बयान में यह कहीं नहीं कहा कि मेने फोन कर तपन राय को नहीं बुलाया था।
मामले में माही की गूंज ने फोन पर सीधे तपन राय से संपर्क किया और हकीकत जानना चाही तो तपन राय ने बताया कि, 19 फरवरी को 2 से 3 बार एक नंबर से फोन आया, मुझे नहीं मालूम था कि वह विधायक का नंबर है, एक बार फोन रिसीव किया तो मुझसे सामने वाला बेबुनियाद जानकारी पूछ रहा था तो मेने फोन काट दिया। कुछ देर बाद मेरे कर्मचारियों के पास फोन आया और उसने कहा मैं सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार बोल रहा हूं और मुझसे बात करने का कहा। जिस पर मेने बात की तो विधायक ने कहा, तू अवैध रूप से कामकाज कर रहा है, मेडिकल पर नकली दवाई बेचता है आदि बात कही जिस पर मैंने कहा मैं ऐसा धंधा नहीं करता हूं। जिसके बाद विधायक ने कहा मुझसे सैलाना आकर मिल नहीं तो ठीक नहीं रहेगा। जिस पर मैंने कहा साहब मेरे पास बैंक कार्य है मैं कल आकर मिलता हूं। जिस पर विधायक ने कहा नहीं मुझे कल नहीं अभी के अभी आकर मिल। जिस पर मैं दो साथियों के साथ सैलाना विधायक से मिलने गया जहां किसी नोतरे आयोजन में विधायक साहब गए हुए थे ।करीब 1 घंटे बाद वह आए और मुझे अंदर बुलाया, अंदर जाने के पहले गार्ड ने मेरा मोबाइल बाहर रखवा दिया और अंदर जाने पर विधायक साहब ने पहले तो राजनीति की जानकारी ली जिसके बाद मैंने कहा आप विधानसभा के विधायक है, हम आपसे मिलकर ही चलेंगे। जिस पर विधायक साहब ने मुझे कहा, मिलने-मिलाने से कुछ नहीं होता मेरे लिए क्या कर सकते हो कह कर हाथ से ईशारा किया और सीधे रूप से मुझसे कहा मुझे सांसद का चुनाव लड़ना है और मुझे 20 करोड रुपए की आवश्यकता है, तथा एक करोड रुपए आपसे लेना है। जिस पर मैंने कहा मेरे पास एक करोड़ रूपया होता तो मैं बाजना क्यों रहता। फिर उन्होंने बोला यह तुम्हारा प्रॉब्लम है उसके बाद विधायक साहब ने कागज के टुकड़े पर 1 सीआर मतलब एक करोड लिखकर दिया और कहा यह दे सकते हो तो यहां रहो नहीं तो बंद करके यहां से चले जाओ। जिस पर तपन राय ने यहां से चले जाने तक की बात कह दी। साथ ही विधायक ने तपन राय को 3 हज़ार फर्जी डॉक्टरों का सरदार भी माना। जिसके बाद तपन राय व उसके दो साथी सैलाना से आ गए। वही 23 फरवरी को दिन में विधायक कमलेश्वर डोडियार अपने साथी, विधायक प्रतिनिधि दशरथ डिंडोर के साथ तपन राय के मॉ मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। और करीब चार घंटे तक वहां बैठकर सभी स्थानीय से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों को मेडिकल पर कार्रवाई करने हेतु फोन लगाकर आदेश देते रहे लेकिन वहाँ कोई अधिकारी नहीं पहुंचे।
वहीं जब बाजना के बीएमओ को फोन लगाकर कहा कि, मैं अपने अन्य साथियों के साथ आकर धरना दूगा। जिसके बाद बीएमओ साहब मेडिकल पर पहुंचे और दस्तावेजों की जांच कर कुछ नोट्स लिखकर चले गए। उक्त सारी बात माही की गूंज को तपन राय ने बताई।
पूरे मामले में निष्कर्ष के रूप में निकलकर यही बात सामने आ रही है कि, विधायक अगर वास्तविक रूप से फर्जी क्लिनिक व डॉक्टरो पर कार्रवाई चाहते थे या अवैध मेडिकलों पर कार्रवाई चाहते थे तो क्षेत्र के समस्त फर्जी मेडिकल व चिकित्सको व क्लीनिको का डाटा संग्रहित कर प्रशासन को कार्रवाई हेतु एक विधायक के नाते शिकायत कर सकते थै। अगर शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने पर विधानसभा में अपनी बात रख इसे प्रादेशिक स्तर पर कार्रवाई करने की मांग भी सरकार से कर सकते थे। ऐसे में क्षेत्र ही नहीं प्रदेश की जनता की सहानुभूति सैलाना विधायक के साथ रहती। लेकिन विधायक साहब ने फोन कर मेडिकल संचालक तपन राय जिसे क्षेत्र के करीब 3 हज़ार फर्जी डॉक्टरों का सरदार मानकर सांसद के चुनाव लड़ने हेतु एक करोड़ की मांग अपने कार्यालय में बुलाकर करना कहा तक उचित था...?
वही विधायक साहब ने यह भी कहा कि, अन्य विधायकों को फर्जी चिकित्सक अपने अवैध कारोबार के लिए पैसे देते रहे है।ं तय है विधायक के उक्त बयान की भी जांच होना चाहिए। साथ ही विधायक पर आरोप लगाने वाले मेडिकल संचालक तपन राय को, विधायक द्वारा फोन लगाकर बुलाया गया या नहीं...? की भी उच्च स्तरीय जांच के साथ पूरा मामला जनता के सामने आना ही चाहिए। अगर जांच में आता है कि, फोनकर तपन राय को विधायक ने ही बुलवाया है तो शिकायतकर्ता के आरोप पूर्णतः सत्यता की ओर भी जाच में सामने आ सकता हैं। खैर जाच में क्यां सामने आता या मामले को ठंडे बस्ते डाल दिया जाएगा यह बाद में ही पता चलेगा।
सेलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार जिन पर 1 करोड़ रूपये मांगने का आरोप।
मेडिकल संचालक तपन राय जिसने विधायक पर 1 करोड़ रूपये मांगने का लगाया आरोप।