आखिर शराब किसकी, बदनावर शराब ठेकेदार या पेटलावद शराब ठेकेदार...?
माही की गूंज, पेटलावद/थांदला।
नवागत पुलिस कप्तान पद्मविलोचन शुक्ल के पदभार ग्रहण करते ही पुलिस को अवैध शराब की बड़ी खेप पकड़ने में सफलता मिली है। थांदला थाना प्रभारी निरीक्षक राजकुमार कुंसारिया द्वारा अवैध शराब परिवहन करने वालो के विरूद्ध मुखबीर से मिली सूचना के आधार पर पेटलावद तरफ से स्विफ्ट मारूती कार क्रमांक जीजे 05 जेबी 0971 में दो व्यक्ति अवैध रूप से शराब भरकर बेचने हेतु ले मेघनगर तरफ जा रहे है। जिस पर थांदला पुलिस द्वारा तत्काल नाकाबंदी कर मुखबीर द्वारा बताई कार को रोका तथा उसके बैठे व्यक्तियों को नाम पता पुछते अपना नाम दिलीप पिता सोहन डोडियार (32) निवासी कसारबर्डी, रामप्रसाद पिता सुखराम डोडियार (19) निवासी कसारबर्डी के होना बताया। कार की तलाशी लेने पर कार के अन्दर 28 पेटी गोवा व्हीस्की एवं 14 पेटी बेगपाईपर इस प्रकार कुल 362.88 बल्क लीटर शराब पाई गई। जिसे स्विफ्ट मारूती कार क्रमांक जीजे 05 जेबी 0971 सहित जप्त कर व आरोपियों को गिरफ्तार किया जाकर आरोपियों के विरूद्ध अपराध धारा 34 (2), 36 आबकारी एक्ट का पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया जाकर अनुसंधान किया जा रहा है।
लक्ज़री कारो में आखिर कौंन कर रहा है अवैध शराब का व्यापार...?
पेटलावद थाना क्षेत्र में पूर्व में दो से तीन मामले अवैध शराब के सामने आ चुके है। जिसमे आरोपियों ने महंगी कारों का उपयोग अवैध शराब के सप्लाई के लिए किया, जिससे पुलिस को शंका न हो लेकिन मुखबिर की सूचना पर ये शराब वहान पकड़े जा चुके है। क्षेत्र में अवैध शराब के व्यवसाय में कई लोग सक्रिय है। अलग-अलग शराब ठेकेदारों के साथ मिल कर अवैध शराब का व्यापार कर रहे है। पुलिस अवैध शराब तो पकड़ती है लेकिन शराब कहा से लाई जा रही थी और कहा ले जाई जा रही थी इसका खुलासा कभी नही हुआ। वही लगातार वाहन पकड़े जाने के बाद भी अवैध शराब के व्यवसाय में लगे लोग इन प्रकार के व्यापार में बेझिझक अंजाम दे रहे है। साथ ही कई वाहनों से लगातार अवैध शराब सप्लाई पुलिस और आबकारी की नाक के नीचे हो रही है जो कही न कही अवैध शराब के सप्लायरों के बीच आपसी फूट या शराब ठेकेदारो की रमुच पर ये वाहन पकड़ में आ रहे है।
बदनावर या पेटलावद, आखिर कौंन सा ठेकेदार उपलब्ध करवा रहा है अवैध शराब...?
थांदला पुलिस द्वारा पकड़ा गया वाहन पेटलावद की ओर से शराब भर के जा रहा था। पूर्व में पेटलावद पुलिस थाना की सारंगी चौकी क्षेत्र में पकड़ी गई शराब भी बदनावर की ओर से आती हुई सारंगी ओर पेटलावद में पकड़ी गई। जिससे साफ है उक्त शराब सप्लाई के पीछे बड़े शराब कारोबारी का हाथ है जो बड़ी मात्रा में अवैध शराब क्षेत्र में सप्लाई के लिए उपलब्ध करवा रहा है। पकड़ी गई अवैध शराब की पेटियों पर होलोग्राम ओर बेच नम्बर से उक्त शराब किसके माध्यम से अवैध सप्लायर के पास पहुँच रही है इसकी जानकारी जुटाई जा सकती है। खेर इस प्रकार की कार्यवाही फिलहाल पुलिस द्वारा नही की जाती और पुलिस कार्यवाही शराब के साथ पकड़े गए आरोपी और वाहन मालिक तक सीमित रखती है।
बहारी प्रदेश के वाहनो का उपयोग ज्यादा
इस प्रकार के मामलों में पकड़े गए वाहन गुजरात या मध्यप्रदेश से लगे अन्य राज्यों के होते है। इन वाहनों को अग्रीमेंट के आधार पर खरीदा बेचा जाता है और इनका उपयोग अवैध शराब न केवल क्षेत्र बल्कि गुजरात सहित आसपास के राज्यों में भी सप्लाई के लिए किया जा है। अवैध शराब का व्यपार बहुत बड़ा सिंडिकेट है जो पुलिस, आबकारी से मिलकर अंजाम दिया जाता है। कई वाहनों के पकड़े जाने के बाद भी ये व्यापार बिना डर के संचालित होता है जिसका सबसे बड़ा कारण अवैध शराब सप्लाई करने वालो की मुख्य जड़ें जो इस प्रकार की कार्यवाही में पकड़ी नही जाती और छोटे-मोटे नोकरी पेशा लोगो पर कार्यवाही तक सीमित हो जाती है। जो लोग पकड़े जाते है उनका रहन-सहन और आजीविका के साधन इतने नही होते की वो ऐसी महंगी गाड़ीया और इतनी मात्रा में शराब खरीद सके।