Wednesday, 12 ,March 2025
RNI No. MPHIN/2018/76422
: mahikigunj@gmail.com
Contact Info

HeadLines

भगोरिया मेले की धूम, आदिवासी समाज ने पारंपरिक नृत्य कर बढ़ाई शोभा | राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर हुई परिचर्चा | ग्राम पंचायत में पानी की समस्या को लेकर जनपद उपाध्यक्ष व ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन | मामला फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र का...! शिकायकर्ता लीलाबाई व ग्राम पंचायत सचिव के विरुद्ध मामला दर्ज | कक्षा 8वीं का विदाई समारोह संपन्न | लोकायुक्त ने थांदला बीआरसी को रिश्वत लेते पकड़ा | करवड़ बस स्टैंड पर स्कूल बच्चों का हुआ एक्सीडेंट | मानवता शर्मसार: खेत में मिला बिना नाल कटा रोता हुआ नवजात शिशु ... | 8लेन पर एक नींद की झपकी बनी मौत का कारण! | नगर की वोटर लिस्ट में कैसे आया फर्जी मतदाता...? | महिला की मिली लाश: हत्या या आत्महत्या पुलिस जांच में जुटी | सोमाजी प्रजापत जाजपर का निधन | श्रीराम जन्मभूमि पर श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की मनाई पहली वर्षगांठ | सम्पूर्ण बाईबल पाठ का आयोजन सम्पन्न | भगवान श्रीराम की अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा की मनाई वर्षगांठ | दूसरी बार दुकानों की नीलामी निरस्तः आखिर ग्राम पंचायत करें तो क्या करें...? | बदलेगा राज... या कायम रहेगा रिवाज... फैसला 8 फरवरी को | क्या हम बांग्लादेश से ऊपर उठकर एक ही धर्म के व्यक्तियों को जातिवाद के आधार पर अल्पसंख्यक बनाना चाहते हैं...? | सुरेशचंद्र पुरणमल जैन, जिनेन्द्र बाफना सुप्रीम कोर्ट के आदेश से भी बड़े, जिला परिवहन अधिकारी और रेलवे सब इनके सामने नतमस्तक | अजब एमपी के गजब मंत्री... लाचार मंत्री... |

अबकी बार .....सरकार की दरकार
06, Nov 2023 1 year ago

image

माही की गूंज, संजय भटेवरा

 झाबुआ। 2018 विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा दिए गए नारे अबकी बार 200 पार का वही हश्र हुआ था जो अटल जी के समय इंडिया शायनिग और फील गुड नारे का हुआ था।कुछ ऐसा ही हश्र बंगाल में भी हुआ था, जहां भाजपा ने 200 से ज्यादा सीट जीतने का दावा किया था, लेकिन वहां पर भाजपा सरकार बनने लायक बहुमत तक नहीं जुटा पाई थी। कहावत "दूध का जला छाछ भी फुक–फुक कर पिता है" की तर्ज पर इस बार मध्य प्रदेश सहित किसी भी राज्य में सीट संबंधी कोई दावा नहीं किया जा रहा है।

शिवराज का काम मोदी का नाम 

   अपनी लिंक से हटकर भाजपा ने इस बार किसी भी चेहरे को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। "एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी" की थीम पर चुनाव प्रचार चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के मध्यप्रदेश चुनाव के पहले दौर में इसकी झलक देखने को मिली। मोदी के भाषण में केंद्र की योजना के साथ मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा किए गए जनकल्याण कारी योजनाओं को गिनाया, लाड़ली लक्ष्मी और लाडली बहना का श्रेय मामाजी को दिया,लेकिन वोट कमल के निशान पर ही मांगे। यही नहीं उन्होंने योजनाओं की ग्यारंटी भी खुद के नाम पर ही दी,अपनी वाक चातुर्यता के बल पर हम हर घर में अपनी बात पहुंचाने का आह्वान भी उपस्थित श्रोताओं से कर गए। लेकिन सरकार बनाने के लिए संख्या संबंधित कोई भी दावा करने से वह बचते नजर आए। 

   जहां तक कांग्रेस का सवाल है राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से ज्यादा स्थानीय प्रचारको का ज्यादा प्रभाव है । राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जरूर हवा का रुख बदलने की ताकत रखते हैं, लेकिन उससे ज्यादा प्रभावशाली दिग्विजय सिंह और कमलनाथ साबित हो रहे हैं। स्थानीय नेता और स्थानीय मुद्दे व कमलनाथ की ग्यारंटी आम लोगों में कांग्रेस के प्रति विश्वास पैदा कर रही है। वहीं स्थानीय प्रत्याशी जनसंपर्क व खाटला बैठक के माध्यम से सीधा जनता से रूबरू हो रहे हैं। जहां तक आंकड़ों का सवाल है कांग्रेस भी इस बार आंकड़ों संबंधित कोई दावा नहीं कर रही है, लेकिन आत्मविश्वास के साथ सरकार बनाने का दावा अवश्य किया जा रहा है।


माही की गूंज समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल की एजेंसी, समाचार व विज्ञापन के लिए संपर्क करे... मो. 9589882798 |