रतलाम ग्रामीण से लक्ष्मण डिंडोर को टिकिट, जावरा से कांग्रेस ने सबको चौकाया, जीवनसिंह शेरपुर नही दिया टिकिट
चार दिन में बदले तीन टिकिट: दतिया, पिछोर और गोरेगांव के टिकिट बदले
माही की गूंज, भोपाल/झाबुआ।
गुरुवार देर रात कांग्रेस ने प्रदेश की बची सीटो पर कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी घोषित करते हुए प्रदेश की 229 विधानसभा सीटो पर प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए हैं, कांग्रेस की ओर से मात्र एक टिकिट आमला विधानसभा की घोषित होना बाकी है। कांग्रेस ने दूसरी सूची में कई सीटो पर चौकाने वाले निर्णय लेते हुए कई दावेदारो को सकते में डाल दिया। सूची रात में आई और बिना देर किए मुख्य दावेदारो के सर्मथकों ने विरोध तक शुरू कर दिया। चार दिन पहले जारी पहली सूची में से कांग्रेस ने तीन सीटों पर प्रत्याशी बदल डाले, जिंसमे दतिया, पिछोर और गोरेगांव शामिल हैं। रतलाम से चर्चा में रहे सीओ लक्षमण डिंडोर का टिकिट तय हुआ तो कांग्रेस से मैदान में लड़ने का सपना देख रहे जयस समर्थक अभय ओहरी ने बागी होकर मैदान में उतरने का निर्णय ले लिया, साथ ही बहारी उम्मीदवार को मौका देने का आरोप कांग्रेस पर लगाया। रतलाम शहर से पूर्व विधायक पारस सकलेचा को उम्मीदवार बनाया है, यहां से मयंक जाट का नाम चर्चा में था लेकिन कानूनी उलझनबाज़ी के चलते यहां पारस सकलेचा को चेहरा बनाया गया है जो पिछले दो वर्षो में भाजपा सरकार के कई भ्रष्टाचार उजागर कर चुके हैं। उधर सबसे बड़ा खेल जावरा विधानसभा में कांग्रेस ने कर दिया यहां से कारणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर का टिकिट तय माना जा रहा था और जीवनसिंह नही तो कांग्रेस नेता विजेंद्र सिंह सोलंकी का टिकिट होना तय था लेकिन कांग्रेस की जारी सूची में दोनों हो नाम गायब थे और हिम्मत श्रीमाल को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया। जिसका विरोध रात में ही जावरा ओर आसपास देंखने को मिल गया। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को पुतला फूंक कर घोषित प्रत्याशी का जम कर विरोध किया। धार से इस बार कांग्रेस ने महिला को मौका देते हुए कांग्रेस नेता गौतम की पत्नी प्रभा गौतम को तो बदनावर से भाजपा छोड़कर कांग्रेस में भेरूसिंह शेखावत को उम्मीदवार बनाया है। प्रत्याशी घोषित करने की रेस में खरगोश की तरह आगे निकली भाजपा प्रत्याशी घोषित करने में पीछे रह गई। जानिए इस सूची के माध्यम से कौंन किस सीट से बना कांग्रेस उम्मीदवार...