जिला पंचायत उपाध्यक्ष मालू अकमाल ने कहा, कार्यकर्ताओं को नही करेंगे निराश लड़ेंगे निर्दलीय चुनाव
भाजपा को बड़ा फायदा, भाजपा की और से भी वालसिंग की टिकिट लिए हुई जोड़तोड़
माही की गूंज, पेटलावद।
चुनाव की आहट के बीच लम्बे इंतजार के बाद कांग्रेस ने अपनी पहली सूची आज जारी कर दी। पहली सूची आने से कांग्रेस के बड़े नेताओं के दावों को पोल खुल गई, जिसमे पार्टी के सर्वे के आधार पर प्रत्याशी घोषित करने की बात कही थी। लकीन सूची में साफ दिख रहा है कि, कांग्रेस में गुटबाजी और नेताओं के प्रभाव के अनुसार ही टिकिट वितरण किया गया। पेटलावद से विधायक वालसिंग मैड़ा को एक बार फिर कांग्रेस ने मौका दिया है जबकि लम्बे समय तक उनके टिकिट कटने की चर्चा थी। अलग-अलग सर्वे में वालसिंह के विरोध की बात सामने आ रही थी पर कांग्रेस ने उन्ही पर भरोसा दिखाया है। कांग्रेस की टिकिट तय होने के बाद जयस या किसी अन्य दल के पीछे हटने या वालसिंग को समर्थन करने की उम्मीद कम ही है।
दूसरी और जिला पंचायत उपाध्यक्ष मालू अकमाल डामोर ने गूंज से चर्चा में बताया कि, उन्होंने कांग्रेस से टिकिट की कोशिश की, लेकिन पार्टी ने उन पर भरोसा नही जताया। मालू डामर ने कहा कि, वो कार्यकर्ताओ को निराश नही करेगे और निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरेंगे।
भाजपा का बड़ा फायदा
जैसा कि माना जा रहा था कांग्रेस वर्तमान विधायको के टिकिट काटने की पॉलिसी पर काम करेगी तभी विधायक मैड़ा का टिकिट कटना सभव है वरना वालसिंग मैड़ा की टिकिट तय है। मैड़ा की टिकिट तय होते ही भाजपा या यूं कहें निर्मला समर्थकों में खुशी की लहर है। इस सीट पर अधिकांश चुनाव मैदान मे भाजपा को बागी उम्मीदवार उतरे है जिससे भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। इस बार चुनौती कांग्रेस के लिए है क्योंकि जयस, आम आदमी पार्टी सहित जिला पंचायत उपाध्यक्ष का निर्दलीय मैदान में उतरना तय है, जिससे भाजपा को बड़ा फायदा होने की उम्मीद है। यहां भाजपा को इस सीट पर सीधी जीत नजर आने लग रही हैं। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार भाजपा भी कांग्रेस से वालसिंग की टिकिट होना चाह रही थी जिसके लिए भाजपाई भी वालसिंग के लिए फील्डिंग करते रहे। जिले में भूरिया पॉलिसी की चर्चा भी हो रही है।
त्रिकोणी संघर्ष की सम्भवना बड़ी
जिला पंचायत उपाध्यक्ष की दावेदारी को कतई कमजोर नही आका जा रहा है। मालू लगातार क्षेत्र में दोहरी तैयारी करते दिखे जिसमे टिकिट नही होने पर निर्दलीय मैदान में उतरने की योजना पर काम किया गया है। जयस या बाप पार्टी से गठजोड़ की कोशिशो के साथ ही एन्टी निर्मला और एंटी वालसिंह की वोटिंग भी मालू की तरफ जा सकती है। रामा क्षेत्र में भाजपा को बढ़त मिलती रही है लेकिन मालू के स्थानीय नेता होने और जिला पंचायत के तीन अलग-अलग वार्डो से जिला पंचायत सदस्य चुनाव निर्दलीय जीत चुके हैं। इन चुनावों में भाजपा-कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपने दम पर चुनाव हरा चुके हैं। विधानसभा पेटलावद में इस बार का मुकाबला आमने-सामने का नही होकर त्रिकोणी होने के आसार बन रहे हैं।