माही की गूंज, थांदला।
जैन समाज में खुशी रखब लुक्कड़ (रतलामी) के रूप में चौथा मासक्षमण पूर्ण हुआ। इस अवसर पर संघ समाज व परिजनों ने मिलकर बाल तपस्वी की अनुमोदना में जयकार यात्रा निकालते हुए तपस्वी की जयकार करते हुए जिनालय होते हुए आजदचौक पौषध भवन पर पहुँचीं। यहाँ विराजित बुद्धपुत्र प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. के आज्ञानुवर्ती पूज्या श्रीनिखिलशिलाजी म.सा. आदि ठाणा - 4 की निश्रा में तपस्वी के लिए गुणानुवाद सभा का आयोजन हुआ। जिसमें महासतियाजी ने बाल तपस्वी नव्या मनिषजी शाहजी व खुशी रखब लुक्कड़ द्वारा लघुवय में दीर्घ तपस्या की अनुमोदना करते हुए उनके तपमय जीवन की मंगल कामना करते हुए इसे कर्म निर्जरा का हेतु बताया।
इस अवसर पर थांदला जैन संघ के अध्यक्ष भरत भंसाली व तपस्वी की बहन पूर्वा कोठारी ने तपस्या की शाब्दिक अनुमोदना की। वही श्रीसंघ द्वारा बाल तपस्वी खुशी का तप की बोली लगाते हुए बहुमान किया गया। इस अवसर पर त्रिस्तुतिक मूर्तिपुजक संघ द्वारा भी जैन मंदिर पर तपस्वी बहन खुशी का संघ अध्यक्ष कमलेश दायजी, सचिव मयूर तलेरा, कोषाध्यक्ष प्रफुल्ल पोरवाल, उपध्यक्ष कमल पीचा, यतिश छिपानी, पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत, नगीनलाल शाहजी, झाबुआ संघ के सतीश कोठारी, प्रकाश मेहता, जैन संघ प्रवक्ता पवन नाहर आदि अन्य श्रावक-श्राविका ने तप अनुमोदना करते हुए बाल तपस्वी के मंगलमय जीवन की कामना की। धर्म सभा का संचालन संघ सचिव प्रादीप गादिया ने किया वही यतिन्द्र दायजी ने तपस्वियों की अनुमोदना में आए महानुभाव के प्रति आभार माना। वही तपस्वी परिवार द्वारा प्रभावना का लाभ लिया गया।