क्या नगर परिषद को नही शासन के नियमो की जानकारी, उपर से मांगते हैं सलाह
माही की गूंज, पेटलावद।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री प्रदेश की महिलाओं को लाडली बहना ओर भांजिया बोलकर उनके लिए तरह-तरह की योजनाओं का दावा करते हैं। लेकिन उसके विपरीत मुख्यमंत्री की सरकारी मशीनरी लाडली बहनों के हक अधिकारों के लिए वर्षो तक सरकारी कार्यालयों के चक्कर कटवाते है। मामला नगर परिषद पेटलावद का जहा मुकेश पिता शंकरलाल अटकान जो कि, नगर परिषद में सफाई संरक्षक के पद पर स्थाईकर्मी के रूप में पदस्थ होकर 22 जनवरी 2021 में निधन हो गया। शासन की योजना अनुसार स्थाईकर्मी की पत्नी को उपादान की राशि लगभग साढ़े तीन लाख रुपये मिलना थे। पति के निधन के बाद मृतक कर्मचारी की पत्नी तारा अतकान विगत दो वर्षो से नगर परिषद कार्यालय के चक्कर इस राशि के भुगतान के लिए लगा रही है लेकिन आज दिनांक तक राशि का भुगतान नही हुआ। महिला बीते दो वर्षो से लगातार आवेदन दे रही है लेकिन परिषद के जिम्मेदार महिला के आवेदन पर उच्च अधिकारियों से सलाह लेने का पत्र भेज कर इतिश्री कर लेते है। मृतक कर्मचारी की पत्नी तारा अटकान सयुक्त संचालक इंदौर को पत्र लिखकर बताया कि, पति की मृत्यु के दो साल बाद भी परिषद की और से एक भी रुपये का सहयोग नही मिला। इस सम्बध में जब परिषद में आवेदन दिया तो सीएमओ द्वारा सयुक्त संचालक इंदौर का मार्ग दर्शन चाहा गया। जबकि सामान्य प्रशासन विभाग भोपाल के आदेश के अनुसार उपादान राशि का भुगतान मृत कर्मचारी के परिवार को सहायता राशि एवं अन्य सहयोग दिए जाने का प्रावधान है, जिसके बावजूद इसका लाभ नही मिला।
आर्थिक तंगी से जूझ रहा गरीब दलित परिवार
आवेदक तारा अटकान ने बताया कि, पति की मृत्यु के बाद दो साल से परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। दैनिक वेतन भोगी के रूप में नगर परिषद में पदस्थ तारा अटकान को मिलने वाले मामूली वेतन से परिवार का गुजर बसर नही हो पा रहा है। महिला के परिवार में दो छोटे बच्चे भी है जिनकी जिम्मेदारी भी अब तारा पर ही है।
मुख्यमंत्री बड़ा चुके है उपादान राशि
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्थाई कर्मियों की सेवा समाप्त होने और नोकरी काल मे मरने के बाद मिलने वाली उपादान की राशि बड़ा चुके हैं। पहले ये राशि दो लाख रुपये थी जो बढ़कर साढ़े तीन लाख तक की जा चुकी हैं। ज्यादातर गरीब तबके के कर्मचारियों को इसकी जानकारी नही होती ओर जानकारी मिलने पर इस प्रकार से राशि के भुगतान के लिए परेशानी उठानी पड़ती हैं। इस मामले में भी मृतक कार्मचारी की पत्नी ने 27 जून 2023 को उपादान की राशि के लिए सीएमओ को आवेदन जिस पर सीएमओ ने 17 जूलाई 2023 को एक पत्र सयुक्त संचालक इंदौर को भेज कर उचित मार्गदर्शन मांगा है।
कर्मचारी कल्याण संघ ने की शिकायत
भारतीय सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रमेशचन्द्र अटकान ने नगर परिषद पेटलावद से स्थाईकर्मीयो के हित व अधिकारों की जानकारी चाही गई थी लेकिन सीएमओ ने इसकी जानकारी नही दी। रमेशचंद्र अटकान ने बताया कि, नगर परिषद सीएमओ को दिनांक 27 जून 2023, 13 जूलाई 2023 व 8 अगस्त 2023 को पत्र लिखकर जानकारी चाही गई, लेकिन सीएमओ ने इसका कोई उत्तर नही दिया। अटकान ने बताया कि, मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग भोपाल के स्पष्ट आदेश है कि, कल्याण संघ के पत्रों का अनिवार्य रूप से जबाब दिया जाये लेकिन सीएमओ पेटलावद से जानकारी नही दी जा रही।
पति के निधन के बाद दो वर्ष से उपादान की राशि के लिए परेशान तारा अटकान।