पूर्वाध्यक्षों ने निवृत्तमान अध्यक्ष का किया भव्य स्वागत
माही की गूंज, थांदला।
डूंगर मालवा के सबसे बड़े जैन स्थानकवासी श्रावक संघ का गठन जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. "अणु" के दिव्याशीष से प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी की कृपा से बड़े ही शांति व सादगी पूर्ण वातावरण में स्थानीय महावीर भवन पर श्रावक संघ की साधारण सभा में सानंन्द सम्पन्न हुए। सभा में सर्व सम्मति से धर्मधारा पत्रिका के प्रधान संपादक संघ के वरिष्ठ सदस्य भरत भंसाली को अध्यक्ष व संतोष चपलोद को आगामी दो वर्षों के लिए कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया। वही संघ के 6 वर्षों से सचिव पद पर रहकर सक्रियता से संघ संचालन का दायित्व निभाने वालें प्रादीप गादिया को सचिव पद पर बरकरार रखा। संघ के चुनाव होने से पूर्व सभा को सम्बोधित करते हुए संघ के वरिष्ठ परामर्शदाता नगीनलाल शाहजी ने संघ के दायित्व को जिम्मेदारी से निभाने व सक्रियता से कार्य करने वालों को आगे आकर संघ के पद लेने की बात कहते हुए पूर्व कार्यकारिणी को पुनः दो वर्षों के लिए बरकरार रखने की बात कही। उन्होंनें संघ की एकरूपता के लिए चुनाव नही चयन प्रक्रिया पर जोर दिया। इस अवसर पर संघ अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत ने अपने लगातार तीन बार अध्यक्ष रहते हुए संघ के सभी सदस्यों के सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सबके सहयोग से संघ की उन्नति व संघ के कार्य कलापों की भी विस्तृत जानकारी देते हुए संघ का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर दो दशक से अधिक संघ के कोषाध्यक्ष प्रकाशचंद्र शाहजी द्वारा संघ का वार्षिक आय-व्यय पत्रक पेश किया गया जिसपर सभी ने सहमति जताते हुए उसे पास किया। संघ सेवा के साथ कुशल संचालन कर रहे संघ सचिव प्रादीप गादिया ने संघ के संचालन में पूर्वाध्यक्षों के साथ वर्तमान कार्यकारिणी की सक्रिय भूमिका के बारें में बताते हुए संघ के चुनाव किये जाने की नींव रखी।
निवृत्तमान संघ अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत का भव्य स्वागत
इस अवसर पर संघ सेवा में समर्पित भाव से कार्य करने के लिए निवृत्तमान अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत, सचिव प्रादीप गादिया व कोषाध्यक्ष प्रकाशचंद्र शाहजी का संघ के सभी पूर्वाध्यक्षों ने मोतियों की माला पहनाकर व शाल ओढ़ाकर भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर उपस्थित परिषद ने हर्ष हर्ष - जय जय के जयनाद से पूर्व कार्यकारिणी के साथ नवीन कार्यकारिणी का स्वागत अभिनन्दन किया। उल्लेखनीय है कि जितेंद्र घोड़ावत के 6 वर्ष, रमेशचन्द्र चौधरी के 2 वर्ष, राजीव चौरड़िया के 2 वर्ष व महेशचन्द्र व्होरा के 2 वर्ष इस तरह करीब 12 वर्षों बाद भरत भंसाली दूसरी बार संघ के अध्यक्ष बने है। उनके अध्यक्ष बनने की सूचना सोशल मीडिया पर जैसे ही वायरल हुई उन्हें अनेक संघ अध्यक्ष व वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा बधाई संदेश दिए जा रहे है। आपको बता दे स्वाध्यायी भरत भंसाली के नेतृत्व में पूज्य श्रीधर्मदास जैन स्वाध्यायी संघ सन्त सतियों के वर्षावास विहीन क्षेत्रों में सेवाएं भी देने जा रहे है जिसमें थांदला के 12 स्वाध्यायी सहित करीब 110 स्वाध्यायी 48 स्थानों पर पर्युषण की आराधना के लिए गए है जिनमें भरत भंसाली नवयुवक मंडल के पूर्वाध्यक्ष हितेश शाहजी के साथ सैलाना में सेवाएं देंगे।