दूसरे दिन झोंसर से निकली यात्रा, पेटलावद में जनसभा के साथ यात्रा का होगा समापन
माही की गूंज, पेटलावद।
जयस सहित अन्य आदिवासी सामाजिक संगठनों के बैनर तले पेटलावद विधानसभा क्षैत्र अन्तर्गत, आदिवासी बचाओ-पर्यावरण बचाओ पदयात्रा का शुभारंभ रविवार को ग्राम करनगढ़ स्थित माही नदी से किया गया। आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वप्रथम माही नदी की पूजा अर्चना की गई। साथ ही आदिवासी भीली लोक संस्कृति कि वाहक लाल, सफेद तथा हरी ध्वजा की भी पूजा अर्चना की गई। सामाजिक कार्यकर्ता डाॅक्टर कमलसिंह डामोर के मार्गदर्शन में माही नदी से आगे बढ़कर यह यात्रा करनगढ़ होती हुई, छायण पश्चिम गाँव पहुंची जहाँ स्थित भगवान बिरसा मुण्डा की प्रतिमा को माल्यार्पण किया गया। यह यात्रा बामनिया से होकर कोदली, रायपुरिया, झकनावदा, तारखेड़ी होती हुई पिठड़ी, बोलासा, बेकल्दा, हमीरगढ़, बरवेट, सारंगी, मांडन, मठमठ, गुणावद, घुघरी, करवड़, रामगढ, करड़ावद होती हुई पेटलावद में एक जनसभा के समागम के साथ सम्पन्न होगी। प्रत्येक दिन, यात्रा मार्ग के जिस गाँव में शाम हो जाएगी उसी गाँव में रात्रि विश्राम किया जाएगा तथा सुबह पुनः यात्रा अपने अभियान पर आरम्भ हो जाएगी। यात्रा में शामिल सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा बताया गया कि, आदिवासी समुदाय के सर्वांगीण विकास हेतू आवश्यक विषयों पर जनमानस में जनजागरूकता किए जाने के उद्देश्यों को लेकर इस यात्रा को निकाला जा रहा है। यात्रा में जयस सहित अन्य आदिवासी सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता शामिल है। जिनमें जयस विधानसभा उम्मीदवार इंजीनियर बालुसिंह गामड़, युवा नेता ईश्वरभाई गरवाल, जयस जिला प्रभारी कांतिलाल गरवाल, जयस ब्लाक अध्यक्ष विजयभाई गामड़, सचिन गामड़, दशरथ बारिया डाॅक्टर कमलसिंह डामोर आदि अनेक सामाजिक कार्यकर्ता इस पैदल यात्रा में शामिल है।
दूसरे दिन झोंसर से शुरू हुई यात्रा
यात्रा का दूसरे दिन झोसर से शुरू हुई जो की रुपगढ़, गोपालपुरा, मोइवागेली, चारणपूरा रल्यामन, मोहनकोट, कुड़वास, रताम्बा, रायपुरिया होती हुई रात्रि विश्राम सामली में रहेगा। यात्रा में जयस विधानसभा उम्मीदवार इंजिनियर बीएस गामड़, कांतिलाल गरवाल, सचिन गामड़, मनोज डामर, अमरसिंह देवड़ा, दशरथ बारिया, धनराज मैड़ा, राजू वसुनिया, मखनलाल मैड़ा एवं अन्य सामाजिक कार्यकर्ता यात्रा में चल रहें हैं।