नगर की चर्चा यह कि आखिर रिटायमेंट के अंतिम समय में थांदला ही क्यों आए भारतसिंह टांक
माही की गूंज, थांदला।
भारतसिंह टांक ने नगर पालिका परिषद के राजस्व निरीक्षक होकर झाबुआ जिले में अधिकांश झाबुआ और राणापुर में अपनी नोकरी की, वहीं थांदला नगर परिषद में वर्ष 2013 में भारतसिंह टांक को सीएमओ का चार्ज मिला। राजनीतिक प्रतिद्वंदता कहे, गुटबाजी कहे या फिर भ्रष्ट तरीके से की गई कमाई की बंदरबांट में कमीपेशी हो, जो भी हो पर टांक को थांदला से रवानगी मिली। इसी तरह टांक पुनः किसी गुटबाजी के सहयोग व समर्थन से 18 मई 2018 को थांदला सीएमओ का चार्ज लिया, जिसके बाद 9 जून 2019 को पुनः तबादला हो गया। 2 सितंबर 2021 को फिर वापसी कर नगर परिषद थांदला में शामिल हुए और 22 सितंबर 2022 को फिर से टांक की रवानगी हो गई। थांदला नगर परिषद में पूर्व में भी उनके आने व जाने की चर्चाएं भिन्न-भिन्न रही है। लेकिन जब भारतसिंह टांक के रिटायरमेंट का समय 4 से 6 माह बचा है बताया जा रहा है, ऐसे में पुनः थांदला ही राजस्व निरीक्षक भारतसिंह टांक का आना व सीएमओ पद का प्रभार संभालना थांदला ही नही वरन पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। चर्चाओं के इस दौर में जब हमने चौराहों पर 15 जून 2023 को चौथी बार थांदला नगर परिषद के सीएमओ पद पर पदस्थ हुए जाना तो चौराहे की चर्चा अनुसार सामने आया कि, चौथी बार भी अनुभवी, हर टेढ़े-मेढे व बेतुके कार्य को अपनी बुद्धिमत्ता से भारत के संविधान को स्प्रिंगनुमा बनाकर कार्य करने में महारथ हांसिल भारतसिंह टांक को थांदला नगर परिषद में किसी विशेष प्रयोजन से लाने की चर्चा जमकर चल रही है।
इन्ही चर्चाओं के दौर में चाय की चुस्की व पान का रस लेते हुए थांदला नगर में दुकानों पर चर्चा हो रही है कि, थांदला नगर परिषद के जनप्रतिनिधि थांदला नगर में ऐसे कार्य जो लंबे समय से नही होकर उनकी निजी स्वार्थ सिद्धि की पूर्ति नही हो पा रही है, जिसमे से एक कार्य जमनालाल राठौड़ के खेत वाली सड़क बनाकर उस मार्ग पर नगर परिषद में पदस्थ जनप्रतिनिधियों से जुड़े लोगों की संपत्ति के मूल्यों को बढ़ाना चाहते है, ओर इसमें बड़े रूप से नगर परिषद के जनप्रतिनिधियों को लाभ होना है। जिसे अपनी भ्रष्ट कार्यशैली से माहिर कानून व्यवस्था को अपने अधीन में करने वाले भारतसिंह टांक को लाया गया है। जिसमे अहम भूमिका नगर परिषद उपाध्यक्ष जिसपर भूमाफिया की छाप होकर जागीरदार की पदवी हांसिल करने वाले पंकज राठौर की रही है। जागीरदार पंकज व नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुनील पंडा ने जमनालाल राठौड़ के खेत वाली सड़क व अन्य कुछ ऐसे कार्य जो किसी को निजी लाभ पहुंचाकर इनके वारे न्यारे करना चाहते है, के विशेष प्रयोजन से अजजा मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष कलसिंह भाभर का सहारा लेकर भारतसिंह टांक को थांदला का चौथी बार सीएमओ का पदभार सौंपा गया है। जिसके साथ यह भी चर्चा है कि, भ्रष्टों के मंसूबे पूरे नही हो सकते क्योंकि इनके गलत मंसूबो के आड़े थांदला में पदस्थ एसडीएम तरुण जैन है कि चर्चा भी चाय की चुस्की व पान के रस के साथ आमजन कर रहे है। वहीं चर्चा में भारतसिंह टांक के बारे में कहा जा रहा है कि, सीएमओ थांदला के पद पर रहकर टांक ने कई फर्जीवाड़े किए है जिसमे से केशव उद्यान व पानी की टंकी भी बताया जा रहा है। भ्रष्टों के मंसूबो व आमजन की चर्चाओं पर आगे भी गूंज की अपनी नजर बनी रहेगी।