रहवासियों ने दर्ज करवाई आपत्ति, पैसा एक्ट होने के बाद भी बिना अनुमोदन के खुली दुकान
माही की गूंज, पेटलावद/बामनिया।
सरकार शराब दुकानों के साथ चलने वाले लाइसेंसी अहाते बन्द कर वाहवाही लूट रही है लेकिन अवैध रूप से संचालित अहातो के साथ-साथ लाइसेंसी शराब ठेकेदार खुद सरकार के अहाते बन्द करने की अच्छी पहल की धज्जियां उड़ा कर सरकार की पहल का मख़ौल उड़ा रहे है। शराब ठेकेदार द्वारा खुलेआम शराब परोसी जा रही हैं। जिसको लेकर रहवासियों ने आपत्ति दर्ज करवाते हुए मुख्यमंत्री को लिखित शिकायत की है।
रहवासियों ने शिकायत में बताया कि, शासकीय शराब दुकानों का आहता बंद होने के बाद शराब ठेकेदार द्वारा दुकान के बाहर बैठाकर शराब पिलाई जाती हैं। जिसके कन्या हा. सेकण्डरी स्कूल बामनिया जाने वाला मार्ग होने से फलिया एवं नारेला की लडकीयों को स्कूल जाने में शराबीयों के अभद्रता का शिकार होना पड़ता हैं। नारेला रोड से रतलाम रोड की ओर जाने वाले मार्ग पर दुकान होने से महिलाओं को भी असुविधाओं का पड़ता हैं। दुकान के पिछे आवासिय बस्ती होने से द्वारा रहवासीयों के मकान की दिवार पर पैशाब करना, उल्टी करना एवं गाली-गलौज करने की हरकतें आये दिन की जाती हैं। जिससे बच्चों एवं महिलाओं में भय का माहौल रहता हैं।
पैसा एक्ट के तहत नही लिया गया ग्राम पंचायत से अनुमोदन
चौकीदार फलिया आदिवासी बाहुल्य बस्ती हैं और अधिकांश रहवासी अनुसुचित जाति एवं जनजाति के लोग हैं तथा ग्राम पंचायत बामनिया अधिसुचित क्षेत्र होने के कारण यहाँ पर पैसा एक्ट लागु हैं। किन्तु शराब ठेकेदार द्वारा शराब दुकान खोलने के पूर्व पैसा एक्ट की ग्राम सभा से अनुमोदन करवाए बगैर एवं बगैर ग्राम पंचायत की अनुमति के उक्त शराब दुकान संचालित की जा रही है।
ग्राम पंचायत सरपंच रामकन्या मखोड ने बताया कि, शराब दुकान को लेकर पैसा एक्ट लागू होने के बाद कोई अनुमोदन ग्राम पंचायत से नही लिया गया है।