पूर्व में भी धमकाया था किसान को स्टांप पेपर पर लिख कर किया था राजीनामा
माही की गूंज, बनी।
सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चलाकर किसान को खुशहाल देखना चाहती है। मगर सरकार के कर्मचारी सरकार की योजनाओं को विफल करने में कोई कमी नहीं छोड रहे हैं।
इस वर्ष पूरे साल की प्रकृति ने किसानों का साथ नहीं दिया जैसे तैसे कर्ज से उबरने के लिए तरबूज की फसल लगाई थी। मगर प्रकृति अनुकूल नहीं होने की वजह से सही दाम नहीं मिला और किसानों को निराश होना पड़ा। कुछ किसानों ने गेहूं का उत्पादन किया और अपने समीप उपार्जन केंद्र पर समर्थन मूल्य पर अपनी फसलों को बेचने गए मगर वहां भी उन्हें धमकाया जा रहा है और समय पर समर्थन मूल्य का पैसा नहीं मिल रहा है। जी हां आप जो पढ़ रहे हो वह बिल्कुल सत्य घटना है। जिसकी कॉल रिकॉर्डिंग किसान के पास मौजूद है। रायपुरिया उपार्जन केंद्र के प्रभारी संस्था मैनेजर डोडियार होने के नाते किसान ने उपार्जन केंद्र पर समस्याओं से अवगत कराने फोन लगाया था ताकि किसानों का गेहूं जल्दी से जल्दी तुल जाए और बिन मौसम होने वाली बरसात है बच जाए। मगर संस्था प्रभारी डोडीयार द्वारा कृषक के बात ना सुनते हुए उसे उल्टा धमकाना चालू कर दिया और धमकियां देने लगा जिसकी रिकॉर्डिंग किसान ने अपने फोन में की।
पूर्व में भी किसान को धमकाया गया
पूर्व में भी संस्था प्रबंधक डोडियार द्वारा गांव बनी के किसान राधेश्याम डूंगा जी को फोन पर धमकाया था। जिसकी किसान के द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। उसके बाद उच्च लेवल के अधिकारियों द्वारा इस मामले में हस्तक्षेप किया और किसान संघ के अध्यक्ष वह अन्य सदस्यों से मैनेजर डोडियार ने स्टांप पेपर पर माफीनामा लिखकर समझौता किया था। आज के बाद इसी घटना किसानों के साथ नहीं होने की वायदे किए थे। मगर अपनी कुर्सी और सत्ता का सहयोग होने की वजह से डोडियार में फिर अपनी मर्यादा लांघते हुए गांव बनी केरी कृषक मनोहर लाल पाटीदार को धमका दिया।
किसान संघ के द्वारा आज संस्था मैनेजर डोडियार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवा कर प्रशासन को चेतावनी दी जाएगी कि, इस संस्था मैनेजर के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो सोमवार को किसान संघ के बैनर तले उग्र आंदोलन किया जाएगा।