दूसरी बार ठगे गए हितग्राही, फार्म भरने से लेकर विवाह की तैयारियों में हुए हजारो खर्च
माही की गूंज, पेटलावद।
पेटलावद विकास खण्ड में 21 मार्च को आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह आयोजन आज निरस्त कर दिया गया। आज जनपद पंचायत में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की अध्यक्षता में हुई बैठक में आयेजन को स्थगित किया गया। बैठक के बाद सीईओ राजेश दीक्षित ने बताया कि विवाह की आगमी तिथि प्रथक से सूचित की जाएगी।
मुख्यमंत्री के निर्णय के बाद आयोजन हुआ निरस्त
मिली जानकारी के अनुसार धार जिले में मुख्यमंत्री मंत्री कन्या दान योजना में ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री का सप्लाई किय्या गया जिसके बाद ठेकेदार के विरुद्ध मामला दर्ज हुवा। इसी साल चुनाव होने हैं ओर भ्रष्टाचार पहले से बड़ा मुद्दा बन कर भाजपा की मुसीबत बना हुआ है ऐसे में आने वाले दिनों में आयोजित इस आयोजन में अगर भ्रष्टाचार के मामले आते हैं तो सरकार घिर सकती थी जिसको देखते हुवे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सामग्री के स्थान और 50हजार रुपये देने की घोषणा करी है जिसके बाद आयोजन निरस्त किया गया।
अब खर्च हुई राशि का भुगतान कौंन करेगा, दूसरी बार आयोजन हुआ निरस्त
मुख्यमंत्री मंत्री कन्या दान योजना का लाभ लेने के लिए विकास खण्ड के लगभग 250 आवेंदन आये थे हालांकि एसडीएम अनिल राठौर के कड़े निर्देशो के बाद आवेदनों की बारीकी से जांच की गई जिंसमे मात्र 50 जोड़े ही इस योजना के लाभ के लिए स्वीकृत हुवे थे आयोजन की तैयारी लगभग प्रशासनिक स्तर पर शुरू हो चुकी थी लेकिन ठिक पहले आयोजन निरस्त कर दिया गया। जिन जोड़ो का विवाह होना था उनके घर परिवार में शादी कि तैयारी ओर सामग्री जो बाजार से खरीदना थी वो खरीद ली गई और सामाजिक स्तर पर विवाह के बाद ओर पहले होने वाले आयोजन भी शुरू हो गए अंतिम समय मे आयोजन निरस्त होने से उन परिवारों की फजीयत ही गई कि वो विवाह करे कि नही करे । वही आवेंदन तैयार करने को लेकर भी हजारो रुपये खर्च किये गए ये नुकसान अलग से उठाना पड़ा है। इससे पहले भी कन्या विवाह योजना के लिए बड़ी मात्रा में आवेंदन जमा करवाये गए थे लेकिन पंचायत चुनावों के चलते आयोजन को आगे बढ़ा दिया गया था। शासन की योजनाएं भले हितग्राहियों तक पहुँचे के नही पहुँचे लेकिन योजना के हितग्राही बनने के चक्कर मे हितग्राही ओर उनका परिवार पैसा और समय दो बार बर्बाद कर चुका है । आगे भविष्य में आयोजन होगा की नही इसको लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है।