160 क्विंटल को 50 क्विंटल की गाड़ी बना कर वसूला शुक्ल बाकी जेब मे, रोज हो रही लाखो की हेरा-फेरी
माही की गूंज, पेटलावद।
क्षेत्र से निकल कर गुजरात और राजस्थान जाने वाले अनाज के वाहनों पर लगने वाले मंडी टेक्स की बड़ी चोरी का मामला सामने आया है जिससे ये खुलासा होता हैं कि जिस तरह मंडी के कर्मचारी ओर अधिकारी शासन को मंडी से होने वाली राजस्व वाली आय को नुकसान कर अपनी जेब भर रहे हैं। जो मामला सामने आया है उससे आया उससे साफ है कि कृषि उपज मंडी रोज का लाखो रुपये का चूना सरकार को लगा रही हैं। शुक्रवार को करवड़ क्षेत्र में मंडी के कर्मचारियों ने एक ट्रक जिसका क्रमांक जीजे 20 एक्स 0049 को पकड़ा जुसमे 160 क्विंटल गेंहू था ओर वाहन बिना मंडी के कागज के रतलाम ग्रामीण से भर कर मंडी टेक्स चोरी कर कर के दाहोद जा रहा था। उक्त माल की बाजार मूल्य तीन लाख होता है। गाड़ी करवड़ के यहाँ मंडी कर्मचारी ने पकड़ी ओर करीब 2 धंटे खड़ी रखी फिर वाहन को पेटलावद मंडी में ले गए जहाँ पर मंडी कर्मचारी अश्विन वासना ने माल मालिक से बात की और माल की पेलेंटि जमा करने के लिए पेटलावद बुलाया। रतलाम से माल मालिक पेटलावद पहुँचा मंडी के नियमो के अनुसार 32 हजार के लगभग की पेलेंटी बनती है लेकिन मंडी कर्मचारियों ने व्यापारी से तोड़ बट्टा कर वाहन में 50 क्विंटल गेंहू बता कर मंडी टेक्स 1350 का आकलन किया गया और दंड की राशि पांच गुना बता कर 6750 की रसीद बनाई दी। बाकी मंडी कर्मचारी अधिकारियों ने व्यापारी से ऊपर ऊपर लेकर बंदरबांट कर ली। ये कोई एक दिन की बात नही बल्कि रोज का है मंडी के कर्मचारी क्षेत्र से निकलने वाले वाहनों को रोक कर मंडी टेक्स की चोरी करने वाले वाहनों को रोक कर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं।