
लगातार विवादों में रहने वाला समय देख कर बदल लेता है भाजपा में अपना आका, तलवे चाट कर बन रहा नेता
अब भाजपा जिला मंत्री ने जिला महामंत्री पर लगाया जान से मारने की धमकी का आरोप
माही की गूंज, पेटलावद।
होली पर्व और भगोरिया का समय है, सब अपनी-अपनी मस्ती में मस्त है। राजनीति दल भी विधानसभा चुनाव को देखते अपनी-अपनी ताकत झोंक रहे है। लेकिन राजनीति में लगातार भाजपा की जड़े क्षेत्र में कमजोर कर रहे भाजपा के जिला महामंत्री कृष्णपालसिंह गंगाखेड़ी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। खेल सामग्री घोटाले सहित कई मामलों में पूर्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मण नायक की मट्टी पलित कर चुके गंगाखेड़ी के निशाने पर नए जिला अध्यक्ष भानु भूरिया है, जिनका कार्यकाल बिगाड़ने के चक्कर मे है, आये दिन नए-नए विवादों को लेकर बखेड़ा खड़ा करने वाले महामंत्री गंगाखेड़ी ने अब अपनी ही पार्टी और जिला कार्यकरणी के साथी जिला मंत्री दुर्गादास मोटापाला को जान से मारने तक की धमकी दे डाली, मामला थाना पेटलावद तक पहुच गया।
भगोरिया के बाद हुआ विवाद, हाथापाई तक की आ गई नोबत
सोमवार को पेटलावद का भगोरिया हाट था। जिंसमे भाजपा के नेताओ द्वारा गैर का आयोजन बामनिया रोड स्थित सुंदर गार्डन में रखा था। यहां गैर का कार्यक्रम निपटाने के बाद कार्यक्रम समापन की ओर था कि, जिला मंत्री और महामंत्री के बीच किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गई, देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि, दोनों ओर से गाली-गलौच ओर हाथापाई की नोबत आ गई। जिसे वहां खड़े भाजपा कार्यकर्ताओ ने जैसे-तैसे मामला शांत किया, लेकिन महामंत्री को जिला मंत्री के सवाल पूछना हजम नही हुआ और जिला मंत्री को कह डाला कि, तेरे जैसे कइयो को निपटा चुका हूं तुझे भी निपटा दूँगा। जो सीधे-सीधे जान से मारने की धमकी थी। जिला मंत्री दुर्गादास मोटापाला ने मामले की लिखित शिकायत पेटलावद थाने में दर्ज करवाई है ।
समय देख कर बदल लेता है पाला, तलवे चाट कर बन रहा नेता
ज़िला महामंत्री कृष्णपाल भाजपा की और से लगातार विवादों में रहे है। वसुली, सामग्री सप्लाई, अपने ही नेताओ की काट करने में इनका नाम चर्चा में रहता है। महामंत्री इतना शातिर है कि, समय देखकर पाला बदलने में देर नही करता। कभी जिलाध्यक्ष तो कभी सांसद के आगे पीछे घूमने वाला 2023 का विधानसभा चुनाव को देखते हुए लगातार पूर्व मंत्री निर्मला भूरिया के आगे-पीछे सक्रिय हो कर घूमने लग गया। तलवे चाटने की महारथ ऐसी की जिस सांसद ने महामंत्री को खास मानकर सैकड़ो बुराई अपने माथे ली पूरी विकास यात्रा में मंच पर खुद को निर्मला हितेषी दिखाने के लिए एक बार भी सांसद का नाम अपने भाषणों में नही लिया, न ही उनके द्वारा किये कार्यो को जनता के सामने रखा।
काकनवानी मण्डल का प्रभारी बना रखा है पार्टी ने, लेकिन जाने को तैयार नही
भाजपा जिला अध्यक्ष के बदलने के बाद नए जिलाध्यक्ष ने संगठन की सरंचना में परिवर्तन करते हुए सभी पदाधिकारियों के नए सिरे से मंडलों के प्रभार दिए। जिला महामंत्री कृष्णपाल सिंह को काकनवानी मण्डल का प्रभारी बनाया गया। लेकिन न तो विकास यात्रा में ओर न ही भगोरिया में जिला महामंत्री अपने प्रभार वाले मण्डल में नजर आये और खुद के गृह क्षेत्र पेटलावद में ही विकास यात्रा और भगोरिया में सक्रिय रहे ताकि क्षेत्र में उनके स्थान पर अन्य नेता पैर न जमा ले।
जिस मोटापाला ने कराई थी राजनीति में वापसी, उसके ही पुत्र को दी जान से मारने की धमकी
एक समय सक्रिय राजनीति से दूर हुए कृष्णपाल ठेकेदारी के क्षेत्र में चले गए, जहा से वापसी करने के बाद राजनीति में फिर से अपनी जगह बनाने के लिए उस दौर के बड़े नेता सुरेंद्र सिंह मोटापाला का दामन थामा ओर उन्होंने कृष्णपाल की वापसी राजनीति में करवाई। पेटलावद ग्रामीण का मण्डल अध्यक्ष बनवाया, बताया जाता है गुमानसिंह डामोर से मुलाकात भी मोटापाला ने ही करवाई थी। अब जिला महामंत्री बने कृष्णपाल उसी वरिष्ठ नेता के पुत्र को जान से मारने की धमकी दे रहा है जिन्होंने राजनीति में वापसी करवाई थी।
नए जिलाध्यक्ष भी लूप लाइन में, पुरानी टीम के साथ ही काम करने पर मजबूर
विवादों में घिरे भाजपा के जिलाध्यक्ष नायक को हटाने के बाद भानु भूरिया को नया जिलाध्यक्ष बनाया गया। लेकिन उनकी ताजपोशी के साथ उनको ऊपर से काम करने के लिए पुरानी टीम ही दे दी। जो खुद नए जिलाध्यक्ष के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। राजनीतिक चर्चाओं के अनुसार भानु अपनी टीम में परिवर्तन चाहते हैं जिंसमे दो महामंत्री सहित 5 से 6 पदाधिकारी अपने हिसाब से बनाना चाहते हैं। लेकिन संगठन ने फिलहाल इस निर्णय को होल्ड कर दिया है। वही दूसरी ओर कुछ नेता लगातार भानु को डेमेज करने के लिए संगठन की गाइड लाइन से बहार जाकर मनमानी कर रहे हैं, जिसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ रहा है। जो भी हो राजनीति आपसी फूट संगठन से निकल कर थाने तक पहुँच गई है, ये देखना दिलचस्प होगा की संगठन क्या निर्णय लेगा ओर कब तक विवादित महामंत्री को झेलेगा।