कांग्रेस-भाजपा रही भगोरिया से नदारद
माही की गूंज, बामनिया।
होली के पूर्व लगने वाला शनिवार का बामनिया भगोरिया हाट बड़े ही धूमधाम व आदिवासी संस्कृति के अनुसार एक रंगारंग गैर वीर शिरोमणि राणा पुंजाजी भील की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रारम्भ की गई, जो पेटलावद रोड से होती हुई माताजी मंदिर, नारेला रोड से चौकीदार फलिया होती हुई वापस रतलाम रोड स्थित राणा पुंजा जी की प्रतिमा पर जाकर समाप्त हुई। जहाँ ढोल वादकों को शाल श्रीफल, पुष्पहार व 1001 रुपए देकर जयस संघटन द्वारा सम्मानित किया गया। आदिवासी पारम्परिक भौंगर्या हाट सौ गांवों के आदिवासियों के एक साथ नाचने-गाने व मिलने का अवसर हैं।
आदिवासियों की विशिष्ट संस्कृति का संरक्षण करने वाली ऐसी परम्पराओं का निर्माण करने वाले समस्त आदिवासी समाज के युवा विभिन्न गांवों से आये थे। भगोरिया गैर को सफल बनाने में कपिल डामर, मीठालाल गरवाल, रोशन गरवाल, धर्मेंद्र डामर, ईश्वर गरवाल, विजय गामड़, मुकेश भाभर, संदीप वसुनिया, थावरसिंह सोलंकी, प्रकाश डामर, जितेंद्र सोलंकी, अमरसिंह देवड़ा, धनराज भाभर, मनोज डामर, परमवीर मुणिया, जयंतीलाल गरवाल, तोलसिंह डामर, गबरू सिंह गरवाल, आशीष चौहान आदि युवाओ का सराहनीय योगदान रहा।
भाजपा-कांग्रेस रही नदारत
जहा एक ओर राजनीतिक रंग पूरे भोगरिया पर चढ़ा हुआ है। भाजपा और कांग्रेस अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं। लेकिन बामनिया में जयस को छोड़ कर भाजपा-कांग्रेस दोनों भोगरिये हाट से नदारत रहे।