माही के गूंज, झाबुआ।
शहर के बाबेल चौराहा स्थित एक व्यापारी पर 15 वर्ष के आदिवासी बालक के साथ अश्लील हरकत करने का मामला सामने आया है। चंद्रशेखर आजाद मार्ग स्थित बाबेल चौराहे पर व्यापारी राजेंद्र पिता गेंदालाल रोने वालों के खिलाफ पुलिस थाना झाबुआ में प्रकरण दर्ज किया गया है। घटना के बाद से व्यापारी दुकान बंद कर फरार हो गया। व्यापारी का निवास की दुकान के ऊपर ही बताया जा रहा है। वहीं आरोपी व्यापारी राजन पिता के नाला रोड वालों के पुत्र ने यह दावा किया है कि, उसके 60 वर्षीय बुजुर्ग पिता को जबरन फंसाया जा रहा है। जिस बालक ने उनके पिता पर आरोप लगाया है उसे 1 महीने पहले ही दुकान पर काम करने के लिए रखा गया था। दुकान में भीड़ ज्यादा होने के कारण उक्त बालक बैठने के लिए स्टूल लेने ऊपर गया था। आदिवासी बालक द्वारा लगाए गए आरोप के अनुसार उसी समय व्यापारी ने उसके साथ अश्लील हरकत करने का प्रयास किया।
घटना गुरुवार शाम की बताई जा रही है। फरियादी बालक ने फोन के जरिए परिवार वालों को इस घटनाक्रम की सूचना दी। परिवार को सूचना मिलने के बाद यह खबर आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते कुछ ही देर में जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन और अन्य आदिवासी संगठनों के लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। घटनास्थल पर जमा होने के बाद आदिवासी संगठनों द्वारा काफी देर तक हंगामा किया गया। जिसके बाद आदिवासी बालक अपने परिजनों और संगठनों के नेताओं के साथ थाना कोतवाली झाबुआ पहुंचा। यहां पुलिस ने फरियादी बालक के बयान दर्ज कर अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम और पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। उक्त बालक ने अपने परिवार वालों की मौजूदगी में पुलिस को अपना बयान दिया। फरियादी बालक के अनुसार वह दुकान के प्रथम तल पर स्थित निवास पर गया था। जहां राजेंद्र रुनवाल ने जबरन मुझे पकड़ा और अश्लील हरकत करने का प्रयास किया। जिसके बाद में भागकर नीचे में आ गया।
वहीं दूसरी ओर आरोपी राजेंद्र रुनवाल के पुत्र का कहना है कि, दुकान पर लोग अधिक हो गए थे तो बैठने के लिए स्टूल लेने बालक को ऊपर भेजा था। घर में परिवार के सारे सदस्य मौजूद थे। मेरे पिता पर लगाया गया यह आरोप पूरी तरह से झूठ है।
पुलिस ने फरियादी बालक के बयान दर्ज कर एससी एसटी एक्ट और पास्को एक्ट में प्रकरण दर्ज कर लिया है आरोपी फिलहाल गिरफ्तार नहीं हुआ है।