माही की गूंज, काकनवानी।
इन दिनों शादियों का दौर चल रहा है और शादियों में मिठाई के लिए क्विंटलो में मावे की खपत होती है। यह मावा शादियों के अलावा पार्टी एवं विशेष त्योहारों पर मिठाई के रूप में काफी हद तक बिक्री होता है। इस आदिवासी अंचल में होटलों पर मावे की कई प्रकार से मिठाइयां बनाई जाती है और मिठाई में मावे का उपयोग किया जाता है। इस मामले को लेकर बाजार में कई बार चर्चा भी होती रहती है।
वहीं सोमवार शाम 6:00 बजे फ़ूड अधिकारियों द्वारा राजस्थान से आई एक इको गाड़ी जोकि काकनवानी में जोधपुर मिष्ठान भंडार की होटल के बाहर खड़ी थी। जो शंका प्रत होने पर तलाश करने पर उस वेन में मावे के कार्टून दिखाई दिए। जिस पर फ़ूड अधिकारियों द्वारा चेकिंग करने पर 18 किलो के 5 कार्टून, 90 किलो के दो कार्टून कूल 180 किलो मिल्क केक पाया गया। साथ ही 60 किलो के 8 कार्टून मीठा मावा कुल मावा 480 किलो पाया गया। जिस पर अधिकारियों ने सैंपल लेकर बाकी मावे को सील कर होटल मालिक की निगरानी में फ्रिजर में रखवाया एवं सुमेर सिंह नामक व्यक्ति के नाम से केस बनाया गया। यह मावा राजस्थान कलिंजरा व कसारवाडी से लाकर काकनवानी में बेचा जा रहा था। काफी समय से राजस्थान के कलिंजरा बागीदौरा एवं कसारवादी से उक्त इको वेन आरजे 27 सीएच 7538 काकनवानी, हरिनगर व आसपास के क्षेत्र में मावा की सप्लाई कर रही थी।