टंट्या मामा भील बलिदान दिवस मनाने को लेकर बनी योजना
माही की गूंज, कल्याणपुरा/झाबुआ।
स्थानीय श्री कल्याण धाम पर जनजाति विकास मंच झाबुआ की जिला स्तरीय बैठक संपन्न हुई, जिसमें आगामी योजनाओं को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। आगामी 4 दिसंबर को स्वतंत्रता सेनानी टंट्या मामा भील का बलिदान दिवस है। इसको लेकर झाबुआ जिले के अधिकतम मंडल केंद्र, ग्राम केंद्र तथा नगर केन्द्र स्तर पर टंट्या मामा भील का बलिदान दिवस पर समाजजन उन्हें याद कर उनके जीवन के बारे में जानेंगे तथा पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
इस अवसर पर जनजाति विकास मंच मालवा प्रांत प्रमुख कैलाश अमलियार उपस्थित हुए। उन्होंने टंट्या मामा भील के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने वाले ऐसे वीर जननायक टंट्या मामा भील का बलिदान दिवस पर उन्हें अधिकतम समाजजन उनके जीवन को पढ़कर आने वाली पीढ़ी तथा वर्तमान की पीढ़ी उनके रास्ते पर चलकर एक आदर्श जीवन बनाने के लिए संकल्प लें।
विभाग प्रचारक विजेंद्रसिंह ने पिछली कार्यक्रम योजनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि, जनजाति गौरव दिवस को जनजाति समाज ने स्वीकार कर बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा हर एक समाज वर्ग में उत्साह था, क्योंकि भगवान बिरसा मुंडा स्वतंत्रता सेनानी थे। वह सिर्फ किसी एक समाज के लिए नहीं लड़े, वे संपूर्ण समाज के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ लड़े थे। इसलिए हमें समाज के सामने जनजाति महापुरुषों के शौर्य और वीरता को समाज के सामने लाना चाहिए।
इस अवसर पर जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश सह संयोजक खेमसिंह जमरा, जनजातीय कार्य के विभाग पालक राजेश डावर, जिला प्रचारक नरेंद्रसिंह, जनजाति विकास मंच के जिला संयोजक संजय सोलंकी, सहसंयोजक शांतु बारिया, जिला कार्यकारिणी सदस्य गौरसिंह कटारा, खंड संयोजक कालू सिंह वास्केल, बच्चूसिंह मेडा, कैलाश चारेल, मुकेश निनामा, रामसिंह निनामा, राजेश पारगी, कैलाश सेहलोत, राजेश परमार आदि अन्य कार्यकर्ता उपस्थित हुए।