बालक उत्कृष्ट विद्यालय के 500 से अधीक छात्र अपनी समस्याओं को लेकर 32 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे कलेक्टर कार्यालय
कलेक्ट्रेट पहुंचते ही छात्रों की तबीयत बिगड़ी 7 छात्रों को अस्पताल पहुंचाया
माही की गूंज, थांदला।
विद्यालय की अव्यवस्था और दो वर्ष से छात्रवृत्ति नहीं मिलने से नाराज थांदला बालक उत्कृष्ट विद्यालय के 500 से अधिक छात्र गुरुवार को पैदल चलकर झाबुआ कलेक्ट्रेट पहुंच गए। कलेक्टर पहुंचते ही भूख, प्यास और थकान के कारण करीबन 7 छात्रों की तबीयत बिगड़ गई जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया।
यह है समस्या
विद्यालय के छात्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि, विद्यालय की छत से पानी टपकता है। विद्यालय में 8 से 10 चपरासी होने के बावजूद विद्यालय परिसर में गंदगी फैली रहती है। विद्यालय के बाथरूम गंदे रहते हैं सफाई नहीं होती है। 2 वर्ष से छात्रों छात्रवृत्ति नहीं मिली है। जब इन समस्याओं के लिए छात्रों ने उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य पीएन अहिरवार से बात करने की कोशिश करी तो प्राचार्य बोले मैं तुम्हारी छात्रवृत्ति खा गया हूं और मैंने दो मंजिल मकान बना लिया है अब जो करना है करो।
छात्रों ने थांदला एसडीएम अनिल भाना को भी अपनी समस्याओ की शिकायत करी, एसडीएम ने भी छात्रों की समस्या का कोई हल नहीं किया। मजबूरन छात्रों ने 32 किलोमीटर दूर झाबुआ कलेक्टर को अपनी समस्याओं की शिकायत करने के लिए पैदल बारिश में जाने का फैसला किया। कलेक्ट्रेट में सीईओ सिद्धार्थ जैन नेे छात्रो मिलकर शुक्रवार को जांच टीम भेजने और प्राचार्य को हटाने का भरोसा छात्रों को दिलाया इसके बाद 4 बसों की व्यवस्था कर छात्रों को वापस थांदला भेजा गया।
सीईओ सिद्धार्थ जैन ने छात्रों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि, शुक्रवार से पीएन अहिरवार संस्था के प्राचार्य नहीं रहेंगे। उनके निलंबन के लिए भी वरिष्ठ अफसरों को पत्र लिख रहे हैं। शुक्रवार को टीम जाकर बच्चों से बात करेगी और पूरी स्थिति की जानकारी लेकर आगे कार्रवाई करेगी।
अब देखना यह है कि, जिलै कै अधिकारी प्राचार्य को बचाते हैं क्योंकि इसी माह में प्राचार्य सेवानिवृत्त होने वाले हे।