माही की गूंज, खवासा।
7 लड़की व एक लड़के का पिता करीब 40 वर्षीय रामचंद्र पिता कालू जाति सिंगाड निवासी टोली फलिया मकोडिया अपनी पत्नी के साथ खवासा बाजार में बाइक से आया और खवासा में ही उसकी मौत हो गई। रामचंद्र को घर पर मामूली सीने में दर्द होने लगा जिस पर रामचंद्र की पत्नी ने कहा खवासा में डॉक्टर को बता आते हैं और बाजार का काम भी करते आएंगे। रामचंद्र अपनी पत्नी व छोटे बच्चे को लेकर बाइक से खवासा आया और रामचंद्र ने बाजार का अपना घरेलु काम निपटाया। वह बैंक में भी अपना कुछ काम करने हेतु गए थे लेकिन रामचन्द्र पत्नी की बात को अनादर कर अपने आपको पूर्ण स्वस्थ बताकर डॉक्टर से इलाज कराने से मना करता रहा। वहीं करीब शाम साढे 4 बजे स्थानी जैन धर्मशाला के समीप बाइक से रामचंद्र पहुंचा और बाइक को साइड में खड़ी कर पत्नी व बच्चे को धर्मशाला के ओटले पर बिठा दिया और खुद 4-5 राउंड टहला। जिसके बाद ओटले पर आकर जैसे ही पत्नी के पास बैठा और रामचंद्र बेहोश हो गया। जिसके बाद पत्नी के रोने व जोर-जोर से आवाज लगाने पर मोहल्ले वासी इकट्ठा हुए और रामचंद्र की पत्नी के द्वारा ग्राम के सरपंच एवं अन्य लोगों के मोबाइल नंबर देने पर मोहल्ले वासियों ने फोन पर सूचना दी। स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर को बुलाकर चेकअप कराया लेकिन तब तक रामचंद्र के सांसे बंद हो चुकी थी, झोलाछाप डॉक्टर ने मृत हो जाना बताया। रामचंद्र की पत्नी रो-रोकर मोहल्ले वासियों को कहती रही कि, सुबह से इनको दर्द हो रहा था तो खवासा में डॉक्टर को बताने का मैंने कहा पर एक बात नहीं सुनी और कहता रहा मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ हूं मामूली दर्द है वह बंद हो जाएगा। ग्रामीणों के आने के बाद रामचंद्र को मकोडिया ले जाया गया जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।