भाजपा-कांग्रेस के बीच झुलेगी आगे की मजदूरी
माही की गूंज, बामनिया
यहाँ बामनिया पंचायत के मजदूरों को कोविड-19 (कोरोना वायरस) के चलते देश भर में लगे लॉकडाउन में ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरो को रोजगार देने के लिए मनरेगा योजना के माध्यम से कार्य दिए जा रहे है, लेकिन बामनिया पंचायत में पूरे लॉकडाउन के लगभग 90 दिनों में एक भी दिन रोजगार नही दिया गया, जिसकी लगातार शिकायतें की जा रही, ऐसे में वन विभाग द्वारा ग्राम पंचायत बामनिया के काजलिया फलिये में फारेस्ट विभाग द्वारा मनरेगा में तालाब का कार्य शुरू किया जहां पंचायत के लगभग 100 मजदूर कार्य कर रहे हैं लेकिन स्थानीय नेताओ की गंदी राजनीति के चलते उक्त कार्य को कांग्रेस-भाजपा कर शिकायत की जा रही है, जिससे कार्य करवा रहे मेट ओर उपयंत्री पर कार्य को रोकने का दबाव ऊपर से अधिकारियों द्वारा डाला जा रहा है। विभाग का कहना है कि, कार्य मजदूरों से करा कर रोजगार दिया जा रहा हैं, यदि कोई मजदूर छूट गया है तो कार्य करने के लिए आ सकता है, शिकायतकर्ता को यदि किसी से आपत्ति है तो उसका भी निराकरण करके आगे का कार्य करेंगे ।
मजदूरों को बाटे मास्क
कार्य कर रहे मजदूरों को विधायक प्रतिनिधि मन्ना हामड और कांग्रेस नेता कयूम शेख़ द्वारा मास्क का वितरण किया गया ओर कार्य के दौरान शासकीय नियमो का पालन कर कार्य करने को कहा गया।